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पलकी शर्मा ने यूरोपीय संघ को दिखाया आईना, पूछा ये बड़ा सवाल
यह सौदा कई हफ्तों की बातचीत और यूरोप द्वारा ट्यूनीशिया को 1 बिलियन यूरो (1.12 बिलियन डॉलर) की बड़ी सहायता देने की प्रतिज्ञा के बाद हुआ है।
समाचार4मीडिया ब्यूरो 1 year ago
ट्यूनीशिया और यूरोपीय संघ ने रविवार को एक 'रणनीतिक साझेदारी' समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसमें उत्तरी अफ्रीकी देश से यूरोप के लिए रवाना होने वाली नौकाओं में तेज वृद्धि के दौरान मानव तस्करों से निपटना और सीमाओं को सख्त करना शामिल है।
यह सौदा कई हफ्तों की बातचीत और यूरोप द्वारा ट्यूनीशिया को 1 बिलियन यूरो (1.12 बिलियन डॉलर) की बड़ी सहायता देने की प्रतिज्ञा के बाद हुआ है। इस पूरे मामले पर वरिष्ठ पत्रकार व सीनियर एंकर पलकी शर्मा ने ट्वीट कर यूरोपीय संघ पर सवाल खड़े किए हैं।
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, पिछले सप्ताह EU संसद भारत को मानवाधिकार का उपदेश दे रही थी। अब, वे आगे बढ़ गए हैं और अफ्रीकी अप्रवासियों को दूर रखने के लिए ट्यूनीशिया के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। यूरोप ने कार्रवाई और दुर्व्यवहार को आउटसोर्स किया है, जिसके लिए वे ट्यूनीशिया को 1 बिलियन डॉलर देंगे।
वे इसे एक व्यापक रणनीतिक साझेदारी कहते हैं, लेकिन यह क्या है- यूरोप ने अपना गंदा काम करने के लिए ट्यूनीशिया नामक एक बाउंसर को काम पर रखा है। मानव अधिकार? क्या उनकी संसद इस पर बहस करेगी?
आपको बता दें कि हाल के महीनों में हजारों गैर-दस्तावेज अफ्रीकी प्रवासी तस्करों की नावों में यूरोप जाने की चाह में स्फ़ैक्स शहर में आ गए हैं, जिससे ट्यूनीशिया के लिए एक अभूतपूर्व प्रवासन संकट पैदा हो गया है। पलकी शर्मा उपाध्याय के इस ट्वीट को आप यहां देख सकते हैं-
Last week the EU Parliament was preaching human rights to India. Now, they've gone ahead and signed a deal with Tunisia to keep African immigrants away. Europe has outsourced the crackdown and abuse, for which they'll give Tunisia $1 billion. They call it a comprehensive… https://t.co/HwlP92AmqA
— Palki Sharma (@palkisu) July 18, 2023
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