होम / टीवी / पत्रकारिता की गिरती साख के लिए पत्रकारों के साथ दर्शक भी हैं दोषी: सुमित अवस्थी

पत्रकारिता की गिरती साख के लिए पत्रकारों के साथ दर्शक भी हैं दोषी: सुमित अवस्थी

शनिवार को दिल्ली में आयोजित एक्सचेंज4मीडिया के 'न्यूजनेक्स्ट' कॉन्फ्रेंस में 'एनडीटीवी' (NDTV) के कंसल्टिंग एडिटर सुमित अवस्थी ने भी अपनी बात रखी।

समाचार4मीडिया ब्यूरो 6 months ago

पिछले कुछ वर्षों में पत्रकारिता की साख में काफी गिरावट आई है लेकिन इस स्थिति के लिए अकेले पत्रकार जिम्मेदार नहीं हैं। शनिवार को दिल्ली में आयोजित एक्सचेंज4मीडिया के 'न्यूजनेक्स्ट' कॉन्फ्रेंस में 'एनडीटीवी' (NDTV) के कंसल्टिंग एडिटर सुमित अवस्थी ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि इस गिरावट के पीछे दर्शकों का भी योगदान है।

"क्या पत्रकारों को आलोचना को लेकर चिंतित होना चाहिए?" (Should journalists be concerned about criticism?) विषय पर अपने वक्तव्य में वरिष्ठ पत्रकार सुमित अवस्थी ने कहा कि यदि आप कोई शो करते हैं और फिर आपको यहां-वहां गालियां दी जाती हैं, तो इसका मतलब है कि आप दोनों पक्षों को परेशान कर रहे हैं। आप अच्छा काम कर रहे हैं. आप कम से कम सही रास्ते पर हैं। यदि आप खराब पत्रकारिता कर रहे हैं, तो आपको दरबारी मीडिया और मोदी मीडिया के रूप में चित्रित किया जाता है। हम आलोचना को लेकर बहुत संवेदनशील हैं लेकिन सवाल यह है कि आलोचना कौन कर रहा है? जिस चीज की आलोचना की जा रही है, वह ज्यादा जरूरी नहीं है। 

अपनी बात समझाते हुए सुमित अवस्‍थी ने कहा कि दिल्‍ली में रहना और फाइव स्टार कमरे में बैठना अलग बात है। जब आप दिल्ली से 50 किमी दूर 40-42 डिग्री में निकलते हैं तो देखते हैं कि लोगों को पानी नहीं मिलता और उनकी फसलें सूख रही हैं। आपको ज्यादा मेहनत नहीं करनी है, बस दिल्ली से 50 किलोमीटर दूर चले जाना है। क्या हम पत्रकारों को ऐसी स्टोरीज साझा करने का अवसर दे रहे हैं?” 

“तीखी और ध्रुवीकृत डिबेट्स को उच्च टीआरपी मिलती है, वास्तविक कहानियों को नहीं। जो लोग तीखी डिबेट्स का आनंद लेते हैं और उन्हें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा करते हैं, उन्हें आत्मनिरीक्षण करना चाहिए कि वे ग्राउंड रिपोर्टिंग के बजाय ऐसे शो को क्यों पसंद करते हैं। मैं मानता हूं कि पत्रकारिता की गिरती साख के लिए पहले नंबर पर पत्रकार दोषी हैं, लेकिन दूसरे नंबर पर दर्शक दोषी हैं।

अब टीवी चैनलों को भी ऐसी डिबेट्स करने में मजा आता है, जिनमें न्यूनतम संसाधनों की आवश्यकता होती है। पैनलिस्ट्स को टीवी चैनल के दफ्तर आने की भी जरूरत नहीं है। अब चैनलों को रिकॉर्डिंग के लिए पैनलिस्ट्स के पास ओबी वैन भेजने की जरूरत नहीं है। सुमित अवस्थी ने कहा कि लोग जूम (Zoom) के माध्यम से शो से जुड़ सकते हैं।

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए वरिष्ठ पत्रकार सुमित अवस्थी ने कहा कि हाल ही में, फिक्की की एक रिपोर्ट से पता चला है कि यदि महिलाओं को भी घर के काम के लिए भुगतान मिले, तो भारत की जीडीपी 7 प्रतिशत तक बढ़ जाएगी। मुझे यकीन है कि ज्यादातर लोग इस रिपोर्ट से अनजान हैं। ऐसी रिपोर्ट्स को ज्यादा टीआरपी नहीं मिलती है।''

उन्होंने यह भी कहा कि पुराने दिनों में मंत्री विपक्षी नेताओं के साथ टीवी शो में भाग लेने के लिए कैसे उत्साहित होते थे। अब स्थिति यह है कि एक ही पार्टी की चलती है। अन्य पार्टियों को उनके दावों का प्रतिकार करने के लिए आमंत्रित नहीं किया जाता है। यह अच्छी पत्रकारिता को खत्म करने का एक आसान तरीका है। 

उन्होंने कहा कि एक दर्शक के रूप में हमें आत्मनिरीक्षण करना चाहिए और सोचना चाहिए कि हममें से कितने लोग इसके लिए दोषी हैं? आपको अच्छी पत्रकारिता, मेहनती पत्रकारिता और ग्राउंड रिपोर्ट क्यों पसंद नहीं आती है, लेकिन डिबेट्स पसंद है, जहां दो, तीन, चार राजनेता एक साथ बैठते हैं और एक दूसरे के खिलाफ चिल्लाते हैं। वो तो मुद्दे पर ही नहीं आते। उन्हें पता है कि ये डिबेट शो 18 मिनट में खत्म हो जाएगा। मुझे इस डिबेट शो में 18 मिनट का भाषण देना है और मेरा काम पूरा हो गया।' 

