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ब्रॉडकास्टर्स के इस बड़े फैसले से टीवी देखना होगा महंगा...
अब दर्शकों को अपने पसंदीदा चैनल देखने के लिए जेब ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी
समाचार4मीडिया ब्यूरो 6 years ago
समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
अब दर्शकों को अपने पसंदीदा चैनल देखने के लिए जेब ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी। दरअसल ऐसा इसलिए क्योंकि देश के कई बड़े ब्रॉडकास्टर्स ने संयुक्त रूप से बेसिक टैरिफ कैप के तहत एक बड़ा फैसला लिया है। वे अब बेसिक टैरिफ पैक में अपने चैनल नहीं देंगे। यानी ब्रॉडकास्टर्स अब अपने सभी मुफ्त चैनलों को पे चैनल में बदल रहे हैं। इस मामले में एक नया ट्रैरिफ आर्डर जारी करके चैनलों की फ्री-टू-एयर सर्विस को रोक दिया गया है।
हालांकि ब्रॉडकास्टर्स के इस फैसले से दर्शकों को टीवी का रिचार्ज कराना ज्यादा महंगा पड़ेगा, क्योंकि दूरसंचार नियामक ट्राई ने 27 दिसंबर तक सभी डीटीएच कंपनियों को 130 रुपए के बेसिक टैरिफ के तहत 100 चैनल दिखाने का आदेश दे रखा है। हालांकि इनमें वे चैनल भी शामिल है, जिन्हें दर्शक ज्यादा देखना पसंद करते हैं। ट्राई के इस आदेश को स्टार इंडिया ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे रखी है, जिस पर सुनवाई चल रही है। लेकिन इस बीच अब बड़े टीवी नेटवर्क Sony, Star India, Viacom18 और TV18 एकजुट होकर अपने कई चैनलों को बेसिक कैप से बाहर करने का फैसला किया है। इन ब्रॉडकास्टर्स ने अपने सभी फ्री-टू-एयर (एफटीए) चैनलों को पे चैनल में तब्दील कर दिया है।
इकनॉमिक टाइम्स (ET) में छपी रिपोर्ट के मुताबिक,एक प्रमुख टेलिविजन नेटवर्क से जुड़े एग्जिक्यूटिव ने उन्हें बताया, 'हम सबने 2 कारणों से बेसिक पैक में अपने चैनल ऑफर नहीं करने का फैसला किया है। पहला, इन पैक का हिस्सा बनने के लिए भारी भीड़ होगी और डिस्ट्रिब्यूशन प्लेटफॉर्म (DTH और केबल) बहुत अधिक कैरिज और प्लेसमेंट फीस मांगेंगे। दूसरा, दर्शकों को अगर कम प्राइस पर पसंद का एंटरटेनमेंट मिलेगा तो वह अधिक प्राइस वाले पैक नहीं लेना चाहेंगे।'
एक अन्य ब्रॉडकास्ट कंपनी के सीनियर एग्जिक्यूटिव ने ET को बताया कि इसके जरिए वे सब्सक्राइबर्स के लिए बेसिक पैक का आकर्षण कम करना चाहते हैं। उन्होंने बताया, 'टीवी इंडस्ट्री लंबे समय से कम ARPU (एवरेज रेवेन्यू पर यूजर) से जूझ रही है और हमने फ्री डिश के साथ की गई गलती नहीं दोहराने का फैसला किया है। टॉप ब्रॉडकास्टर्स के चैनल नहीं होने से सब्सक्राइबर्स को चैनलों के लिए अधिक प्राइस देने पर मजबूर होना पड़ेगा।'
जाहिर है कि चैनलों के इस निर्णय से उन दर्शकों को झटका लगेगा जो केबल और डीटीएच के बिलों में कमी की उम्मीद कर रहे थे। ट्राई के नए टैरिफ ऑर्डर के बाद अब वे अपने पसंदीदा चैनलों को 130 रुपए (टैक्स अलग से) में नहीं देख पाएंगे।
लॉ फर्म ‘Bharucha & Partners’ के पार्टनर अभिषेक मल्होत्रा ने कहा, ‘जाहिर सी बात है कि ये कीमतें एक समान नहीं होंगी और इससे प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी।’ गौरतलब है कि मद्रास हाई कोर्ट के आदेश के बाद जुलाई की शुरुआत में ट्राई ने टैरिफ ऑर्डर और इंटरकनेक्शन रेगुलेशंस को लागू कर दिया था। ‘स्टार इंडिया’ ने मद्रास हाई कोर्ट के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है, जहां मामले की सुनवाई चल रही है।
स्टार इंडिया’ के सिवाय अधिकांश ब्रॉडकास्टर्स ने टैरिफ ऑर्डर का पालन किया है। ‘SPN’ के प्रवक्ता ने बताया, ‘दूसरे ब्रॉडकास्टर्स क्या कर रहे हैं, इस बारे में हम कुछ नहीं कहना चाहते लेकिन हम टैरिफ ऑर्डर के अनुसार विभिन्न जॉनर में अपने चैनलों को 19 रुपये के आसपास दे रहे हैं।’
गौरतलब है कि टीवी ब्रॉडकास्टर्स के इस कदम से ग्राहकों को अब बेसिक पैकेज में केवल दूरदर्शन के चैनल ही देखने को मिलेंगे, क्योंकि ये सरकारी फरमान है कि दूरदर्शन के सभी 26 चैनल दिखाना जरूरी है।
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