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TV रेटिंग्स को और अधिक पारदर्शी बनाने के लिए BARC उठाएगा ये कदम
विशेषज्ञों का कहना है कि न केवल मीटरों की कम संख्या, बल्कि इन मीटरों को लगाने की धीमी रफ्तार भी पूरे उद्देश्य को महत्वहीन बना देती है।
समाचार4मीडिया ब्यूरो 9 months ago
ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (BARC) ने नए साल की शुरुआत अपग्रेडेशन योजना के साथ की, जिसमें मीटरों की संख्या 55,000 से बढ़ाकर 59,000 कर दी गई। रेटिंग एजेंसी का लक्ष्य निकट भविष्य में इस संख्या को 65,000 तक ले जाने का है। रेटिंग प्रक्रिया में अधिक पारदर्शिता और सटीकता लाने की इंडस्ट्री की मांग के बीच नए मीटर लगाने का निर्णय लिया गया। हालांकि, अधिक मीटर जोड़ने से निश्चित ही सैम्पल साइज में सुधार होगा और अधिक सटीकता आएगी, लेकिन क्या यह संख्या देश की वास्तविक व्युअरशिप की पसंद को रिफ्लेक्ट करने के लिए पर्याप्त होगी, जहां 200 मिलियन से अधिक टीवी घर (TV households) हैं, जिनमें फ्री-टू-एयर, कनेक्टेड टीवी और पे-टीवी सब्सक्राइबर्स शामिल हैं?
हमारी सहयोगी वेबसाइट 'एक्सचेंज4मीडिया' (e4m) ने इसका जवाब जानने के लिए इंडस्ट्री से जुड़े कुछ विशेषज्ञों से बात की। हालांकि जिन विशेषज्ञों से e4m ने संपर्क किया उनमें से अधिकांश का मानना है कि मीटरों की संख्या में वृद्धि एक स्वागत योग्य कदम है, लेकिन यह निश्चित रूप से पर्याप्त नहीं है। उनका कहना है कि सिर्फ मीटर गिनती बढ़ाने से ही नहीं, बल्कि प्रासंगिक बने रहने के लिए BARC को कई अन्य बदलाव लाने की जरूरत है।
वहीं इंडस्ट्री के सूत्रों का कहना है कि सिर्फ मीटरों की कम संख्या ही नहीं, बल्कि इन मीटरों की लगाने की धीमी रफ्तार भी इस डिजिटल युग में पूरे उद्देश्य को महत्वहीन बना देती है और वह भी तब जब मीजरमेंट रीयल टाइम में किया जा रहा हो। विश्वसनीय सूत्रों ने कहा कि 2017 तक 30,000 बैरो मीटर (bar-o-meters) थे और 2019 तक यह संख्या 45,000 तक पहुंच गई थी, जबकि दिसंबर 2022 तक BARC के पास 55,000 टीवी मीटर थे।
'एलारा कैपिटल' (Elara Capital) के सीनियर वाइस प्रेजिडेंट करण तौरानी का कहना है कि लगभग चार साल पहले टीवी मीटरों की संख्या लगभग 45,000 थी। इसलिए यह धीमी गति से चल रहा है। हम अब डिजिटल युग में हैं और डिजिटल तकनीक के माध्यम से डेटा प्राप्त करना बहुत आसान है। टीवी वाले 200 मिलियन से अधिक घरों वाले देश में, 60,000 बॉक्स (मीटर) हैं, जोकि बहुत ही कम हैं, क्योंकि दूसरी तरफ आपको डिजिटल विज्ञापन मिलता है जिसमें आप वास्तविक समय के आधार पर डेटा प्राप्त कर सकते हैं।
एक अन्य इंडस्ट्री सूत्र ने कहा कि BARC अपने छोटे सैंपल साइज के कारण 'अप्रासंगिक' (irrelevant) होता जा रहा है और इसका मीजरमेंट मीटर बॉक्स द्वारा किया जाता है, न कि किसी प्रकार की डिजिटल तकनीक द्वारा।
विशेषज्ञ ने कहा कि समय की जरूरत एक ऐसी प्रणाली के साथ आने की है जिसके द्वारा हम वास्तविक समय के आधार पर टीवी बॉक्स को मॉनिटर कर सकें और इसे बहुत ही बड़ी संख्या में बदल सकें। यह कुल आधार का 10-20% हो सकता है, क्योंकि 200 मिलियन घरों वाले मार्केट में से लगभग 60,000 घरों में ही यह होना अच्छा नहीं है।
एक सीनियर ब्रॉडकास्ट पर्सन ने कहा कि BARC ने पहले अच्छा प्रदर्शन किया था क्योंकि डिजिटल का बोलबाला नहीं था और स्मार्टफोन की पहुंच भी अब की तुलना में कम थी।
एक अन्य सूत्र ने कहा, जब से डिजिटल का दायरा बढ़ा है और डेटा की सस्ती कीमतों और स्मार्टफोन के आने से BARC की प्रासंगिकता कम हो गई है, क्योंकि लोग डिजिटल की ओर बढ़ रहे हैं और ROI आधारित और डेटा आधारित कैंपेन की तलाश कर रहे हैं, जोकि ऐडवर्टाइजर्स को ऑफर कर रहे हैं।
कैसे काम करता है मीजरमेंट सिस्टम?
BARC इंडिया हर एक मिनट पर नजर रखती है। यदि कोई टीवी सेट एक मिनट में 30 सेकंड या उससे अधिक समय तक ऑन रहता है, तो इसे पूरे मिनट तक ऑन माना जाता है।
बैरो मीटर (BAR-O-meter ) दो डिजिटल उपकरणों का इस्तेमाल कर टीवी का यूज, टीवी स्टेशन की पहचान और व्यक्तिगत देखने (individual viewing) को कैप्चर करता है: पहला- स्टेशन हेड एंड/ट्रांसमिशन साइट पर ब्रॉडकास्टर (एम्बेडर) द्वारा स्थापित और दूसरा बैरो मीटर के तौर पर संदर्भित- जो पैनल घरों में प्रत्येक टीवी सेट पर स्थापित किया जाता है।
ऑडियो वॉटरमार्क का प्रयोग करके बैरो मीटर सीधे टीवी चैनलों से डेटा प्राप्त करते हैं। वर्तमान में BARC द्वारा 600 से अधिक चैनल वॉटरमार्क किए गए हैं।
बैरो मीटर मीजरमेंट सिस्टम में टीवी ऑन है या ऑफ यह स्थिति वॉटरमार्क वाले चैनल की उपस्थिति या अनुपस्थिति से निर्धारित होती है। चूंकि गैर-वॉटरमार्क वाले चैनलों की दर्शक संख्या बैरो मीटर द्वारा कैप्चर नहीं की जाती है, इसलिए यदि दर्शक गैर-वॉटरमार्क वाले चैनलों को देखते हैं, तो टीवी को ऑफ माना जाता है।
मीटर में उन सभी चैनलों में ऑडियो ट्रैक एम्बेडेड होते हैं, जिनको वह मॉनिटर करता है। उदाहरण के लिए, यदि आप स्टार प्लस को ट्यून करते हैं, तो यह एक मूक (इंसानों के कानों के लिए) ऑडियो उत्पन्न करना शुरू कर देता है जिसे बैरो मीटर सुनता है। मीजरमेंट के लिए बैरो मीटर को चैनल नंबर की आवश्यकता नहीं है, बल्कि उसे केवल चैनल ऑडियो की जरूरत पड़ती है।
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