होम / सोशल मीडिया / आतंकी के पक्ष में खड़े लड़के नेता बन जाते हैं, चुनाव लड़ते हैं: अशोक श्रीवास्तव
आतंकी के पक्ष में खड़े लड़के नेता बन जाते हैं, चुनाव लड़ते हैं: अशोक श्रीवास्तव
देश के सबसे सुरक्षित कहे जाने वाले संसद भवन में बड़ी चूक का मामला सामना आया है। लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दो युवक सदन में प्रवेश कर गए। दोनों शख्स दर्शक दीर्घा से कूदे थे।
समाचार4मीडिया ब्यूरो 9 months ago
देश के सबसे सुरक्षित कहे जाने वाले संसद भवन में बड़ी चूक का मामला सामना आया है। लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दो युवक सदन में प्रवेश कर गए। दोनों शख्स दर्शक दीर्घा से कूदे थे। कार्यवाही में मौजूद सांसदों के मुताबिक, दोनों युवकों के हाथ में टियर गैस कनस्तर था। दोनों युवकों को सांसदों ने पकड़ा। इसके बाद दोनों को सुरक्षाकर्मियों के हवाले कर दिया गया।
इस घटना को लेकर वरिष्ठ पत्रकार अशोक श्रीवास्तव ने अपने 'एक्स' हैंडल से एक पोस्ट की और अपना रोष प्रकट किया। उन्होंने लिखा, '13 दिसंबर 2001 को संसद पर आतंकी हमला हुआ था। इस हमले में अफजल गुरु भी शामिल था। 9 फरवरी 2013 को अफजल गुरु को पूरी न्यायायिक प्रक्रिया के बाद फांसी पर लटका दिया गया। 2016 में कन्हैया कुमार के नेतृत्व में जेएनयू में आतंकी अफजल गुरु के "सम्मान" में उसकी बरसी मनाई जाती है और जब वहां भारत विरोधी नारे लगते हैं तो आतंकी अफजल गुरु की बरसी मनाने वालों के समर्थन में राहुल गांधी और सीताराम येचुरी जैसे नेता खड़े हो जाते हैं।
मीडिया का एक हिस्सा आतंकी की बरसी मनाने वालों को हीरो बनाता है और उनके आधे घंटे के इंटरव्यू प्रसारित होते हैं। आतंकी के पक्ष में खड़े लड़के नेता बन जाते हैं, चुनाव लड़ते हैं, देखते ही देखते उनके झोपड़ों के बगल में दो मंजिला मकान खड़े हो जाते हैं।
जिस देश में आतंकवादियों को हीरो बनाने का इको सिस्टम हो और ऐसा करना राजनीतिक कैरियर बनाने और पैसा कमाने का जरिया हो, वहां संसद में घुस कर पटाखे छोड़ने वाले एक नहीं सैंकड़ों सिरफिरे पैदा होते रहेंगे।
13 दिसंबर 2001 को संसद पर आतंकी हमला हुआ था। इस हमले में अफजल गुरु भी शामिल था। 9 फरवरी 2013 को अफजल गुरु को पूरी न्यायायिक प्रक्रिया के बाद फांसी पर लटका दिया गया।
— Ashok Shrivastav (@AshokShrivasta6) December 13, 2023
2016 में कन्हैया कुमार के नेतृत्व में जेएनयू में आतंकी अफजल गुरु के "सम्मान" में उसकी बरसी मनाई जाती है और जब वहां…
टैग्स