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तिरुपति के प्रसाद में मिलावट क्या जानबूझकर धर्म भ्रष्ट करने के लिए हुई: अखिलेश शर्मा
तिरुपति में लड्डुओं के घी में मिलावट का मामला बहुत संगीन है। इसके कई आयाम हैं। एक तो यह भी कि क्या यह जानबूझकर धर्म भ्रष्ट करने के लिए किया गया ?
समाचार4मीडिया ब्यूरो 3 weeks ago
आंध्र प्रदेश में तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद को लेकर सियासत गरमा गई है। प्रसाद में उपयोग होने वाले घी की जांच रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें मछली के तेल और जानवरों की चर्बी मिलाने के इस्तेमाल की पुष्टि हुई है। इस पूरे घटनाक्रम से पूरे देश के संतों में नाराजगी देखने को मिल रही है।
वही वरिष्ठ पत्रकार अखिलेश शर्मा ने भी अपने सोशल मीडिया हैंडल से एक पोस्ट की और अपनी राय व्यक्त की है। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, मिलावटखोरों ने भगवान और भक्तों को भी नहीं छोड़ा। तिरुपति में लड्डुओं के घी में मिलावट का मामला बहुत संगीन है।
इसके कई आयाम हैं। एक तो यह भी कि क्या यह जानबूझकर धर्म भ्रष्ट करने के लिए किया गया या फिर यह मिलावट के जरिए मुनाफाखोरी का एक घिनौना उदाहरण है? भारत में खाने की सुरक्षा भगवान भरोसे है। पर यह क्या पता था कि भगवान के नाम पर मिलने वाले खाने की भी सुरक्षा नहीं।
आपको बता दे, जांच में पता चला है कि इन लड्डुओं में जिस घी का इस्तेमाल हो रहा था, वो मिलावटी था। इसमें फिश ऑयल, एनिमल टैलो और लार्ड की मात्रा पाई गई है। एनिमल टैलो का मतलब पशु में मौजूद फैट से होता है। इसमें लार्ड भी मिला हुआ था। लार्ड का मतलब जानवरों की चर्बी से होता है। इसी घी में फिश ऑयल की मात्रा भी पाई गई है।
मिलावटखोरों ने भगवान और भक्तों को भी नहीं छोड़ा। तिरुपति में लड्डुओं के घी में मिलावट का मामला बहुत संगीन है। इसके कई आयाम हैं। एक तो यह भी कि क्या यह जानबूझकर धर्म भ्रष्ट करने के लिए किया गया या फिर यह मिलावट के जरिए मुनाफाखोरी का एक घिनौना उदाहरण है? भारत में खाने की सुरक्षा…
— Akhilesh Sharma (@akhileshsharma1) September 20, 2024
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