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इस मसले पर बोले अवधेश कुमार, अवैध निर्माण गिराने के लिए क्या 50 वर्ष मुकदमा चलेगा?
चारों तरफ अवैध निर्माण हो गए, वहां मुट्ठी भर दो- चार संख्या देखते-देखते कुछ हजार में हो गई लेकिन सरकार और प्रशासन कोई वहां हाथ डालने का साहस नहीं कर सका।
समाचार4मीडिया ब्यूरो 1 month ago
शांतिप्रिय राज्य हिमाचल की राजधानी शिमला इन दिनों बवाल से घिरी हुई है। शिमला के सबसे बड़े उपनगर संजौली में मस्जिद में हुए अवैध निर्माण को लेकर मामला पूरे देश में गूंज गया है। हिंदू संगठनों ने संजौली में मस्जिद के अवैध निर्माण को गिराने के लिए दो दिन का अल्टीमेटम दिया है। इस बीच वरिष्ठ पत्रकार अवधेश कुमार ने अपने सोशल मीडिया से एक पोस्ट कर इस मामले में अपनी राय व्यक्त की है।
उन्होंने अपने एक्स हैंडल से एक पोस्ट की और लिखा, हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली बाजार में मस्जिद के अवैध निर्माण को गिराने तथा हो रही अवांछित मजहबी गतिविधियों को रोकने की मांग को लेकर लोगों का आक्रोश फूट पड़ा और वो सड़कों पर निकल आए।
सामान्यतया शिमला में इस तरह के प्रदर्शन नहीं देखे जाते। स्पष्ट है कि आम लोगों यानी हिंदुओं के लिए वहां सामान्य जीवन जीना कठिन हो गया है। अजीब स्थिति है। किसी मस्जिद में तीन-तीन मंजिल अवैध निर्माण हो गए, चारों तरफ अवैध निर्माण हो गए, वहां मुट्ठी भर दो- चार संख्या देखते-देखते कुछ हजार में परिणत हो गई लेकिन सरकार और प्रशासन कोई वहां हाथ डालने का साहस नहीं कर सका।
2010 से मामला शिमला नगर निगम आयुक्त के कोर्ट में है। 42 से ज्यादा सुनवाई हो चुकी है लेकिन वहां गतिविधियां जस की तस डरावनी है। आम लोगों ने चोरी, छीना-झपटी, मारपीट , हिंसा तथा लड़कियों - महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार आदि की न जाने कितनी शिकायतें पुलिस प्रशासन को की।
बावजूद रुकी नहीं। काफी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग वहां आ गए हैं। वह समूह में निकलते हैं, अपने मजहब का प्रचार करते हैं, आवश्यकता होने पर मार - पिटाई करते हैं लेकिन मुख्यमंत्री और उनके मंत्री कह रहे हैं कि जो कुछ भी होगा कानून और संविधान के तहत होगा।
नगर निगम आयुक्त का बयान है कि निर्माण अवैध है। तो अवैध निर्माण गिराने के लिए क्या 50 वर्ष मुकदमा चलेगा? अगर यही भवन हिंदुओं का होता तो क्या सरकार और प्रशासन को इतना समय लगता? आश्चर्य की बात है कि इस बीच भाजपा की सरकार भी वहां रही और उसे सब कुछ पता है।
बावजूद कार्रवाई नहीं हुई और आज उन्हें वहां से हटाना मुश्किल हो गया है। महिलाओं के लिए क्षेत्र से गुजरा कठिन हो गया है। दुकानदारों से झगड़ा कर उनके हाथ- पैर तोड़ दिए जाते हैं। सोचिए ! हमारे देश में क्या हो रहा है?
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली बाजार में मस्जिद के अवैध निर्माण को गिराने तथा हो रही अवांछित मजहबी गतिविधियों को रोकने की मांग को लेकर लोगों का आक्रोश फूट पड़ा और वो सड़कों पर निकल आए। सामान्यतया शिमला में इस तरह के प्रदर्शन नहीं देखे जाते। स्पष्ट है कि आम लोगों यानी… pic.twitter.com/4NEHEEnN48
— Awadhesh Kumar (@Awadheshkum) September 5, 2024
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