जितना महत्वपूर्ण सैन्य संघर्ष है, उतना ही महत्वपूर्ण विमर्श का संघर्ष भी है। इस विमर्श के संघर्ष में चीन हम पर भारी है।
धर्मपाल सीनियर फेलोशिप 2022-23 के लिए पांच अध्येताओं एवं जूनियर फेलोशिप 2022-23 के लिए छह अध्येताओं का चयन किया गया।
चीन ताइवान को अलग-थलग करने के लिए यूएन को हथियार की तरह उपयोग कर रहा है क्योंकि वह इसे हड़पना चाहता है।
भारत के पूर्व विदेश सचिव तथा चीनी मामलों के विशेषज्ञ श्यामसरन ने अपनी हालिया किताब 'हाउ चाइना सीज इंडिया एंड द वर्ल्ड' में ठीक ही कहा है।
उन्होंने पहली बार 1984 में चीन में अपनी दुकान स्थापित करने के लिए उस समय के चीनी मूल के चर्चित लेखक लियांग हेंग की पहचान की और उन्हें चुना।
ज़ियांग ने "राज्य की सुरक्षा की रक्षा करने और चीन के लिए जासूसी कार्य को मजबूत करने के लिए" एमएसएस की स्थापना का प्रस्ताव रखा।
वरिष्ठ पत्रकार और लेखक अरुण आनंद ‘बदलते परिदृश्य में मीडिया: चुनौतियां और संभावनाएं’ विषय पर समाचार4मीडिया की ओर से आयोजित ‘मीडिया संवाद 2023’ को बतौर प्रमुख वक्ता संबोधित कर रहे थे।
यूएसएसआर न केवल पीआरसी को मान्यता देने वाला पहला देश बन गया बल्कि यूएन में आरओसी को बदलने के लिए इसने काफी प्रयास किया।
जब चीनी तौर-तरीकों या वैश्विक संगठनों पर कब्जा करने और उनका दुरुपयोग करने की बात आती है तो विश्व स्वास्थ्य संगठन एक केस स्टडी बन गया है।
चीनियों को चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे की आड़ में न केवल संसाधनों का दोहन करने बल्कि बलूचिस्तान को उपनिवेश बनाने की खुली छूट दी गई है।