इसी बीच वरिष्ठ पत्रकार और एंकर आदित्य राज ने एक पोस्ट कर बताया है कि आख़िरकार जम्मू संभाग में इतनी बड़ी आतंकी घटनाएं कैसे हो रही है !
अनुच्छेद 370 पर लिखे गए अपने अलग फैसले में जस्टिस कौल ने जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर अत्यंत भावुक टिप्पणी की है, जिसमें उनका दर्द साफ झलकता है।
इस मंजर ने सबको झकझोर कर रख दिया जब एक पिता ने अपने बेटे के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की।
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी का आतंकवादी संगठनों पर दबाव था कि वह जम्मू-कश्मीर में कोई बड़ी वारदात करें।
चीन विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि 'विवादित क्षेत्र' में किसी तरह की बैठक आयोजित करने का चीन दृढ़ता से विरोध करता है।
‘कारवां’ पत्रिका के मल्टी मीडिया पत्रकार शाहिद तांत्रे ने आरोप लगाया है कि सेना से संबंधित उनके लेख को लेकर जम्मू-कश्मीर पुलिस उन्हें परेशान कर रही है।
देशभर में इस दौरान कम से कम छह पत्रकारों की हत्या हुई है, जबकि 108 पत्रकारों पर हमला हुआ है। वहीं 13 मीडिया संस्थानों या अखबारों को निशाना बनाया गया है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बुधवार को प्रदेश के चार पत्रकारों के घरों की तलाशी ली।
कोविड-19 का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण प्रभावित हुआ अखबारों का सर्कुलेशन अब वापस पुरानी स्थिति में लौटना शुरू हो गया है।
कोरोना संकट के बीच साल 2020 के पुलित्जर पुरस्कार के विजेताओं की घोषणा कर दी गई। इस साल के पुलित्जर पुरस्कार के विजेताओं की सूची में भारत के तीन फोटो जर्नलिस्ट्स को शामिल किया गया है