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नारायण मूर्ति के इस बयान पर बोले अखिलेश शर्मा: देश के लिए खून पसीना बहाना होगा
अच्छी बात का विरोध करने वाले नारायणमूर्ति के बयान का केवल वह हिस्सा ले उड़े, जिसमें उन्होंने युवाओं से हर सप्ताह 70 घंटे काम करने की अपील की।
समाचार4मीडिया ब्यूरो 11 months ago
इंफोसिस के संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति ने कहा है कि भारत के वर्क कल्चर को सुधारने की जरूरत है। युवाओं को हफ्ते में 70 घंटे काम करने की जरूरत है तभी वह ग्लोबल स्टेज पर मौजूद प्रतियोगिता का मुकाबला कर सकते हैं। हालांकि उनके इस बयान पर कई लोगों ने आपत्ति भी जताई है।
दरअसल, 77 साल के नारायण मूर्ति इंफोसिस के पूर्व सीईओ मोहनदास पई से एक पॉडकास्ट पर बातचीत कर रहे थे। एन आर नारायण मूर्ति ने कहा है कि अगर भारत को जापान और जर्मनी की तर्ज पर विकसित देशों की कतार में खड़ा होना है तो भारत में कामकाजी घंटे की अवधि बढ़ाने की जरूरत है।
इस मामले पर वरिष्ठ पत्रकार अखिलेश शर्मा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की और अपने मन की बात कहीं। उन्होंने लिखा, 'हर अच्छी बात का विरोध करने वाले एन आर नारायणमूर्ति के बयान का केवल वह हिस्सा ले उड़े जिसमें उन्होंने युवाओं से हर सप्ताह 70 घंटे काम करने की अपील की। विरोधियों ने इसे श्रम क़ानूनों से जोड़ दिया। दरअसल, वे चीन और जापान का उदाहरण देकर भारत में उत्पादकता में सुधार, सरकारी भ्रष्टाचार में कमी और नौकरशाही की देरी को खत्म करने की बात कर रहे हैं।
युवा अत्यधिक दृढ़, अनुशासित और कड़ी मेहनत करें, इसमें किसी को क्या आपत्ति हो सकती है। ऐसा क्यों कि जिन्हें भारत में ऐसा करने पर आपत्ति है, वही विदेश जाकर ठीक यही सब करते हैं। जब आप दूसरे देशों की अर्थव्यवस्था मजबूत करने के लिए खून-पसीना बहा सकते हैं तो स्वदेश के लिए क्यों नहीं?'
हर अच्छी बात का विरोध करने वाले एन आर नारायणमूर्ति के बयान का केवल वह हिस्सा ले उड़े जिसमें उन्होंने युवाओं से हर सप्ताह 70 घंटे काम करने की अपील की। विरोधियों ने इसे श्रम क़ानूनों से जोड़ दिया। दरअसल, वे चीन और जापान का उदाहरण देकर भारत में उत्पादकता में सुधार, सरकारी भ्रष्टाचार…
— Akhilesh Sharma (@akhileshsharma1) October 27, 2023
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