इन विधानसभा चुनावों के बाद लोकसभा चुनाव की बारी है। इस दृष्टि से मौजूदा नतीजे और महत्वपूर्ण हो जाते हैं।
लोग मतगणना की पल-पल की अपडेट्स चाहते हैं। ऐसे में तमाम मीडिया प्रतिष्ठानों और पत्रकारों ने काउंटिंग डे यानी मतगणना वाले दिन की कवरेज के लिए अपनी कमर कस ली है।
गौरतलब है कि तीन दिसंबर को मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के परिणाम आने हैं और अखबार ने उसी से जोड़कर यह प्रयोग किया है।
जाने-माने न्यूज एंकर्स में शुमार भूपेंद्र चौबे को मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव है। इस दौरान वह ‘एनडीटीवी’, ‘सीएनएन न्यूज18’ और ‘इंडिया अहेड’ जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों से जुड़े रहे हैं।
बीजेपी ने चुनाव में जिस तरह धर्म को मुद्दा बनाया, जिस तरह वोटों का ध्रुवीकरण करने की कोशिश की, उसमें बीजेपी अगर कामयाब हुई तो बात अलग है।
बता दें कि मोहित धामने वर्ष 2016 में ‘रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क’ की शुरुआत से ही इसके साथ जुड़े हुए हैं। वर्ष 2021 में नेटवर्क ने उन्हें एग्जिक्यूटिव वाइस प्रेजिडेंट (फाइनेंस) के पद पर प्रमोट किया था।
'रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क' (Republic Media Network) ने हर्ष भंडारी को अपने ब्रॉडकास्ट बिजनेस के सीईओ के तौर पर प्रमोट किया है
पन्नू ने इसी साल जून में कनाडा में भारतीय राजनयिकों की तस्वीरों और उनके नाम के साथ पोस्टर लगवाये और उन्हें मार डालने की धमकी दी।
लोकसभा चुनावों के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच इससे भी ज्यादा घमासान होगा जितना कि इन चुनावों में हुआ है।
पेपर लीक तो गुजरात में बहुत है। कल ही मैं पढ़ रहा था कि एक-एक पेपर तीन-तीन बार लीक हुआ।