आर्थिक गतिविधियों के ठप हो जाने और निजी क्षेत्र से विज्ञापन न मिलने की आशंका के चलते न केवल न्यूजपेपर इंडस्ट्री बल्कि मैगजीन इंडस्ट्री भी बुरे हालातों से गुजर रही है।
टेलिविजन प्रसारण कंपनियों के संगठन ‘न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन’ (एनबीए) ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर अपनी गंभीर समस्याओं का निदान करने की मांग की है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक फरवरी को पेश बजट में प्रिंट मीडिया इंडस्ट्री को बड़ी राहत दी है
तमाम चुनौतियों से जूझ रही प्रिंट मीडिया इंडस्ट्री के लिए एक राहत भरी खबर सामने आई है
एडवर्टाइजिंग रेवेन्यू में कमी का सामना कर रहे अखबार, टीवी और मीडिया के अन्य सेगमेंट्स के लिए यह काफी अच्छी खबर है
प्रेस कॉन्फ्रेंस में वित्त मंत्रालय के मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन भी पहुंचे, पर कुछ बताए बगैर वे वहां से चले गए
राज्यसभा में वित्त विधेयक पर चर्चा के दौरान खारिज की पब्लिशर्स की मांग
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से दिल्ली के ताजमहल होटल में पत्रकारों के लिए आयोजित किया गया था डिनर
कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल ने बजट पर डिस्कशन के दौरान सरकार के सामने रखा मुद्दा
कभी बीजेपी की धाकड़ प्रवक्ता रहीं निर्मला सीतारमण एक समय पत्रकारों की फेवरेट हुआ करती थीं