भारतीय बैडमिंटन टीम के कोच पुलेला गोपचंद ने e4m-GroupM Let’s Play sports marketing summit में ‘Sportstar’ के एडिटर अयोन सेनगुप्ता से तमाम मुद्दों पर की चर्चा
आइए जानते हैं कि मीडिया इंडस्ट्री से जुड़े वरिष्ठ पत्रकार आने वाले साल में किस तरह की चुनौतियां/संभावनाएं देखते हैं
जिसे हम मुख्यधारा का मीडिया कहते या मानते हैं, उसकी बात करें तो उसके लिए 2022 भी कमोबेश वैसा ही रहा, जैसा कि उसके पहले के कुछ साल रहे।
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव आए दिन पत्रकारों पर भड़क रहे हैं। गुस्सा कर रहे हैं। सवालों के जवाब में जवाबी सवाल दाग रहे हैं।
2023 में हम उम्मीद करते हैं कि मीडिया अपनी गलती सुधारने के बारे में चिंता करेगा, क्योंकि ऐसा नहीं हुआ तो उसकी विश्वसनीयता और प्रसार दोनों को स्वतंत्र डिजिटल मीडिया छीन लेगा।
शिवम प्रताप सिंह इससे पहले ‘जी’ (Zee) समूह के हिंदी न्यूज चैनल ‘जी हिन्दुस्तान’ (Zee Hindustan) में अपनी जिम्मेदारी संभाल रहे थे, जहां से पिछले दिनों उन्होंने इस्तीफा दे दिया था।
2022 में सबसे ज्यादा विश्वसनीय बनकर उभरा तो प्रिंट मीडिया। प्रिंट मीडिया में भी अखबारों की भूमिका संजीदा रही।
देश में समाचार पत्रों का रजिस्ट्रेशन अब जल्द ही डिजिटल तरीके से होगा।
क्या हो जब कोई अखबार ‘रील’ और ‘रियल’ का फर्क न पहचान पाए। दरअसल हुआ भी कुछ ऐसा ही
समाजवादी पार्टी के मुखिया व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एक बार फिर पत्रकार से अभद्र भाषा का प्रयोग करने को लेकर सुर्खियों में है।