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फ्रंट पेज पर इन बड़ी खबरों को रखने से चूका यह अखबार
जैकेट विज्ञापन के कारण नवभारत टाइम्स में तीसरे पेज को फ्रंट पेज बनाया गया है, जबकि हिन्दुस्तान में भी आज तीसरा पेज फ्रंट पेज है
नीरज नैयर 4 years ago
नागरिकता संशोधन कानून पर भले ही विरोध-प्रदर्शन का दौर चल रहा है, लेकिन सरकार अपने रुख से पीछे हटने को तैयार नहीं है। गृहमंत्री अमित शाह ने एक बार फिर साफ किया है कि सीएए किसी भी कीमत पर वापस नहीं लिया जाएगा। दिल्ली से प्रकाशित होने वाले अखबारों में अन्य खबरों के साथ ही इस समाचार को भी प्रमुखता मिली है। आज सबसे पहले बात करते हैं नवभारत टाइम्स की। जैकेट विज्ञापन के चलते तीसरे पेज को फ्रंट पेज बनाया गया है। पेज की शुरुआत केजरीवाल के नामांकन से जुड़े टॉप बॉक्स से हुई है। केजरीवाल पर्चा भरने के लिए 6 घंटे से ज्यादा बैठे रहे, अब उनकी पार्टी इसे भाजपा की साजिश बता रही है।
लीड प्रियंका सिंह की बाईलाइन है, जिन्होंने बताया है कि शाहीन बाग़ से 29 को भारत बंद का ऐलान किया गया है। इसी में अमित शाह का बयान भी लगाया गया है। जहांगीरपुरी में डबल मर्डर और संसद-विधानसभा सदस्यों को अयोग्य घोषित करने के स्पीकर के अधिकारों को लेकर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी भी पेज पर है। कोर्ट का कहना है कि संसद विचार करे कि यह फैसला स्पीकर ले या स्वंत्रत निकाय। गणतंत्र दिवस की तैयारियों को दर्शाते फोटो को भी जगह मिली है। इसके अलावा, चार सिंगल समाचार हैं। जिसमें नीरव मोदी जैसा एक और बैंक घोटाला, नेपाल में 8 भारतीयों की मौत और अयोध्या केस फिर कोर्ट में, प्रमुख हैं। एंकर की बात करें, तो यहां रेलवे की ई-टिकटिंग से आतंकी फंडिंग के बारे में बताया गया है।
अब हिन्दुस्तान का रुख करें, तो यहां भी तीसरा पेज फ्रंट पेज है। लीड नागरिकता संशोधन कानून पर अमित शाह का सख्त रुख है, जबकि शाहीन बाग़ से भारत बंद की घोषणा को अलग से सिंगल कॉलम में रखा गया है। केजरीवाल का नामांकन प्रमुखता के साथ पांच कॉलम में है। वहीं, ई-टिकटिंग से आतंकी फंडिंग के खुलासे के साथ ही स्पीकर के अधिकारों पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी को भी तवज्जो मिली है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने फिर कश्मीर राग छेड़ा है। उन्होंने इमरान खान से कहा है कि यदि दोनों देश चाहें तो वह मदद के लिए तैयार हैं। अखबार ने इस खबर को फ्रंट पेज पर जगह दी है। इसके अलावा तीन सिंगल समाचारों को भी स्थान मिला है, जिनमें अयोध्या फैसले पर याचिका और नेपाल में 8 भारतीयों की मौत प्रमुख है। एंकर में ग्रीनपीस की रिपोर्ट को सजाया गया है। इसके अनुसार देश के 23 शहरों में उच्च स्तर का वायु प्रदूषण बरकरार है। अखबार ने बैंक घोटाले को फ्रंट पेज पर नहीं रखा है, जबकि यह काफी बड़ी खबर है।
