होम / सोशल मीडिया / प्रणव सिरोही बोले, इस वजह से आज भी प्रासंगिक हैं 'सीएम नीतीश कुमार'

प्रणव सिरोही बोले, इस वजह से आज भी प्रासंगिक हैं 'सीएम नीतीश कुमार'

इस फेहरिस्त में फिर चाहे आरसीपी सिंह हों या फिर ललन सिंह। वह किसी करीबी या दरबारी पर निर्भर नहीं। यही स्थिति पीएम मोदी की है।

समाचार4मीडिया ब्यूरो 8 months ago

नीतीश कुमार की अगुवाई वाली एनडीए सरकार ने बिहार विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया है। विश्वास मत पर पहले ध्वनिमत से फ़ैसला लिया गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कहने पर वोटिंग कराई गई और विश्वास मत के पक्ष में 129 वोट पड़े। इस पूरे मसले पर पत्रकार प्रणव सिरोही ने अपने 'एक्स' हैंडल से एक पोस्ट की और बताया कि क्यों सीएम नीतीश कुमार आज भी इतने प्रासंगिक हैं।

उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा, 'नीतीश कुमार अपनी पार्टी पर पकड़ बनाए रखते हुए खुद को आखिर प्रासंगिक बनाए हुए क्यों हैं? क्योंकि वह 'संजय राउत सिंड्रोम' से ग्रस्त नहीं। एक वक्त उन्होंने प्रशांत किशोर को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया था, लेकिन उनसे पीछा छुड़ाने में पल भर नहीं लगाया। जिन जीतनराम मांझी को अपनी कुर्सी तक देने का भरोसा जताया, उन्हें भी एक झटके में चलता कर दिया।

इस फेहरिस्त में फिर चाहे आरसीपी सिंह हों या फिर ललन सिंह। वह किसी करीबी या दरबारी पर निर्भर नहीं। यही स्थिति पीएम मोदी की है। पीएम मोदी के इर्दगिर्द की व्यूह रचना तो और घनी एवं मजबूत है कि उनके 'आत्मीय घेरे' तक इक्का-दुक्का लोगों की ही पहुंच है और जिनकी है भी वे 'नॉन-नोनसेंस' और 'प्योर बिजनेस' वाले लोग हैं। कोई इधर-उधर की बात नहीं। केवल टार्गेट और टास्क। इसलिए सफलता को साधे हुए हैं।

दूसरी ओर, कांग्रेस से लेकर शिवसेना और सपा तक ऐसे दलों की सूची अंतहीन है, जो दरबारी-अपसंस्कृति के शिकार होकर अपना आधार गंवा रहे हैं। एक वक्त अरविंद केजरीवाल की पार्टी भी इससे मुक्त थी, लेकिन अब केजरीवाल भी कुछ नेताओं पर निर्भर होते जा रहे हैं।'


टैग्स दैनिक जागरण मीडिया तेजस्वी यादव बिहार विधानसभा समाचार फॉर मीडिया प्रणव सिरोही सीएम नीतीश कुमार
सम्बंधित खबरें

डिजिटल अरेस्ट पर बोले पीएम मोदी, राजीव सचान ने पूछा ये बड़ा सवाल

देश में डिजिटल अरेस्ट के मामले इन दिनों तेजी से बढ़ रहे हैं। डिजिटल अरेस्ट के जरिए साइबर ठग आसानी से लोगों को अपना शिकार बना लेते हैं।

2 days ago

विनोद अग्निहोत्री ने खुले दिल से की संकेत उपाध्याय की तारीफ, जानिये इसका कारण

ये है अहर्निश पत्रकार होना। जाने माने पत्रकार संकेत उपाध्याय और मैं पुणे से लौट रहे थे। मैंने कश्मीर में मारे गये श्रमिकों पर अपनी पोस्ट की चर्चा की।

6 days ago

दीपोत्सव को जुटे छात्रों पर भांजी लाठी, दीपक चौरसिया का फूटा गुस्सा

जब छात्रों का धड़ा दीपावली मना रहा था तभी मुस्लिम छात्र आए दीयों, रंगोली, मिठाइयों, फूलों को पैरों और गाड़ियों से कुचलते हुए मजहबी उन्माद के नारे लगाने लगे।

6 days ago

भारत ने चीन पर अनेक मुद्दों पर सफलता हासिल की: डॉ. सुधांशु त्रिवेदी

दोनों नेताओं की 50 मिनट तक बात हुई। इस बैठक में पीएम मोदी के साथ विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल भी मौजूद थे।

6 days ago

भारत ने उच्च स्तर की कूटनीतिक निपुणता का प्रदर्शन किया: राहुल कंवल

पीएम मोदी और जिनपिंग के बीच यह बैठक ऐसे समय में हुई है, जब दो दिन पहले ही भारत और चीन ने एलएसी पर सभी विवादित बिंदुओं से डिसइंगेजमेंटकी घोषणा की है।

6 days ago


बड़ी खबरें

'जागरण न्यू मीडिया' में रोजगार का सुनहरा अवसर

जॉब की तलाश कर रहे पत्रकारों के लिए नोएडा, सेक्टर 16 स्थित जागरण न्यू मीडिया के साथ जुड़ने का सुनहरा अवसर है।

5 hours ago

‘Goa Chronicle’ को चलाए रखना हो रहा मुश्किल: सावियो रोड्रिग्स

इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिज्म पर केंद्रित ऑनलाइन न्यूज पोर्टल ‘गोवा क्रॉनिकल’ के फाउंडर और एडिटर-इन-चीफ सावियो रोड्रिग्स का कहना है कि आने वाले समय में इस दिशा में कुछ कठोर फैसले लेने पड़ सकते हैं।

1 hour ago

रिलायंस-डिज्नी मर्जर में शामिल नहीं होंगे स्टूडियो के हेड विक्रम दुग्गल 

डिज्नी इंडिया में स्टूडियो के हेड विक्रम दुग्गल ने रिलायंस और डिज्नी के मर्जर के बाद बनी नई इकाई का हिस्सा न बनने का फैसला किया है

5 hours ago

फ्लिपकार्ट ने विज्ञापनों से की 2023-24 में जबरदस्त कमाई

फ्लिपकार्ट इंटरनेट ने 2023-24 में विज्ञापन से लगभग 5000 करोड़ रुपये कमाए, जो पिछले साल के 3324.7 करोड़ रुपये से अधिक है।

1 day ago

क्या ब्रॉडकास्टिंग बिल में देरी का मुख्य कारण OTT प्लेटफॉर्म्स की असहमति है?

विवादित 'ब्रॉडकास्टिंग सर्विसेज (रेगुलेशन) बिल' को लेकर देरी होती दिख रही है, क्योंकि सूचना-प्रसारण मंत्रालय को हितधारकों के बीच सहमति की कमी का सामना करना पड़ रहा है। 

1 day ago