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कम नहीं हो रहा सोनी टीवी का संकट, बढ़ सकती हैं और मुश्किलें
समाचार4मीडिया ब्यूरो ।। बार्क रेटिंग (BARC ratings) में जबसे ग्रामीण डाटा को शामिल किया गया है, तब से इंडस्ट्री में कुछ बदलाव भी देखने को भी मिल रहे हैं। हिन्दी के जनरल एंटरटेनमेंट चैनलों (Hindi GEC) की रेटिंग में जबर्दस्त बढ़ोतरी देखने को मिली है और फ्री टू एयर (FTA) भी अपनी जड़े मजबूत करते जा रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रो
समाचार4मीडिया ब्यूरो 8 years ago
समाचार4मीडिया ब्यूरो ।। बार्क रेटिंग (BARC ratings) में जबसे ग्रामीण डाटा को शामिल किया गया है, तब से इंडस्ट्री में कुछ बदलाव भी देखने को भी मिल रहे हैं। हिन्दी के जनरल एंटरटेनमेंट चैनलों (Hindi GEC) की रेटिंग में जबर्दस्त बढ़ोतरी देखने को मिली है और फ्री टू एयर (FTA) भी अपनी जड़े मजबूत करते जा रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों की पहले तीन हफ्ते की रेटिंग में जहां अधिकांश चैनलों की रेटिंग में इजाफा हुआ है, वहीं सोनी एंटरटेनमेंट चैनल (Sony TV) अभी भी परेशानी के दौर से गुजर रहा है। हाल ही में ग्रामीण व शहरी रेटिंग (rural+urban ratings) जारी होने के बाद इस चैनल की रेटिंग में गिरावट दर्ज की गई है। बार्क डाटा (HSM (U+R) NCCS All 4+ Individuals) के अनुसार, ग्रामीण डाटा के जारी होने से एक हफ्ते पहले (week 40) में सोनी टीवी छठे नंबर से पांचवे नंबर पर पहुंचने में सफल रहा था और इसकी रेटिंग 176 मिलियन पहुंच गई थी। लेकिन ग्रामीण और शहरी (rural+urban) रेटिंग जारी होने के बाद सोनी टीवी एक बार फिर खिसककर 371 रेटिंग के साथ आठवें नंबर पर आ गया। ग्रामीण रेटिंग में अधिकांश एफटीए (फ्री-टू-एयर) चैनल की व्युअरशिप ज्यादा रही और यह उच्च स्थान पर पहुंचने में सफल रहे। उदाहरण के लिए जी अनमोल (Zee Anmol) अचानक से 609 मिलियन रेटिंग के साथ तीसरे नंबर पर आ गया। 500 मिलियन रेटिंग के साथ स्टार उत्सव (Star Utsav) पांचवे नंबर पर और डीडी नेशनल (DD National) 381 मिलियन रेटिंग के साथ सातवें नंबर पर पहुंच गया। वहीं 42वें हफ्ते में सोनी टीवी की रेटिंग एक बार फिर गिर गई और इसकी रेटिंग 348 मिलियन रह गई जबकि 42वें हफ्ते में इसकी रेटिंग 371 मिलियन थी। हालांकि चैनल ने आठवें नंबर पर अपनी पकड़ बनाए रखी। हालांकि सोनी ऐसा अकेला चैनल नहीं था जिसकी रेटिंग इस हफ्ते गिरी। इस हफ्ते कलर्स (Colors) की रेटिंग में भी गिरावट देखने को मिली। 41वें हफ्ते में जहां इसकी रेटिंग 708 मिलियन थी, वह 42वें हफ्ते में 650 मिलियन रह गई। स्टार उत्सव (Star Utsav) भी खिसककर सातवें नंबर पर आ गया। 42वें हफ्ते में जहां इसकी रेटिंग 500 मिलियन थी, वह 42वें हफ्ते में 473 मिलियन रह गई। 42वें हफ्ते में सब टीवी (Sab TV) की रेटिंग भी कम होकर 327 मिलियन रह गई जबकि 41वें हफ्ते में यह 380 मिलियन थी। रिश्ते (Rishtey) की रेटिंग में मामूली गिरावट के साथ यह नंबर दस पर बना रहा। 42वें हफ्ते में इसकी रेटिंग 268 मिलियन रह गई जबकि 41वें हफ्ते में यह 270 मिलियन थी। हालांकि 43 हफ्ते में रेटिंग में काफी बदलाव हुआ। 