दर्शकों से टीवी चैनलों को जमीनी पत्रकारिता करने के लिए प्रोत्साहित करने का आग्रह करते हुए वरिष्ठ पत्रकार ने कहा कि टीवी एंकर, जो एक पार्टी के प्रवक्ता हैं, सशक्त हैं। जो लोग सत्ता में बैठे लोगों से सवाल कर रहे हैं, उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। अच्छी पत्रकारिता करने के लिए हमें लोगों के सहयोग की जरूरत है।  

उन्होंने दर्शकों को याद दिलाया कि मणिपुर जाना और महिलाओं के खिलाफ हिंसा को कवर करना काफी मुश्किल है, जब तक कि दर्शक मीडिया का समर्थन नहीं करेंगे। 

 


टैग्स पत्रकार मीडिया पत्रकारिता सुमित अवस्थी इनबा न्यूज नेक्स्ट पत्रकार रिपोर्टर
सम्बंधित खबरें

इस बड़े पद पर फिर ‘एबीपी न्यूज’ की कश्ती में सवार हुईं चित्रा त्रिपाठी

वह यहां रात नौ बजे का प्राइम टाइम शो होस्ट करेंगी। चित्रा त्रिपाठी ने हाल ही में 'आजतक' में अपनी पारी को विराम दे दिया था। वह यहां एडिटर (स्पेशल प्रोजेक्ट्स) के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रही थीं।

1 day ago

चित्रा त्रिपाठी ने एक बार फिर से अपने करियर का लिया बड़ा फैसला

जानी-मानी टीवी पत्रकार व एंकर चित्रा त्रिपाठी ने एक बार फिर से अपने करियर में बड़ा फैसला लिया है। विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक, चित्रा त्रिपाठी ने 'आजतक' से इस्तीफा दे दिया है।

2 days ago

OTT पर लाइव टीवी चैनलों के प्रसारण से DPOs चिंतित, MIB से करेंगे हस्तक्षेप की मांग

डिस्ट्रीब्यूशन प्लेटफॉर्म ऑपरेटर्स जल्द ही सूचना-प्रसारण मंत्रालय से संपर्क करने की योजना बना रहे हैं, ताकि OTT प्लेटफॉर्म्स पर लाइव टीवी चैनलों के प्रसारण को रोकने के लिए एक एडवाइजरी जारी की जा सके।

3 days ago

वरिष्ठ TV पत्रकार शिवम गुप्ता की ‘एबीपी न्यूज’ में वापसी, निभाएंगे यह भूमिका

इस नई जिम्मेदारी को संभालने से पहले शिवम गुप्ता ‘जी मीडिया’ (Zee Media) में कार्यरत थे, जहां से उन्होंने पिछले दिनों इस्तीफा दे दिया था।

4 days ago

केरल हाई कोर्ट ने ब्रॉडकास्टर्स की इस याचिका को किया खारिज, TRAI के नियमों को माना सही

केरल हाई कोर्ट ने सोमवार को टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) के नए नियमों को चुनौती देने वाली ब्रॉडकास्टर्स की याचिका को खारिज कर दिया।

4 days ago


बड़ी खबरें

वरिष्ठ TV पत्रकार अभिषेक उपाध्याय का क्या है ‘TOP सीक्रेट’, पढ़ें ये खबर

अभिषेक उपाध्याय ने अपने ‘एक्स’ (X) हैंडल पर इस बारे में जानकारी भी शेयर की है। इसके साथ ही इसका प्रोमो भी जारी किया है।

9 hours ago

‘दैनिक भास्कर’ की डिजिटल टीम में इस पद पर है वैकेंसी, जल्द करें अप्लाई

यदि एंटरटेनमेंट की खबरों में आपकी रुचि है और आप मीडिया में नई नौकरी की तलाश कर रहे हैं तो यह खबर आपके लिए काफी काम की हो सकती है।

1 day ago

इस बड़े पद पर फिर ‘एबीपी न्यूज’ की कश्ती में सवार हुईं चित्रा त्रिपाठी

वह यहां रात नौ बजे का प्राइम टाइम शो होस्ट करेंगी। चित्रा त्रिपाठी ने हाल ही में 'आजतक' में अपनी पारी को विराम दे दिया था। वह यहां एडिटर (स्पेशल प्रोजेक्ट्स) के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रही थीं।

1 day ago

’पंजाब केसरी’ को दिल्ली में चाहिए एंकर/कंटेंट क्रिएटर, यहां देखें विज्ञापन

‘पंजाब केसरी’ (Punjab Kesari) दिल्ली समूह को अपनी टीम में पॉलिटिकल बीट पर काम करने के लिए एंकर/कंटेंट क्रिएटर की तलाश है। ये पद दिल्ली स्थित ऑफिस के लिए है।

1 day ago

हमें धोखा देने वाले दलों का अंजाम बहुत अच्छा नहीं रहा: डॉ. सुधांशु त्रिवेदी

जिसकी सीटें ज़्यादा उसका सीएम बनेगा, इतने में हमारे यहाँ मान गये होते तो आज ये हाल नहीं होता, जिस चीज के लिए गये थे उसी के लाले पड़ रहे हैं।

1 day ago