करीब एक साल पूर्व रेटिंग्स को लेकर विवाद उठने के बाद न्यूज जॉनर की रेटिंग्स को निलंबित (suspend) कर दिया गया था। तब से क्या बदल गया है? अब क्या बदलने की जरूरत है?
न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एंड डिजिटल एसोसिएशन (NBDA) ने गुरुवार को कहा है कि वह सूचना-प्रसारण मंत्रालय (MIB) के हालिया रुख के साथ खड़ा है
यह फैसला BARC की उस घोषणा के बाद आया है, जब BARC ने अपनी प्रक्रियाओं, प्रोटोकॉल, निरीक्षण तंत्र को संशोधित करने की पहल की है।
सब ग्रुप (SAB group) के चेयरमैन व एमडी मार्कंड अधिकारी ने टेलीविजन न्यूज रेटिंग को दोबारा शुरू किए जाने का स्वागत किया है।
न्यूज चैनल्स की रेटिंग को दोबारा शुरू किए जाने की मंजूरी दिए जाने और आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर उत्साहित न्यूज ब्रॉडकास्टर्स अब अपने विज्ञापन दरों में वृद्धि करने की योजना बना रहे हैं।
न्यूज जॉनर की टीवी रेटिंग्स रोके जाने को लेकर ‘न्यूज ब्रॉडकास्टर्स फेडरेशन’ ने देश में टेलिविजन दर्शकों की संख्या मापने वाली संस्था ‘ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल’ के समक्ष क्षोभ जाहिर किया है।
सूचना प्रसारण मंत्रालय ने बुधवार को जारी एक आदेश में BARC से न्यूज जॉनर की रेटिंग्स को तत्काल प्रभाव से जारी करने के लिए कहा है।
संशोधित सिस्टम के अनुसार, न्यूज और प्रमुख जॉनर्स (Genres) की रिपोर्टिंग चार हफ्ते के औसत की अवधारणा (four week rolling average concept) पर होगी।
मंत्रालय ने थोड़ी देर बाद ही अकाउंट को फिर से बहाल कर दिया और प्रोफाइल फोटो को दोबारा लगाने के साथ ही हैकर्स द्वारा पोस्ट किए गए ट्वीट्स को हटा दिया।
सूचना-प्रसारण मंत्रालय की ओर से कहा गया है, ‘यह देखा गया है कि उपरोक्त नियम 2(सी)(बी) का पालन नहीं किया जा रहा है।‘