प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रेडियो पर प्रसारित अपने मासिक ‘मन की बात’ संबोधन के माध्यम से नागरिकों को कोविड-19 रोधी टीकों की एहतियाती खुराक लेने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।
कोविड की पहली और दूसरी घातक लहर को देखने के बाद टीवी शो और वेब सीरीज की शूटिंग करने वाले कई प्रड्यूसर्स का कहना है कि अब वे तीसरी लहर के लिए तैयार हैं।
न्यूज मीडिया में सनसनीखेज समाचार ही सबसे ज्यादा देखे व पढ़े जाते हैं, खासकर आजकल के डिजिटल युग में, जहां पर ज्यादातर नकारात्मक टिप्पणियां यानी निगेटिव बातें ही हेडलाइंस बनती हैं
हमारे शास्त्रों में कहा गया है, ‘त्याज्यम् न धैर्यम्, विधुरेऽपि काले’। अर्थात, कठिन से कठिन समय में भी हमें धैर्य नहीं खोना चाहिए।
कोरोना के खिलाफ जंग में तमाम पत्रकारों ने अपनी जान जोखिम में डालकर रिपोर्टिंग की और तमाम अपडेट्स लोगों तक पहुंचाए।
पटना वीमेंस कॉलेज की ओर से आयोजित वेबिनार में आईआईएमसी के महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी ने कहा कि कोरोना के विरुद्ध इस अभियान में मीडियाकर्मी अग्रणी योद्धा रहे हैं।
कोरोना की इस भीषण आपदा में पत्रकारिता के तमाम अवतार यदि व्यवस्था की नाकामियों को उजागर करते हैं तो इसे राष्ट्रीय हित से जोड़कर नहीं देखा जा सकता।
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पत्रकारों को फ्रंटलाइन वर्कर्स घोषित कर उन्हें कोरोना वैक्सीनेशन में प्राथमिकता देने का फैसला लिए जाने के बाद नोएडा में सोमवार को वैक्सीनेशन कैंप लगाया गया।
मीडियाकर्मियों के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बड़ा फैसला लिया है।
कोरोनावायरस (कोविड-19) के संक्रमण के कारण वरिष्ठ पत्रकार और ‘आजतक’ के तेजतर्रार एंकर्स में शुमार रोहित सरदाना का शुक्रवार को निधन हो गया है