मुंबई में 26 नवंबर 2008 को कई जगहों पर हुए आतंकी हमलों में 166 लोग मारे गए थे जिनमें कई इजराइली नागरिक भी शामिल थे।
हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल के खिलाफ अपना बड़ा हमला शुरू किया, इसके बाद हुई हिंसा में गाजा पट्टी में कम से कम 50 पत्रकार और मीडियाकर्मी मारे गए हैं
सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी का ट्वीट होता है फिलिस्तीन के लिए, पर इनको राम मंदिर से आपत्ति है पर हमास से हमदर्दी है।
गाजा में इजरायल के हवाई हमलों में अलजजीरा चैनल के पत्रकार वेल अल-दहदौह की पत्नी, बेटी और बेटा समेत तमाम लोगों की गई जान
इजरायल की इस बात में दम नजर आता है क्योंकि धमाके की जगह की जो एक तस्वीर आई है, उनमें इतनी बड़ी तबाही के निशान नजर नहीं आ रहे हैं।
हम फिलिस्तीन का समर्थन करते हैं मगर इजरायल के साथ शांतिपूर्ण वार्ता के माध्यम से, लेकिन अब शांतिपूर्ण वार्ता तो कहीं दिखाई नहीं दे रही है।
गाजा पर हुए हमले में अब तक 16 फिलिस्तीनी पत्रकारों की जान जा चुकी है। हमले के दौरान कई पत्रकार घायल भी हुए हैं।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि गाजा सिटी के एक अस्पताल पर इजरायल के हवाई हमले में कम से कम 500 लोगों की मौत हो गई है।
क्या समाज और क्या राजनीति, सब बंटे हुए हैं। विदेश नीति के किसी मुद्दे पर ऐसा बंटवारा पहले कम ही देखा गया है।
जॉर्डन के किंग ने साफ कहा है कि बाइडेन इजराइल हमास की जंग का समाधान निकालने में सक्षम नहीं है।