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'अग्रदूत' समाचार समूह की स्वर्ण जयंती पर PM मोदी ने कही ये बात
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को ‘अग्रदूत’ समाचार समूह के स्वर्ण जयंती समारोह का उद्घाटन किया।
समाचार4मीडिया ब्यूरो 2 years ago
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को ‘अग्रदूत’ समाचार समूह के स्वर्ण जयंती समारोह का उद्घाटन किया। पीएम मोदी 6 जुलाई को करीब शाम साढ़े चार बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए से इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
बता दें कि ‘अग्रदूत’ असम का प्रमुख अखबार है। इसकी शुरुआत द्वि-साप्ताहिक अखबार के रूप में हुई थी और इसकी स्थापना असम के वरिष्ठ पत्रकार कनक सेन डेका ने की थी।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि डेका जी के मार्गदर्शन में दैनिक अग्रदूत ने सदैव राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखा। इमरजेंसी के दौरान भी जब लोकतंत्र पर सबसे बड़ा हमला हुआ, तब भी दैनिक अग्रदूत और डेका जी ने पत्रकारीय मूल्यों से समझौता नहीं किया। बीते कुछ दिनों से असम बाढ़ के रूप में बड़ी चुनौती और कठिनाइयों का सामना भी कर रहा है। असम के अनेक जिलों में सामान्य जीवन बहुत अधिक प्रभावित हुआ है। हिमंता जी और उनकी टीम राहत और बचाव के लिए दिनरात बहुत मेहनत कर रही है। मैं मुख्यमंत्री और अन्य के साथ नियमित रूप से बातचीत कर रहा हूं।
उन्होंने कहा कि मैं आज असम के लोगों और अग्रदूत के पाठकों को ये भरोसा दिलाता हूं कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर, लोगों की मुश्किलें कम करने में जुटी हैं। दैनिक अग्रदूत के पिछले 50 वर्षों की यात्रा असम में हुए बदलाव की कहानी सुनाती है। उन्होंने कहा कि जन आंदोलनों ने इस बदलाव को साकार करने में अहम भूमिका निभाई है। जन आंदोलनों ने असम की सांस्कृतिक विरासत और असमिया गौरव की रक्षा की और अब जन भागीदारी की बदौलत असम विकास की नई गाथा लिख रहा है।
उन्होंने कहा कि गुलामी के लंबे कालखंड में भारतीय भाषाओं के विस्तार को रोका गया और आधुनिक ज्ञान-विज्ञान, रिसर्च को इक्का-दुक्का भाषाओं तक सीमित कर दिया गया। भारत के बहुत बड़े वर्ग की उन भाषाओं तक, उस ज्ञान तक पहुंच ही नहीं था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत डिजिटल ज्ञान की बदौलत 21वीं सदी में चौथी औद्योगिक क्रांति का नेतृत्व करेगा। उन्होंने कहा, ‘हमारा जोर अपनी भाषाओं में ज्ञान उपलब्ध कराने पर है। इसलिए, हम राष्ट्रीय भाषा अनुवाद मिशन पर काम कर रहे हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भी मातृ भाषाओं को बढ़ावा दिया है।’ उन्होंने कहा कि सभी भारतीयों को इंटरनेट से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। हर किसी को इंटरनेट से जोड़ना जरूरी है। यह ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की हमारी पहल को सफल बनाने में मदद करेगा।’
इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि स्वच्छ भारत मिशन जैसे अभियान में हमारे मीडिया ने जो सकारात्मक भूमिका निभाई है, उसकी पूरे देश और दुनिया में आज भी सराहना होती है। इसी तरह, अमृत महोत्सव में देश के संकल्पों में भी आप भागीदार बन सकते हैं।
बता दें कि इस अवसर पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा उपस्थित रहे। वह ‘अग्रदूत’ की स्वर्ण जयंती समारोह समिति के मुख्य संरक्षक थे।
‘अग्रदूत’ की शुरुआत असमिया भाषा में एक द्वि-साप्ताहिक के रूप में हुई थी, लेकिन वर्ष 1995 में इसका नियमित दैनिक समाचार पत्र के रूप में प्रकाशन शुरू हुआ। इसने असम की एक विश्वसनीय और प्रभावशाली आवाज के रूप में अपनी पहचान बनायी है।
यहां, देखिए और सुनिए क्या कुछ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने-
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