कहा जा रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी अपने साथ अखबारों की कुछ कतरनें लेकर गए थे।
राहुल गांधी और उनकी समर्थक देशी-विदशी टोलियों ने पिछले महीनों के दौरान भारत में लोकतंत्र खत्म होने, मीडिया के दमन, अल्पसंख्यकों पर अत्याचार की मातमी धुन के कुप्रचार में कोई कसर नहीं छोड़ी।
एक ओर केजरीवाल कांग्रेस से समर्थन मांगते हैं और दूसरी ओर राजस्थान जाकर कांग्रेस के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ बयानबाजी करते हैं।
इस बैठक के बाद उम्मीद की जा रही थी कि विपक्षी दलों की ओर से कोई बड़ा ऐलान किया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भारत में मुस्लिम अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर बड़ा बयान दिया।
एक विपक्षी एकता की कहानी थी जिसका पहला कदम ही विरोधाभास से भरा हुआ है। विपक्षी एकता अक्सर उपहास का कारण बन जाती है।
कानूनी फाइलिंग का हवाला देते हुए कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि कंपनी को इस डील के तहत 225 मिलियन डॉलर का भुगतान किया जाएगा।
इस दौरान उन्होंने लालू यादव के पैर छुए और कहा कि लालू यादव जी पूरी तरीके से स्वस्थ हैं और उन्हें देखकर मुझे बहुत खुशी हो रही है।
आम चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा को कैसे हराना है, इसकी रणनीति पर चर्चा करने के लिए देशभर से लगभग 15 राजनीतिक दल इस महत्वपूर्ण बैठक का हिस्सा होंगे।
प्रधानमंत्री मोदी और एलन मस्क की ये मुलाकात कई कारणों से अहम है। भारत की दृष्टि से देखें तो पिछले कुछ सालों से इलेक्ट्रिक कारों को लेकर भारत का फोकस बढ़ा है।