अन्य दिनों के मुकाबले हिंदी के प्रमुख अखबारों के फ्रंट पेज पर आज ज्यादा विज्ञापन नहीं है, इस वजह से पाठकों को काफी खबरें पढ़ने को मिली हैं
इस माहौल में कुछ अखबारों, चैनलों और उनके एंकर्स-पत्रकारों ने जो भूमिका निभाई है, उनका तहे दिल से शुक्रिया और सलाम! चैनल की नीति के खिलाफ जाकर सच के साथ खड़ा होना कोई आसान नहीं है
इस पहल के तहत राममनोहर लोहिया अस्पताल प्रशासन ने स्वयंसेवी संस्था ‘आओ साथ चलें’ के साथ करार किया है
दैनिक जागरण और अमर उजाला में जैकेट विज्ञापन है, वहीं नवभारत टाइम्स और हिन्दुस्तान में भी विज्ञापनों की भरमार है
फ्रंट पेज पर फुल पेज विज्ञापन के कारण कई अखबारों ने तीसरे पन्ने को बनाया है अपना फ्रंट पेज