42वें हफ्ते में जिन चैनलों की रेटिंग में गिरावट दर्ज की गई थी, 43 हफ्ते में उनकी रेटिंग में उछाल देखने को मिला। लेकिन इनमें सोनी टीवी ही अकेला ऐसा चैनल रहा, जिसकी रेटिंग में इस हफ्ते भी लगातार गिरावट दर्ज की गई। इस हफ्ते सोनी टीवी आठवें नंबर से खिसककर नौवें नंबर पर आ गया और इसकी रेटिंग पिछले हफ्ते की 348 मिलियन से घटकर 333 मिलियन रह गई। सोनी टीवी के अलावा डीडी नेशनल की रेटिंग में भी जबर्दस्त गिरावट दर्ज की गई। इस बात को एक साल से भी ज्यादा समय हो गया जब चैनल चौथे नंबर से खिसककर नीचे आ गया था, जबकि इस दौरान टीवी पर पीके (PK) फिल्म का प्रीमियर भी किया गया था। यहां तक कि काफी गिरावट के बावजूद डीडी नेशनल सोनी टीवी से आगे था। हालांकि सोनी टीवी को उस समय थोड़ी उम्मीद बंधी थी जब यह 41वें हफ्ते से पहले पांचवे नंबर पर पहुंच गया था। लेकिन ग्रामीण रेटिंग आने के बाद इसकी रेटिंग में गिरावट का दौर फिर शुरू हो गया। रेटिंग और पोजीशन में गिरावट के कारण हिन्दी जनरल एंटरटेनमेंट चैनल के चार्ट में इसकी विज्ञापन दरों (ad rates) पर प्रभाव पड़ने की भी संभावना है। ऐड रेट में कमी से चैनल के रेवेन्यू पर भी प्रभाव पड़ता है। सोनी टीवी को भी इसी तरह की स्थिति का सामना करना पड़ा था जब पिछले साल मार्च में हफ्ते दर हफ्ते इसकी रेटिंग में गिरावट दर्ज होनी शुरू हो गई थी। इस अवधि के दौरान चैनल के रेवेन्यू में 5-10 प्रतिशत की कमी हो गई थी। हालांकि ग्रामीण डाटा को जारी हुए सिर्फ तीन हफ्ते ही हुए हैं लेकिन अभी यह पता नहीं है कि इससे ऐड रेट पर क्या प्रभाव पड़ा है। एक वरिष्ठ मीडिया प्लानर के अनुसार, चैनल महत्वपूर्ण बढ़त हासिल करने में असफल रहा है। ऐसे में चैनल के रेवेन्यू पर भी असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हालांकि सीआईडी (CID) और क्राइम पेट्रोल (Crime Patrol) का ज्यादा असर नहीं पड़ेगा और दूसरे शो के ऐड रेट पर भी निश्चित रूप से असर पड़ेगा। हालांकि इस संबंध में सोनी टीवी से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। हालांकि पिछले महीने एक साक्षात्कार (interview) में एसपीएन (SPN) के सीईओ एनपी सिंह ने माना था कि चैनल मुश्किल दौर से गुजर रहा है और उनकी प्राथमिकता नेटवर्क को आगे बढ़ाना है। उनका कहना था, ‘हमने जो प्लानिंग की थी, उन्होंने ठीक से काम नहीं किया। हमारे लिए यह बहुत महत्वपूर्ण था कि हम चैनल को पुरानी वाली स्थिति में लेकर आएं। इसके लिए हम नई टीम के साथ काम कर रहे हैं। उनमें से कई लोगों को हमारे साथ पूर्व में काम करने का अनुभव है और वे ब्रैंड, डीएनए और व्युअर्स को बेहतर तरीके से समझते हैं। मुझे विश्वास है कि यह तरीका काम करेगा और छह महीने के अंदर ही चैनल की व्युअरशिप में काफी इजाफा हो जाएगा।’ ग्रामीण क्षेत्रों की रेटिंग के बारे में उन्होंने कहा था कि उनका कंटेंट थोड़ा शहरी रहेगा। उन्होंने कहा था, ‘जहां तक सोनी टीवी के बारे में चिंता करने वाली बात है यह हमेशा से थोड़ा शहरी परिवेश का रहा है, इसलिए यह चुनौती तो हैं इसके लिए हम इस दिशा में उचित कदम उठा रहे हैं।’ अब यह देखना होगा कि रेटिंग चार्ट में अपनी पुरानी स्थिति प्राप्त करने के लिए सोनी टीवी कौन सा कदम उठाएगा।
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