‘चालीस साल पहले संघर्ष करते पत्रकार और मीडिया हाउस आपातकाल में भी दिखाई जरूर दे रहे थे...
हाल ही में प्रदर्शित फिल्म मांझी-द माउंटेनमैन की कई समीक्षाएं आपने पढ़ी होगी, पर वरिष्ठ पत्रकार और साहित्यकार प्रियदर्शन ने अपने अंदाज में कुछ इस तरह मांझी फिल्म पर अपनी राय दी है। आप उनकी राय पर अपनी बात कॉमेंट के जरिए कह सकते हैं। तो पढ़िए मांझी पर क्या कहती है प्रियदर्शन की कलम... 1971 के चुनावों में कांग्रेस का चुनाव चिह्न ग