देश में कोरोना का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। तमाम लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। इन सबके बीच अपनी जान जोखिम में डालकर पत्रकार रिपोर्टिंग कर रहे हैं
कोरोनावायरस (कोविड-19) का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इस महामारी की चपेट में आकर आए दिन तमाम लोगों की जान जा रही है, वहीं कई लोग विभिन्न अस्पतालों में उपचाराधीन है।
अब चार राज्य और सामने आए हैं, जिन्होंने पत्रकारों को फ्रंटलाइन वॉरियर्स माना और उन्हें वैक्सीनेशन में प्राथमिकता देने की बात कही है।
कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो इस महामारी पर विजय पाने में सफल रहे हैं। इन्हीं में वरिष्ठ पत्रकार और रिलायंस इंडस्ट्रीज के मीडिया निदेशक व प्रेजिडेंट उमेश उपाध्याय भी शामिल हैं।
कोरोनावायरस (कोविड-19) का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। कोरोना का विकराल रूप नियंत्रण में आने की बजाय अधिक विकराल होता जा रहा है।
विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर ‘कोविड-19 महामारी में पत्रकारों की भूमिका’ पर एमसीयू में हुआ विशेष व्याख्यान का आयोजन
कोरोनावायरस (कोविड-19) का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। कोरोना का विकराल रूप नियंत्रण में आने की बजाय अधिक विकराल होता जा रहा है।
चीन में सुरक्षा संबंधी चिंताओं के बीच ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन (बीबीसी) के एक दिग्गज रिपोर्टर को यहां से पलायन करना पड़ा है।
छत्तीसगढ़ के रायपुर में नौकरी के फर्जीवाड़े की एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है।
बताया जाता है कि आरोपित ने कथित तौर पर एनसीपी कार्यकर्ता को मारने की साजिश रची क्योंकि उसे डर था कि वह कुछ मुद्दों पर उसके खिलाफ शिकायत दर्ज करा सकती है।