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जानें, क्यों मैगजींस के लिए दो साल से खास बना हुआ है ये महीना
मैगजींस को मिले विज्ञापनों की बात करें तो 17 प्रतिशत शेयर के साथ सर्विसेज सेक्टर पहले और 10 प्रतिशत शेयर के साथ एसेसरीज सेक्टर दूसरे स्थान पर बना हुआ है
समाचार4मीडिया ब्यूरो 4 years ago
आज के दौर में विज्ञापन प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की रीढ़ हैं, लेकिन पिछले पांच वर्षों की बात करें तो मैगजींस में विज्ञापनों की मात्रा में लगातार कमी आ रही है। ‘टैम एडेक्स’ (TAM AdEx) की रिपोर्ट के अनुसार, इस दौरान मैगजींस की संख्या भी काफी घट गई है। वर्ष 2015 में जहां 194 मैगजींस थीं, वहीं 2019 में इनमें 12.8 प्रतिशत की कमी के साथ यह संख्या घटकर 169 रह गई है।
इस रिपोर्ट में एक खास बात यह देखने को मिली है कि वर्ष 2018 और 2019 में जून ऐसा महीना रहा है, जिसमें मैगजींस को सबसे ज्यादा विज्ञापन मिले हैं। ‘टैम एडेक्स’ की इस रिपोर्ट में वर्ष 2019 के दौरान मैंगजींस में आए एडवर्टाइजिंग ट्रेंड्स को रखा गया है। इस रिपोर्ट से पिछले पांच वर्षों के दौरान विभिन्न राज्यों, भाषाओं और जॉनर में मैगजींस की स्थिति के बारे में पूरी जानकारी मिलती है। इस रिपोर्ट के अनुसार, मैगजीन एडवर्टाइजिंग कई तरह से अलग है। इसमें विज्ञापन के आकार के अलावा इसके कई प्रकार जैसे-डिस्प्ले ऐड्स, एडवरटोरियल्स, क्लासिफाइड्स और स्पेशल प्रमोशंस आदि शामिल हैं।
भारत की बात करें तो टीवी और डिजिटल माध्यमों पर स्पेशलाइज्ड कंटेंट बढ़ा है, जिसका मैगजींस पर काफी चुनौतीपूर्ण प्रभाव पड़ा है। कई अखबारों द्वारा इस दौरान अपने साप्ताहिक परिशिष्ट (weekly supplements) की संख्या भी बढ़ाई गई है। पहले जो कंटेंट मैगजींस में पब्लिश होता था, वह अब अन्य माध्यमों से आसानी से और तेजी से उपलब्ध हो रहा है। यही कारण है कि मैगजींस से पाठकों का जुड़ाव कम होता जा रहा है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि मैगजींस में करीब 73 प्रतिशत विज्ञापन टॉप 10 सेक्टर्स के हैं, जिनमें सर्विसेज सेक्टर 17 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ पहले नंबर पर है जबकि दूसरे नंबर पर 10 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ पर्सनल एसेसरीज सेक्टर है। 2018 में भी जनवरी से अक्टूबर तक यह दोनों सेक्टर्स ही टॉप पर थे।
10 टॉप एडवर्टाइजर्स का रुख करें तो मैगजींस के विज्ञापन में इनका छह प्रतिशत शेयर है, जिनमें एलआईसी पहले स्थान पर है, जिसके बाद स्वच्छ ग्रुप इंडिया करीब एक प्रतिशत शेयर के साथ दूसरे स्थान पर है। वर्ष 2018 में एलआईसी इस लिस्ट में दसवें नबंर पर था, वहीं 2019 में यह टॉप पर आ गया है।
मैगजींस को मिले विज्ञापनों को देखें तो एडवर्टाइजर्स ने वूमैन जॉनर की मैगजींस को सबसे ज्यादा विज्ञापन दिए हैं। कुल विज्ञापन में यह शेयर 26 प्रतिशत है, जिसके बाद न्यूज/करेंट अफेयर्स की मैगजींस 24 प्रतिशत शेयर के साथ दूसरे नंबर पर हैं। मैगजींस को विज्ञापन देने वाली टॉप टेन कैटेगरी में रिटेल आउटलेट्स-ज्वेलर्स, रेडीमेड गारमेंट्स शामिल हैं, महिलाओं पर आधारित मैगजींस को सबसे ज्यादा विज्ञापन दिए गए हैं।
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