वरिष्ठ पत्रकार मिलिंद खांडेकर को लेकर हाल ही में समाचार4मीडिया ने अपने उच्च स्तरीय स्रोतों से खबर दी थी कि वह जल्द ही इंडिया टुडे ग्रुप में वरिष्ठ पद पर जॉइन कर सकते हैं।
प्रतिपक्ष अतिवादी संगठनों के लोग ही नहीं मीडिया का एक वर्ग भी भारतीय मीडिया को सत्ता से आतंकित या भक्त होने का आरोप लगाते हैं। इसके लिए भी ‘महान’ न्यूयॉर्क टाइम्स का हवाला ऐसे दिया जाता है
कोरोना वायरस से निपटने में सरकारी संगठनों द्वारा उठाए गए कदमों को समर्थन देने के लिए ‘बीबीसी ग्लोबल न्यूज’ (BBC Global News) ने बड़ा फैसला लिया है
जनता कर्फ्यू का जिक्र विदेशी मीडिया में भी देखने को मिला। किसी ने लिखा मोदी की अपील पर शहर वीरान हो गए, तो किसी ने लिखा मोदी की अपील ने सड़कों से भीड़ गायब कर दी।
वरिष्ठ पत्रकार मिलिंद खांडेकर ने हाल ही में ‘बीबीसी (इंडिया)’ के डिजिटल एडिटर के पद से इस्तीफा दिया था, लेकिन अब हमारी सहयोगी वेबसाइट एक्सचेंज4मीडिया ने
वरिष्ठ पत्रकार और एंकर अशोक श्रीवास्तव के नेतृत्व में प्रसार भारती से जुड़े कर्मचारियों ने सीईओ वेम्पति के कदम की सराहना करते हुए एक हस्ताक्षर अभियान चलाया।
हिंदी और अंग्रेजी दोनो ही भाषाओं में बराबर की पकड़ होने के बावजूद भी मिलिंद खांडेकर ने शुरुआत से ही हिंदी पत्रकारिता की ओर अपना रुख किया।
बीबीसी पर एक बार फिर पक्षपात का आरोप लगा है। इस बार यह आरोप प्रसार भारती के सीईओ शशि शेखर वेम्पती ने लगाया है।
बीबीसी ने हाल ही में यह घोषणा की है कि वह करीब 450 नौकरियों में कटौती कर रहा है।
न्यूज शो की प्रजेंटर ने पिछले साल बीबीसी के खिलाफ एंप्लॉयमेंट ट्रिब्यूनल में दर्ज कराया था मामला