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इस ऐतिहासिक घटना पर बोले ब्रजेश मिश्रा, भारत का संविधान अमर रहे
इस विधेयक में कहा गया है कि महिलाओं के लिए आरक्षण नई जनगणना के बाद परिसीमन प्रक्रिया पूरी होने के बाद लागू होगा।
समाचार4मीडिया ब्यूरो 1 year ago
नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा पेश किए गए महिला आरक्षण विधेयक में लोकसभा, राज्य विधानसभाओं और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में महिलाओं के लिए ‘जितना संभव हो सके’ एक तिहाई या 33% सीटें आरक्षित करने का प्रस्ताव किया गया है। दोनों सदनों में यह बिल ध्वनिमत से पारित हो गया है।
इस विधेयक में कहा गया है कि महिलाओं के लिए आरक्षण नई जनगणना के बाद परिसीमन प्रक्रिया पूरी होने के बाद लागू होगा यानी कि बदलाव 2024 के लोकसभा चुनावों के बाद लागू हो सकते हैं। इस ऐतिहासिक क्षण पर वरिष्ठ पत्रकार ब्रजेश मिश्रा ने एक्स पर पोस्ट कर अपने मन की बात कही।
उन्होंने लिखा, भारत के संसदीय लोकतंत्र के लिए ये महान बेला है। महिलाओं को आने वाले वक्त में लोकसभा और विधानसभाओं में 33% सीटें आरक्षित होंगी। हक और हुकूक मिलेगा। नेतृत्व मिलेगा। नीति बनाएंगी। नीयत। अपने समाज के साथ। सबकी उन्नति, सबका साथ। कानून बन गया है।
अधिकार, आज नही तो कल मिलेगा। कल नही तो परसों मिल जायेगा। कभी तो मिलेगा ही। क्योंकि कानून तो बन गया है। किसी भी देश की प्रगति समझने का एक ही फॉर्मूला है। उस देश की महिलाओं की स्थिति। जहां महिलाएं आगे हैं उन मुल्कों में असाधारण उपलब्धि हासिल की है।
फिनलैंड, नार्वे, स्वीडन जैसे मुल्क इसके उदाहरण है। नारी समाज का अभिनंदन। लेकिन अभी तो आपका संघर्ष शुरू ही हुआ है। गद्दी तक पहुंचने के लिए बड़े बड़े युद्ध लड़ने होंगे। बलिदान देना होगा। मिलकर लड़ेंगे। जीतेंगे। भारत का संविधान अमर रहे।
भारत के संसदीय लोकतंत्र के लिए ये महान बेला है। महिलाओं को आने वाले वक्त में लोकसभा और विधानसभाओं में 33% सीटें आरक्षित होंगी। हक और हुकूक मिलेगा। नेतृत्व मिलेगा। नीति बनाएंगी। नीयत। अपने समाज के साथ। सबकी उन्नति, सबका साथ। कानून बन गया है। अधिकार, आज नही तो कल मिलेगा। कल नही तो…
— Brajesh Misra (@brajeshlive) September 21, 2023
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