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यह देश एक धर्मप्राण देश है धर्मनिरपेक्ष नहीं: डॉ. सुधांशु त्रिवेदी
राज्यसभा सांसद और बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉक्टर सुधांशु त्रिवेदी ने एक टीवी डिबेट में कहा कि आज इस राष्ट्र का धर्म प्राण प्रतिष्ठित हो रहा है।
समाचार4मीडिया ब्यूरो 9 months ago
अयोध्या के राम मंदिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत एवं अन्य गणमान्य अतिथियों की मौजूदगी में रामलला की प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा की गई। इस मौके पर राज्यसभा सांसद और बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉक्टर सुधांशु त्रिवेदी ने एक टीवी डिबेट में अपने विचार व्यक्त किए।
उन्होंने कहा, 'जिन्हें श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में धार्मिकता के कारण समस्या दिख रही है तो उनसे मैं कहना चाहूंगा कि यह देश एक धर्मप्राण देश है धर्मनिरपेक्ष नहीं। यह पंथनिरपेक्ष है पर समस्या यह है कि इस देश के धर्म को सांप्रदायिक कह-कहकर छोटा करने का प्रयास हुआ। आज इस राष्ट्र का धर्म प्राण प्रतिष्ठित हो रहा है।
अतः कृत्रिम धर्म के ठेकेदारों को कष्ट हो रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने इन सभी श्रमिकों का हार्दिक अभिनंदन करते हुए उन पर पुष्प वर्षा की जो इस राष्ट्र के वास्तविक भाव के अनुरूप है। वहीं यदि स्थापित कहानी को सच माना जाए तो ताजमहल बनाए जाने वाले कारीगरों के हाथ कटवा दिये गये थे और उस निंदनीय नृशंसता की कहानी को भी प्रेम के प्रतीक की महानता बता कर महिमा मंडित करके इस राष्ट्र का कृत्रिम प्रतीक बनाकर रखा गया था।
यह अंतर है भारत के वास्तविक धर्म की महानता और वास्तविकता धर्म के साथ छल करके अब तक दिखाए गए कृत्रिम धर्म की वास्तविकता में।'
जिन्हें श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में धार्मिकता के कारण समस्या दिख रही है तो उनसे मैं कहना चाहूंगा कि यह देश एक धार्मप्राण देश है धर्मनिरपेक्ष नहीं, यह पंथनिरपेक्ष है पर समस्या यह है कि इस देश के धर्म को सांप्रदायिक कह कह कर छोटा करने का प्रयास हुआ।
— Dr. Sudhanshu Trivedi (@SudhanshuTrived) January 23, 2024
आज इस राष्ट्र का… pic.twitter.com/foGglmXsOe
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