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जहां से चलते हैं न्यूज चैनल्स, क्यों हो रही है उस नोएडा फिल्म सिटी की खुदाई की मांग!
नोएडा फिल्म सिटी अचानक से ट्रॉलर्स के निशाने पर आ गया और देखते-देखते ही वो ट्विटर के टॉप ट्रेंडस में आ गया...
समाचार4मीडिया ब्यूरो 4 years ago
नोएडा फिल्म सिटी अचानक से ट्रॉलर्स के निशाने पर आ गया और देखते-देखते ही वो ट्विटर के टॉप ट्रेंडस में आ गया। फिर तो एक-एक करके सारे बड़े चैनल्स और कई बड़े एंकर्स भी निशाने पर आने लगे। एक हैशटैग ट्रेंड करने लगा, #NoidaFilmCityExcavation। फिर तमाम तरह की ट्वीट्स सामने आने लगीं कि योगी का इस पर क्या बयान है, मोदी का क्या बयान है, ‘चलो फिल्म सिटी’ स्लोगन का एलान तक कर दिया गया और फिल्म सिटी का एक पुराना मैप भी ट्विटर पर घूमने लगा। लगा मानो फिल्म सिटी की खुदाई अब होकर रहेगी। आखिर माजरा क्या था, ये समझने के लिए आपको पहले ट्विटर पर @RoflGandhi_ नाम के ट्विटर एकाउंट की 17 अक्टूबर की 7 ट्वीट्स पढ़नी पड़ेंगी, तभी कहानी समझ में आएगी। हमने उन ट्वीट्स के जरिए पूरी कहानी लिखी है।
रोहतक यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर बलवान दहिया जी हिंदू अध्यात्म के रिसर्चर हैं। हनुमानजी पर गहरा अध्ययन किया है। उनकी रिसर्च है कि जब हनुमानजी संजीवनी लेकर लौट रहे थे तो उनकी गदा पर लगा एक मनका नीचे गिर गया था। हजारों साल बीत गए। नौवीं सदी में वो मनका एक गरीब कृपाराम को मिला। देखते-देखते कृपाराम की किस्मत बदल गयी। उसने चावल का काम शुरू किया और वो लखपति हो गया। तब उस रहस्यमयी मनके की महिमा समझ आयी। उसकी पत्नी भामादेवी ने मनके को मंदिर में स्थापना करने की सलाह दी। कृपाराम ने भव्य बजरंगी मंदिर बनवाकर मनका स्थापित कर दिया।
मंदिर के आस-पास शहर बस गया। शहर इतना खुशहाल था कि सोने की ईंटों के फर्श लगे थे। शहर का नाम था नवोदय। फिर 11वीं शताब्दी में नवोदय नगरी के राजा अजेयनाथ और टीपू खान के बीच भयंकर जंग हुई। इससे पहले कि टीपू नवोदय नगर को लूट पाता, कुलदेवी महामाया ने शहर को पाताल में छुपा दिया। प्रोफेसर दहिया की रिसर्च और मशहूर पुरातत्व विशेषज्ञ कगिशो आर्चर की रिपोर्ट कहती है कि जहां सोने की नवोदय नगरी थी, वहां आज नोएडा शहर आबाद है। मनका जड़ित भव्य बजरंगी मंदिर की सही लोकेशन सेक्टर 16 A फ़िल्म सिटी बतायी गयी है। शायद मंदिर भूतल से लगभग 3000 मीटर नीचे है।
प्रोफेसर दहिया के दादाजी भलेराम दहिया भी एक बार नेहरूजी से मिले थे और बजरंगी मंदिर की खोज के लिए खुदाई की मांग की थी। लेकिन उन्हें अनसुना कर दिया गया। आज फ़िल्म सिटी में बहुत सारे न्यूज़ स्टूडियो आबाद हैं और धरातल में कैद है एक चमत्कारी रहस्य जो भारत की किस्मत बदल सकता है। प्रोफेसर दहिया अब प्रधानमंत्रीजी से उम्मीद कर रहे हैं जैसे वो नेहरूजी की अन्य गलतियों को सुधार रहे हैं, वैसे ही नवोदय नगरी के बजरंगी मंदिर की खोज करके एक और इतिहास ठीक कर देंगे। न्यूज़ स्टूडियो तो कहीं भी बस सकते हैं, लेकिन बजरंगी का निवास एक विशेष स्थल ही होता है। आज नहीं तो कल देश की जनता इसका जवाब जरूर मांगेगी। आस्था के ऊपर कुछ नहीं, न्यूज स्टूडियो तो बिल्कुल नहीं।
तो ये थी वो मनगढ़ंत कहानी जो इस पैरोडी, सैटायर ट्वीट करने वाले एकाउंट्स से बताई गई थी, और निशाना था राष्ट्रवादी किस्म के एंकर और उनके चैनल्स। जो अक्सर राम मंदिर विवाद पर किसी ना किसी व्यक्ति को बुलाकर बिना साक्ष्य के कहानियां गढ़ने लगते हैं, या फिर तथ्यों पर तो सही डिसकशन करते हैं लेकिन प्रोमो इस तरह का बनाते हैं, मानो खुद राम प्रकट होकर बताने वाले हैं कि वो कहां पैदा हुए थे।
चूंकि ये प्लांड ट्वीट्स थे, सो सभी एंटी मोदी पत्रकारों के लिए इसे जमकर रिट्वीट किया, पहला ट्वीट ही साढ़े तीन हजार से ज्यादा बार रिट्वीट हो चुका है। ऐसे में बहुत से लोगों की समझ नहीं आ रहा था कि आखिर फिल्म सिटी नोएडा की खुदाई की जरुरत क्यों पड़ गई, क्यों ये हैशटैग ट्रेड कर रहा है, लेकिन वो भी इस मौज मस्ती में शामिल हो गए और इस तरह दो दिन तक ये हैशटैग ट्विटरत्तियों के बीच छाया रहा।
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