पूरी दुनिया में खौफ का पर्याय बन चुके कोरोनावायरस (कोविड-19) के कारण आर्थिक संकट का हवाला देते हुए देश के कई प्रतिष्ठानों ने अपने एंप्लाईज की सैलरी में कटौती की घोषणा की है
‘इंडियन न्यूजपेपर सोसायटी’ (INS) ने आर्थिक संकट का सामना कर रही न्यूजपेपर इंडस्ट्री के लिए सरकार से मदद की गुजारिश की है।
धीमी अर्थव्यवस्था के दौर से धीरे-धीरे उबरने की कोशिश कर रही मीडिया इंडस्ट्री के सामने कोरोनावायरस (कोविड-19) के रूप में फिर एक परेशानी आ गई है।
तमाम लोगों को अपना शिकार बना चुके कोरोनावायरस (कोविड-19) के साइड इफेक्ट मीडिया इंडस्ट्री पर पड़ने शुरू हो गए हैं।
महामारी के चलते इन दिनों न्यूज चैनल्स के परिचालन में ज्यादा लागत आ रही है और विज्ञापन की कमी भी बनी हुई है।
माना जाता है कि कोरोनावायरस (कोविड-19) और टीवी ब्रॉडकास्ट बिजनेस पर पड़े इसके प्रभाव के कारण ही ‘स्टार’ ने यह फैसला किया है
टाइम्स नेटवर्क के मुंबई कार्यालय में उस समय हड़कंप मच गया, जब पता चला है कि ग्रुप के 6 कर्मचारी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए हैं
कोरोनावायरस (कोविड-19) के खिलाफ जंग में पूरी दुनिया समेत भारत भी जोर-शोर से लगा हुआ है।
मद्रास हाईकोर्ट ने उस याचिका को खारिज कर दिया है, जिसमें ये मांग की गई थी कि राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान अखबारों के प्रकाशन पर रोक लगा दी जाए।
प्रिंट इंडस्ट्री से जुड़े दिग्गजों का कहना है कि यह अस्थायी दौर है और जल्द ही जोरदार वापसी होगी