डिजाइन के घटकों में राम मंदिर, चौपाई 'मंगल भवन अमंगल हारी', सूर्य, सरयू नदी और मंदिर के आसपास की मूर्तियां शामिल हैं।
यह संगठन आप विधायकों और पार्षदों के साथ मिलकर हर महीने के पहले मंगलवार को सभी विधानसभा क्षेत्रों में सुंदरकांड पाठ का आयोजन करेगा।
पुरी के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज ने कहा है कि अयोध्या में राम मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह में भाग न लेने का निर्णय राम मूर्ति की स्थापना के दौरान स्थापित परंपराओं का पालन न करना है।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का मुख्य अनुष्ठान 22 जनवरी को दोपहर 12:20 बजे प्रारंभ होगा। प्राण प्रतिष्ठा की यह पूजा 40 मिनट तक चलेगी।
कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि जिस काम को शंकराचार्य सनातन विरोधी बता रहे हैं, जिस कार्यक्रम में शंकराचार्य नहीं आ रहे हैं, उस समारोह में कांग्रेस के नेता क्यों जाएंगे।
अयोध्या धाम में 22 जनवरी, 2024 को आयोजित श्री राम मंदिर के प्रतिष्ठापन समारोह के सुचारू और सफल संचालन के लिए अत्यधिक सावधानीपूर्वक व्यवस्था की जा रही है।
बता दें कि अयोध्या में विशाल और भव्य राममंदिर के पहले चरण का उद्घाटन राजनीति, बिजनेस, फिल्म और खेल के क्षेत्र की तमाम हस्तियों की उपस्थिति के बीच 22 जनवरी 2024 को किया जाएगा।
इस पूरे विवाद पर वरिष्ठ पत्रकार दीपक चौरसिया ने अपने 'एक्स' अकाउंट से एक ट्वीट किया और अपने मन की बात कही।
अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बन रहा है। 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है। इस कार्यक्रम में खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे।
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