दैनिक भास्कर ने आज भी टॉप बॉक्स से फ्रंट पेज की शुरुआत की है। इसमें राम मंदिर ट्रस्ट से जुड़ी विजय उपाध्याय की बाईलाइन स्टोरी को जगह मिली है। विजय ने बताया है कि ट्रस्ट के लिए 17 नामों की सूची तैयार हो गई है, जिसकी घोषणा 30 को होगी। लीड नागरिकता संशोधन कानून पर अमित शाह का बयान है। हालांकि भारत बंद के ऐलान को इसमें नहीं रखा गया है।
स्पीकर की शक्तियों पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी को प्रमुखता के साथ पेज पर लगाया गया है, वहीं ट्रम्प का कश्मीर राग सिंगल कॉलम में है। केजरीवाल के नामांकन को भी पेज पर जगह मिली है। एंकर में एक सर्वे रिपोर्ट को सजाया गया है, जिसके मुताबिक भारत में सरकार और मीडिया पर लोगों का भरोसा बढ़ा है। बैंक घोटाला और आतंकी फंडिंग के खुलासे को अखबार ने फ्रंट पेज पर नहीं रखा है, जबकि ये दोनों काफ़ी बड़ी खबरें हैं।
वहीं, दैनिक जागरण के फ्रंट पेज पर नजर डालें, तो यहां आतंकी फंडिंग के खुलासे को लीड का दर्जा मिला है। इस खबर को अखबार ने सबसे विस्तार से पाठकों के समक्ष रखा है। सीएए पर अमित शाह का बयान पेज की दूसरी बड़ी खबर है। अखबार ने बैंक घोटाले को भी प्रमुखता के साथ जगह दी है और स्पीकर की शक्तियों पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी को एंकर में रखा गया है।
सबसे आखिर में आज राजस्थान पत्रिका का रुख करते हैं। अखबार ने नागरिकता संशोधन कानून पर अमित शाह के बयान को लीड लगाया है। अच्छी बात यह है कि आज दिल्ली की चुनावी सरगर्मियों को अखबार ने प्रमुखता देते हुए टॉप में जगह दी है। केजरीवाल का नामांकन फोटो के साथ पेज पर है। अयोध्या फैसले पर कोर्ट में याचिका और 370 निष्प्रभावी करने पर कोर्ट में सुनवाई के साथ ही बैंक घोटाला भी पेज पर है। हालांकि, आतंकी फंडिंग के खुलासे के मामले से जुड़ी खबर फ्रंट पेज पर नहीं है। एंकर में राजीव मिश्रा की बाईलाइन है, जिन्होंने बताया है कि कैसे वैज्ञानिकों ने प्रयोगशाला में कृत्रिम भूकंप पैदा किया।
आज का ‘किंग’ कौन?
1: लेआउट के लिहाज से आज नवभारत टाइम्स सबसे बेहतर है। हिन्दुस्तान को दूसरे नंबर पर रखा जा सकता है।
2: खबरों की प्रस्तुति के मामले में दैनिक जागरण को छोड़कर सभी अखबारों के फ्रंट पेज अच्छे नजर आ रहे हैं।
3: कलात्मक शीर्षक की बात करें तो आज सभी अखबार एक जैसे हैं, यानी शीर्षक को कलात्मक बनाने का प्रयास नहीं किया गया है। हालांकि, नवभारत टाइम्स ने एंकर के शीर्षक में जरूर प्रयोग करने का प्रयास किया है।
4: खबरों की बात करें तो नवभारत टाइम्स के साथ ही दैनिक जागरण को अव्वल कहा जा सकता है, क्योंकि दोनों ने फ्रंट पेज पर आतंकी फंडिंग और बैंक घोटाले को जगह दी है। दैनिक भास्कर में राम मंदिर ट्रस्ट को लेकर एक्सक्लूसिव स्टोरी है, लेकिन इन महत्वपूर्ण ख़बरों के मामले में उससे चूक हो गई है।
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