‘जी समूह’ (Zee Group) के हिंदी न्यूज चैनल ‘जी न्यूज’ (Zee News) से एक बार फिर बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है।
‘जी समूह’ (Zee Group) के हिंदी न्यूज चैनल ‘जी न्यूज’ (Zee News) से एक बार फिर बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है। पिछले कुछ दिनों से जो कयास लगाए जा रहे थे, वह अब थम गए हैं। पुष्ट जानकारी के अनुसार, चैनल के एडिटर-इन-चीफ और सीईओ सुधीर चौधरी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है और अब वे इस ऑर्गनाइजेशन का हिस्सा नही हैं। सूत्रों के मुताबिक, उनका इस्तीफा स्वीकृत हो गया है।
समाचार4मीडिया ने एक दिन पहले ही उनके इस्तीफे की यह एक्सक्लूसिव खबर दी थी और आज उनके ऑर्गनाइजेशन से अलग होने की खबर सामने आयी है।
ऐसी भी खबरें हैं कि ‘जी न्यूज‘ अब अपने तीनों क्लस्टर में कार्यरत एंकर्स का एक सेंट्रल पूल बना रहा है और ये कदम उसी स्ट्रैटेजी का पहला कदम है। विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि मीडिया बैरन सुभाष चंद्रा ने चैनल के लिए एक नया दृष्टिकोण स्थापित किया है और ये घटनाक्रम एक बड़े न्यूजरूम बदलाव का हिस्सा हैं।
बता दें कि कि सुधीर चौधरी का शो ‘डीएनए’ इस हफ्ते से ही टीआरपी की रेस में पिछड़ने लगा है। यू-ट्यूब चैनल पर जहां इसके एक लाख से डेढ़ लाख के बीच दर्शक लाइव होते थे, पिछले चार दिनों में यह सिमट कर 25 से 30 हजार के आस-पास रह गए हैं। वहीं फेसबुक पर यह संख्या एक लाख के करीब रहती थी, जो अब 15 से 20 हजार तक ही सिमट गई है।
वहीं, कई दिनों से सोशल मीडिया पर उनके फैंस भी मायूस हैं और जानने के लिए उत्सुक हैं कि क्या अब सुधीर चौधरी ने ‘जी न्यूज’ से विदाई ले ली है, तो यह खबर उनके सभी कयासों को दरकिनार कर एक सही जानकारी देने की कोशिश करती है।
समाचार4मीडिया ने अपनी पिछली स्टोरी में बताया था कि चैनल के लोकप्रिय प्राइम टाइम शो ‘डीएनए’ (DNA) में भी एक बड़ा बदलाव किया गया है, इसके तहत लंबे समय से रात नौ बजे ‘DNA’ होस्ट कर रहे सुधीर चौधरी से इस शो की जिम्मेदारी वापस ले ली गई है। इस हफ्ते की शुरुआत से इस शो को सुधीर चौधरी की जगह ‘जी हिन्दुस्तान’ (Zee Hindustan) के एंकर रोहित रंजन होस्ट कर रहे हैं। करीब दो साल से ‘जी हिन्दुस्तान‘ में कार्यरत रोहित रंजन पूर्व में ‘सूर्या समाचार‘ और ‘पी7‘ चैनल में भी कार्य कर चुके हैं।
'गुड न्यूज टुडे' (GNT) चैनल इस दीपावली पर अपने दर्शकों के लिए सकारात्मक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध कार्यक्रमों की विशेष प्रस्तुति लेकर आ रहा है।
'गुड न्यूज टुडे' (GNT) चैनल इस दीपावली पर अपने दर्शकों के लिए सकारात्मक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध कार्यक्रमों की विशेष प्रस्तुति लेकर आ रहा है। दीपावली सीजन में ब्रैंड्स और उपभोक्ताओं के बीच जुड़ाव का प्रमुख माध्यम बनने की दिशा में 'गुड न्यूज टुडे' ने एक सप्ताह का विशेष प्रोग्रामिंग शेड्यूल तैयार किया है।
इस दौरान, चैनल विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धियों को मान्यता देने वाले विशेष शो का प्रसारण करेगा, जिसमें ऐसे व्यक्तियों को सम्मानित किया जाएगा जिनके कार्यों से समाज में सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। साथ ही, चैनल लाइव दीपावली पूजा का प्रसारण भी करेगा, जिसमें दर्शक प्रतिष्ठित पंडितों के मार्गदर्शन में पूजा विधि का पालन कर सकेंगे।
