देश के प्रतिष्ठित मीडिया शिक्षण संस्थान ‘भारतीय जनसंचार संस्थान’ (IIMC) में 23 फरवरी को राजभाषा सम्मेलन का आयोजन किया गया।
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.(डॉ.) के.जी. सुरेश ने भारतीय जनसंचार संस्थान को 'डीम्ड विश्वविद्यालय' का दर्जा मिलने पर हार्दिक बधाई दी
प्रो. संजय द्विवेदी ने कहा कि प्रधानमंत्री संचार की वैश्विक आवश्यक्ता को समझते हैं, इस दिशा में उनकी भावना के अनुरूप आईआईएमसी को काम करना चाहिए।
डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा मिलने के बाद ‘IIMC’ को केवल डिप्लोमा के बजाय अब डॉक्टरेट डिग्री सहित डिग्री प्रदान करने का अधिकार मिल गया है।
आईआईएमसी के 55वें दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा कि पत्रकारों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वह गलत सूचनाओं के प्रसार के खिलाफ लड़ाई लड़ें।
समारोह में वर्ष 2021-22 और 2022-23 बैच के विद्यार्थियों को पीजी डिप्लोमा सर्टिफिकेट प्रदान किए जाएंगे। इसके अलावा, दोनों बैचों के 65 विद्यार्थियों को अलग-अलग पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा।
भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) के पूर्व महानिदेशक प्रो.संजय द्विवेदी का कहना है वेब और सोशल मीडिया ने दुनिया में जनसंचार क्रांति को जन्म दिया है
प्रवेश प्रभारी प्रो. राकेश गोस्वामी के अनुसार, इस प्रक्रिया में वही विद्यार्थी आवेदन कर सकते हैं, जो सीयूईटी (पीजी) परीक्षा में उपस्थित हुए थे और आईआईएमसी का विकल्प चुना था।
‘भारत एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क’ के चेयरमैन, एमडी और एडिटर-इन-चीफ उपेंद्र राय ने एपीजे इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन के दिल्ली स्थित द्वारका कैंपस में आयोजित कार्यक्रम में विद्यार्थियों से किया संवाद
‘भारतीय जनसंचार संस्थान’ के 59वें स्थापना दिवस पर आयोजित विशेष व्याख्यान को संबोधित कर रहे थे वरिष्ठ पत्रकार एवं प्रसार भारती बोर्ड के सदस्य अशोक टंडन