14 अक्टूबर को शेयरहोल्डर्स के साथ बैठक में SONY-ZEEL के मर्जर प्रस्ताव पर चर्चा की जाएगी। अगर सब कुछ ठीक रहता है तो इसे मंजूरी भी दी जा सकती है।
चंदन मित्रा (अब दिवंगत) की पत्नी शोबोरी गांगुली (Shobori Ganguly) द्वारा दायर एक सिविल अपील और याचिका पर यह फैसला लिया गया है।
नौ महीने से अधिक समय तक मामले की सुनवाई के बाद NCLAT ने आखिरकार सभी तीनों अपीलों को 'गैर-रखरखाव योग्य' मानते हुए खारिज कर दिया है।
मुझे विश्वास है कि इस लेख में मैंने जो कुछ भी लिखा है, वह इस बारे में मेरे गहरे ज्ञान और समझ से आया है।
नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल ने NCLT को इनवेस्को द्वारा दायर एक याचिका पर मीडिया कंपनी को अपना जवाब दाखिल करने के लिए उचित और पर्याप्त समय देने का आदेश दिया था।
जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज (Zee Entertainment Enterprises Limited) को नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल से राहत मिली है।
शुक्रवार को हुई बैठक में, जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड के निदेशक मंडल ने अल्पांश शेयरधारकों की मांग को खारिज कर दिया और उसे अवैध करार दिया।
बता दें कि अखबार का 80 प्रतिशत से ज्यादा रेवेन्यू डीएवीपी से आता है।
मामले की अगली सुनवाई के लिए 16 अगस्त 2021 की तारीख निर्धारित की गई है।
वरिष्ठ पत्रकार चंदन मित्रा ने ’पायनियर’ (Pioneer) अखबार के प्रिंटर और पब्लिशर के पद से इस्तीफा दे दिया है।