चैनल पर एक कवि सम्मेलन भी होगा, जिसमें कवि दीपावली से जुड़े गीत प्रस्तुत करेंगे, जिससे उत्सव का माहौल और रंगीन होगा। “शॉपिंग के साथी” सीरीज के माध्यम से दर्शकों को प्रमुख शहरों में सर्वश्रेष्ठ खरीदारी स्थानों के सुझाव मिलेंगे, जबकि “कैसे करें मां लक्ष्मी को प्रसन्न” कार्यक्रम में पंडितों से राशि-आधारित सुझाव दिए जाएंगे ताकि समृद्धि आकर्षित की जा सके।
'गुड न्यूज टुडे' अयोध्या में नव-निर्मित राम मंदिर के दीपोत्सव का सीधा प्रसारण भी करेगा, जिसमें सरयू घाट से लाइव रिपोर्टिंग शामिल होगी। चैनल एक खास कार्यक्रम के जरिए आगामी वर्ष के आर्थिक पूर्वानुमान पर चर्चा भी करेगा, जिससे दर्शकों की वित्तीय समृद्धि का मार्गदर्शन किया जा सके।
धनतेरस से पहले 'गुड न्यूज टुडे' एक दैनिक सीरीज पेश करेगा, जिसमें त्योहार के ऐतिहासिक महत्व और खरीदारी के सुझाव दिए जाएंगे और इसका समापन लाइव पूजा के प्रसारण से होगा।
'गुड न्यूज टुडे' का उद्देश्य इस विस्तृत प्रोग्रामिंग के माध्यम से अपने दर्शकों के दीपावली अनुभव को बेहतर बनाना और ब्रैंड्स को दर्शकों से जुड़ने का एक अनूठा मंच प्रदान करना है।
विवादित 'ब्रॉडकास्टिंग सर्विसेज (रेगुलेशन) बिल' को लेकर देरी होती दिख रही है, क्योंकि सूचना-प्रसारण मंत्रालय को हितधारकों के बीच सहमति की कमी का सामना करना पड़ रहा है।
अदिति गुप्ता, असिसटेंट एडिटर, एक्सचेंज4मीडिया ग्रुप ।।
विवादित 'ब्रॉडकास्टिंग सर्विसेज (रेगुलेशन) बिल' को लेकर देरी होती दिख रही है, क्योंकि सूचना-प्रसारण मंत्रालय को हितधारकों के बीच सहमति की कमी का सामना करना पड़ रहा है।
'एक्सचेंज4मीडिया' को सूत्रों से पता चला है कि मंत्रालय को 13 अक्टूबर की समयसीमा तक बहुत कम इंडस्ट्री से जुड़ी प्रतिक्रिया मिली, खासकर ओवर-द-टॉप (OTT) प्लेटफॉर्म्स की भागीदारी में कमी के कारण चिंता बढ़ गई है। इन प्लेटफॉर्म्स ने प्रस्तावित नियमों को लेकर कई आपत्तियां जताई हैं। मंत्रालय फिलहाल बिल पर आगे बढ़ने से पहले व्यापक विचार-विमर्श की योजना बना रहा है, ताकि तेजी से बदल रहे मीडिया परिदृश्य में सभी की जरूरतों को ध्यान में रखा जा सके।
OTT प्लेटफॉर्म्स, जो अब कंटेंट डिस्ट्रीब्यूशन के क्षेत्र में अहम भूमिका निभा रहे हैं, प्रस्तावित नियमों को लेकर गंभीर आपत्तियां जता रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, मंत्रालय ने फिलहाल इस बिल पर आगे बढ़ने का काम रोक दिया है ताकि इस पर व्यापक विचार-विमर्श किया जा सके। ऐसा इसलिए है क्योंकि तेजी से बदल रहे मीडिया परिदृश्य को नियंत्रित करना और उद्योग के सभी पक्षों की अलग-अलग जरूरतों को पूरा करना चुनौतीपूर्ण है।
मंत्रालय ने अगस्त में बिल का दूसरा ड्राफ्ट वापस ले लिया था, जिससे इसे लेकर सवाल खड़े हो गए थे। इस बिल का उद्देश्य एक ऐसा कानूनी ढांचा बनाना है जो OTT प्लेटफॉर्म्स और ऑनलाइन कंटेंट क्रिएटर्स को भी शामिल करे और वर्तमान नीतियों में बदलाव लाए। यह नया कानून 'केबल टेलीविजन नेटवर्क (रेगुलेशन) एक्ट 1995' की जगह ले सकता है।
