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'भारत एक्सप्रेस' ने स्टिंग के जरिए 'पार्किंग के पॉकेटमार' का किया खुलासा
नगर निगम की नाक के नीचे कई स्थानों पर मोटी पार्किंग फीस वसूली जा रही है। 'ऑपरेशन पार्किंग के पॉकेटमार' के जरिए भारत एक्सप्रेस की टीम ने इसका खुलासा किया है।
समाचार4मीडिया ब्यूरो 1 year ago
देश की राजधानी दिल्ली के मॉल और पॉश इलाकों में तय नियमों और रेट्स को ताक पर रखकर पार्किंग के नाम पर मोटी रकम वसूली जा रही है। नगर निगम की नाक के नीचे ऐसे स्थानों पर मोटी पार्किंग फीस वसूली जा रही है। 'ऑपरेशन पार्किंग के पॉकेटमार' के जरिए भारत एक्सप्रेस की टीम ने इसका खुलासा किया है।
काली कमाई में जुटे अफसरों और पार्किंग माफियाओं की इसी मिलीभगत से कई पॉश इलाकों में पार्किंग के नाम पर हो रही अवैध वसूली का यह गोरखधंधा बदस्तूर जारी है। पार्किंग के नाम पर लाखों रुपए की इस वसूली का जिम्मेदार कौन है? दिल्ली सरकार? डीडीए? या फिर दिल्ली नगर निगम?
दिल्ली के सेलेक्ट सिटीवॉक मॉल में चल रहे पार्किंग के गोरखधंधे का पर्दाफाश करने के लिए भारत एक्सप्रेस के अंडरकवर रिपोर्टर यहां के पार्किंग एरिया में पहुंचे। यहां मासूम जनता से सरेआम मोटी पार्किंग फीस वसूली जा रही थी। यहां हर रोज सैकड़ों वाहन आते है और शनिवार-रविवार में तो ये आंकड़ा काफी बढ़ जाता है। पार्किंग के नाम पर ये वसूली महीने में कई लाख रुपए बैठती है।
साकेत स्थित डीएलएफ एवेन्यू मॉल में पार्किंग चार्ज वसूल रहे कर्मचारियों ने बताया कि यहां दोपहिया की पार्किंग के दस रुपए प्रति घंटा और चार पहिया की पार्किंग बीस रुपए प्रति घंटा वसूले जाते हैं। इसी तरह, दक्षिणी दिल्ली केएमजीएफ मेट्रो पॉलिटन मॉल में चार पहिया की पार्किंग के लिए पहले दो घंटे के लिए चालीस रुपए और उसके बाद दस रुपए प्रति घंटा वसूले जा रहे हैं।
दिल्ली नगर निगम ने पार्किंग के लिए रेट्स की लिस्ट जारी किया है। नियम के मुताबिक, पार्किंग स्थल पर बाकायदा बोर्ड पर पार्किंग रेट लिखे होने चाहिए। लेकिन हौज ख़ास विलेज में कार की पार्किंग के नाम पर सीधे सौ रुपए वसूले जाते हैं, जब कि निगम ने कार पार्किंग के लिए बीस रुपए घंटा और 24 घंटे के लिए सौ रुपए तय कर रखे हैं। हौज खास विलेज के पार्किंग कर्मचारी ने कार पार्किंग के एक महीने के पास के लिए चौबीस सौ रुपए मांगे और दो पहिया पार्किंग के लिए आठ सौ रुपए की मांग की। इस शख्स ने बताया कि पार्किंग का ये ठेका पच्चीस लाख में उठा है।
एमसीडी की पार्किंग रेट लिस्ट के मुताबिक महीने भर के लिए कार का डे पास बनवाने के लिए 1200 रुपए और डे एंड नाइट पास के लिए 2000 रुपए तय किए गए हैं। वही दोपहिया पार्किंग के डे पास के लिए 600 रुपए महीना तय किए गए हैं। यानी निगम में ऊपर तक चढ़ावा चढ़ाने वाला ठेकेदार आपसे ज्यादा पैसा वसूलकर खुलेआम डाका डाल रहा है।
आपको बता दें कि10 अक्टूबर 2019 को दिल्ली विधानसभा की Committee On Petitions ने सेलेक्ट सिटीवॉक मॉल, डीएलएफ मॉल, साकेत और मैक्स हॉस्पिटल साकेत में गैरकानूनी पार्किंग फीस वसूली को लेकर डीडीए को चिट्टी लिखी जिस में Master Plan/Building Bye Laws-2016 के तहत फ्री पार्किंग सुनिश्चित कराने की बात कही गई है। इसके अलावा उस समय SDMC द्वारा कमेटी को बताया गया कि चूंकि इन मॉल्स को जमीन डीडीए ने दी है लिहाजा इनका क्षेत्राधिकार विभाजित निगम यानी South Delhi Municipal Corporation (SDMC) केअंडर नहीं आता।
देखिए भारत एक्सप्रेस की खास पेशकश 'पार्किंग के पॉकेटमार' –
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