‘न्यूज 24’ का हिस्सा बनने से पहले वह BW बिजनेसवर्ल्ड की हिंदी वेबसाइट में डिजिटल एडिटर की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
संबंधों को कितनी तरजीह देते थे, इसका उदाहरण ‘नया इंडिया’ अखबार है। हरिशंकर व्यास के साथ अपने संबंधों के चलते ही वह उनके लिए नियमित तौर पर कॉलम लिखते रहे।
अभिषेक मेहरोत्रा ने पिछले दिनों ‘जी’ (Zee) समूह में अपनी पारी को विराम दे दिया था। वह करीब सवा दो साल से zeenews.com में बतौर एडिटर अपनी जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
परिवर्तन जीवन का हिस्सा है। यदि परिवर्तन का पहिया न घूमें तो हम और आप एक ही जगह, एक ही ढंग से खड़े नजर आएंगे
डिजिटल दुनिया में जहां अनगिनत कॉम्पिटिटर हैं, वहां नंबर वन का मुकाम हासिल करना आसान नहीं होता, लेकिन अभिषेक ने यह कर दिखाया।
अंदरखाने से मिल रही खबरों के अनुसार जल्द ही वह किसी बड़े मीडिया संस्थान के साथ अपनी नई पारी शुरू करने जा रहे हैं।
हो सकता है कि कुछ कमियां रह गई हों, पर जिन साथियों की मेहनत को जूरी ने सराहा है, उनका यूं उपहास न उड़ाइए।
आपके साथ अब लगभग छह महीने काम कर चुका हूं और एक बात जो आपसे सीखी, वो ये ही है कि हर दिन एक नया दिन होता है और हमें अपनी नई सोच और स्फूर्ति के साथ हर नई सुबह पिच पर उतरना होता है।
कर्तव्य के साथ चुनौतियों को स्वीकारना होता ही है। प्रभु आपके और हमारे सभी साथियों के साथ है। सब जल्द ही सामान्य होगा।
‘देशबंधु’ के समूह संपादक राजीव रंजन श्रीवास्तव ने सोशल मीडिया के इस दौर में फेक न्यूज को रोकने के लिए जनजागरूकता फैलाने पर दिया जोर