इजरायल पर इतने बड़े आतंकी हमलों के कारणों पर चर्चा करने वाले अधिकतर विशेषज्ञों को महिलाओं के इस भयानक दर्द का अनुमान नहीं है।
दक्षिण लेबनान में एजेंसी को लाइव वीडियो सिग्नल देते समय आए मिसाइल हमले की चपेट में, छह अन्य घायल
जमशेदपुर के मानगो आजाद नगर में जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम समाज के लोगों ने फिलिस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन किया।
भारत में कई स्थानों पर फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास पर इजरायल की कार्रवाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।
दरअसल, यह तस्वीर वर्ष 2014 की है, जब नेतन्याहू के बेटे अवनेर को दिसंबर 2014 में इजराइली सेना में शामिल किया गया था।
जो लोग ऐसे कत्ल कर रहे हैं, वे सच्चे मुसलमान नहीं हो सकते। मासूम बच्चों की चीखें सुनने के बाद भी कुछ लोगों का दिल नहीं दहला।
बोर्ड ने कहा कि इस 'प्रतिक्रिया' को आतंकवाद कहना उत्पीड़क (इजराइल) को शक्ति देने जैसा होगा और उत्पीड़न सहने वालों के साथ अन्याय करना होगा।
हमले की रिपोर्टिंग कर रही एक अमेरिकी महिला पत्रकार के सामने एक रॉकेट आकर गिर गया।