दिल्ली के रहने वाले दिवाकर गुप्ता इंदिरापुरम के शक्तिखंड-1 में गुप्ता स्वीट्स के नाम से दुकान करते हैं
मेरठ की चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी से पढ़ाई पूरी कर हसीन शाह हिन्दुस्तान नोएडा में निभा रहे थे क्राइम रिपोर्टर की जिम्मेदारी
राजधानी दिल्ली से प्रकाशित होने वाले हिंदी के प्रमुख अखबारों में विज्ञापनों की बरसात जारी है
इस पद के लिए चयन लिखित परीक्षा व साक्षात्कार के बाद होगा, आवेदन के लिए भेजे जाने वाले लिफाफे के ऊपर पद का नाम लिखना न भूलें
अमिश त्रिपाठी ही एकमात्र ऐसे पैनलिस्ट हैं, जिन्हें दूसरी बार इस टीम में शामिल किया गया
आज भी प्रमुख अखबारों में काफी विज्ञापन है, जिसकी वजह से कई अखबारों ने खबरों के लिहाज से अपने तीसरे पेज को फ्रंट पेज बनाया है
वर्ष 1999 में सुषमा स्वराज की लाहौर यात्रा से जुड़ा वह संस्मरण भी साझा किया, जब मिठाई वाले ने पैसे लेने से कर दिया था इनकार
मई 2009 में मध्य प्रदेश के विदिशा से पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ने के दौरान सुषमा स्वराज ने इस मुद्दे पर अपनी बात रखी थी
दिल्ली से प्रकाशित होने वाले प्रमुख अखबारों में विज्ञापनों की बारिश जारी है। ऐसे में अधिकांश अखबारों ने तीसरे पेज को अपना फ्रंट पेज बनाया है
अनुच्छेद 370 की विदाई कोई आसान काम नहीं था। कमोबेश हर दल इसके पक्ष में था, लेकिन सत्ता में रहते हुए उसे हटाने का साहस कोई नहीं कर पाया