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न्यायाधीशों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने पर चैनल को मिली ये कड़ी सजा
न्यायाधीशों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करना पाकिस्तान के एक न्यूज चैनल को भारी पड़ गया।
समाचार4मीडिया ब्यूरो 3 years ago
न्यायाधीशों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करना पाकिस्तान के एक न्यूज चैनल को भारी पड़ गया। अवमानना और जजों के अपमान के आरोप में पाकिस्तान की मीडिया की निगरानी करने वाली संस्था ने चैनल को 30 दिन के लिए बंद कर दिया है। यह कार्रवाई जिस चैनल पर की गई है उसका नाम ‘बोल टीवी’ है। वहीं, इस चैनल के ऊपर 10 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है।
चैनल के खिलाफ इस कार्रवाई को लेकर पाकिस्तान की मीडिया निगरानी संस्था PEMRA ने बताया कि इस चैनल के एंकर सामी इब्राहिम (Sami Ibrahim) ने 13 जनवरी को प्रसारित कार्यक्रम में लाहौर हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश व अन्य न्यायाधीशों पर नियुक्तियों को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की थी। एंकर ने संविधान के अनुच्छेद 68 और पीईएमआरए आचार संहिता 2015 के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन किया था और जजों के खिलाफ अपमानजनक बातें की थीं।
संस्था ने कहा कि जब चैनल को नोटिस दिया गया तो उसने खेद व्यक्त करने के बजाय नोटिस वापस लेने पर जोर डाला। इससे पहले अप्रैल 2019 में लाहौर हाई कोर्ट ने जजों के संबंध में एक अन्य खबर के मामले में भी नोटिस दिया था। 2019 में इस एंकर का प्रधानमंत्री इमरान खान पर एक टॉक शो के कारण विज्ञान मंत्री फवाद चौधरी के साथ विवाद हो चुका है। फवाद चौधरी ने एंकर इब्राहिम को एक विवाह समारोह में थप्पड़ मार दिया था।
वर्ष 2019 के अक्टूबर माह में जारी आदेश में PEMRA ने नियमित शो करने वाले एंकर्स को निर्देश दिया था कि वे अपने या दूसरे चैनलों के टॉक शो में 'विशेषज्ञ की तरह पेश न हों।' साथ ही आदेश में मीडिया हाउसों को यह भी निर्देश दिया कि वे टॉक शो के लिए अतिथि का चयन बेहद सतर्कता से करें। चयन के दौरान उस खास विषय पर उनके ज्ञान और विशेषज्ञता का भी ध्यान रखें।
दरअसल, इस्लामाबाद हाई कोर्ट के 26 अक्टूबर के एक आदेश के बाद सभी सेटेलाइट टीवी चैनलों को यह आदेश जारी किया गया। कोर्ट ने शहबाज शरीफ बनाम सरकार के मामले में विभिन्न टीवी टॉक शो पर संज्ञान लिया, जहां एंकर्स ने आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए न्यायपालिका और उसके फैसलों की छवि खराब करने की कोशिश की। कोर्ट ने ऐसे उल्लंघनों पर PEMRA द्वारा की गई कार्रवाई और सजा पर रिपोर्ट भी मांगी।
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