जश्न-ए-सहाफ़त नाम से हो रहे इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि आगरा से लोकसभा सदस्य प्रो. एसपी सिंह बघेल हैं, जो मत्स्य पालन, पशुपालन, डेयरी मंत्रालय और पंचायती राज मंत्रालय में राज्य मंत्री हैं।
यह घटना इस बात का सबूत है कि एसपी सच्चाई का साथ देने में कभी पीछे नहीं हटते थे
उन दिनों सारे हिन्दुस्तान में खुशी की लहर ने लोगों के दिलों को भिगोना शुरू कर दिया था...
उन खुशनसीब पत्रकारों में मेरा नाम भी शामिल है, जिन्हें एसपी के साथ काम करने का मौका मिला...
एसपी ने अपनी ढाई दशक की पत्रकारिता में हिंदी पत्रकारिता को नए तेवर, नए आयाम दिए। सच तो यह है कि उन्होंने हिंदी पत्रकारिता की दिशा भी बदली और दशा भी।
27जून 1997 को हो गया था वरिष्ठ पत्रकार सुरेंद्र प्रताप सिंह का निधन
एसपी यानी सुरेंद्र प्रताप सिंह को शायद पत्रकारों की नई पीढ़ी नहीं जानती हो लेकिन मुझे गर्व है कि...
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और आगरा के सांसद एसपी सिंह बघेल पर अन्य पत्रकारों के समझाने का भी नहीं हुआ कोई असर
इसी अखबार ने शब्दों की शुद्धता और उनके सही उपयोग का ज्ञान भी पहली बार पाठकों के सामने रखा