नाम न बताने की शर्त पर एक इंडस्ट्री एक्सपर्ट ने कहा कि उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया मंत्रालय को भेज दी है, लेकिन सूचना-प्रसारण मंत्रालय (MIB) की ओर से कोई जवाब नहीं आया है। यह बिल फिलहाल रुका हुआ है, मुख्य रूप से OTT प्लेटफॉर्म्स द्वारा समर्थन की कमी के कारण, खासकर प्रस्तावित नियमों और पंजीकरण आवश्यकताओं को लेकर।
बिल के दूसरे ड्राफ्ट के साथ, केंद्र सरकार का उद्देश्य एक एकीकृत कानूनी ढांचा बनाना था जो प्रसारण क्षेत्र, OTT प्लेटफॉर्म्स और ऑनलाइन क्रिएटर्स को नियंत्रित कर सके, साथ ही मौजूदा नीतियों में बदलाव ला सके। इस नए कानून से केबल टेलीविजन नेटवर्क (रेगुलेशन) अधिनियम, 1995 की जगह लेने की उम्मीद है।
एक सीनियर ब्रॉडकास्ट एक्सपर्ट ने कहा कि सरकार OTT कंटेंट पर नियंत्रण रखना चाहती है, जिसे OTT प्लेटफॉर्म्स द्वारा अस्वीकार किया जा रहा है। सरकार सेंसरशिप के लिए ऐसे शब्दों का इस्तेमाल कर सकती है जैसे "इंटरनल रिव्यू" या "कंटेंट कमेटी"। उन्होंने बताया कि 'IC814 The Kandahar Hijack' के मामले के बाद सरकार इस पर सख्त रुख अपना सकती है।
एक्सपर्ट ने आगे कहा कि बिल पर हितधारकों की प्रतिक्रियाएं और सरकार का रुख वही रहेगा और इससे कुछ नया नहीं निकलेगा। उन्होंने कहा कि मंत्रालय ने बिल को चुनिंदा लोगों के पास भेजकर अनावश्यक विवाद में खुद को उलझा लिया है।
पिछले महीने सूचना-प्रसारण मंत्रालय ने नेटफ्लिक्स के ‘IC-814 - द कंधार हाइजैक’ सीरीज को लेकर विवाद के बाद उसके कंटेंट हेड को बुलाया था, क्योंकि इसमें अपहरणकर्ताओं के चित्रण पर आपत्ति जताई गई थी।
वहीं OTT प्लेटफॉर्म्स को चिंता है कि नए बिल में प्रस्तावित नियम उनके कंटेंट पर अत्यधिक सरकारी नियंत्रण ला सकते हैं, जिससे उनकी रचनात्मक स्वतंत्रता बाधित हो सकती है।
OTT इंडस्ट्री से जुड़े एक एक्सपर्ट का कहना है कि ओटीटी प्लेयर्स कंटेंट में सरकारी हस्तक्षेप के लिए क्यों सहमत होंगे? यह निश्चित रूप से हमारी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को खतरे में डालने वाला है। जहां तकरजिस्ट्रेशन का सवाल है, सभी पहले से ही उचित नियमों का पालन कर रहे हैं, इसलिए कानून का कोई उल्लंघन नहीं हो रहा है।
बिल के दूसरे ड्राफ्ट के प्रावधानों से मीडिया संगठनों में असंतोष फैल गया, जिन्होंने सेंसरशिप लागू करने और कंटेंट क्रिएटर्स पर अनुपालन के बोझ का विरोध किया। उनकी आशंका थी कि इस नियामक ढांचे से रचनात्मकता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बाधित हो सकती है, खासकर डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर जहां अधिकतर क्रिएटर्स काम करते हैं।
बिल को ब्रॉडकास्ट इंडस्ट्री के कई क्षेत्रों से कड़ा विरोध मिला, जिन्होंने इसे नुकसानदायक बताया। इसके साथ ही, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर खतरे, सरकारी हस्तक्षेप बढ़ने, और प्रसार भारती-प्रबंधित सेवाओं के प्रति पक्षपात को लेकर भी चर्चाएं जारी हैं। इंडस्ट्री के हितधारकों का कहना है कि यह बिल सरकारी मीडिया को निजी ऑपरेटर्स के मुकाबले लाभकारी स्थिति दे सकता है।
इसके अलावा, इस बिल में सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स को भी "ब्रॉडकास्टर्स" की श्रेणी में शामिल करना एक विवादास्पद मुद्दा बना हुआ है, क्योंकि यह इन्फ्लुएंसर्स के लिए उन नियमों का पालन करना चुनौतीपूर्ण बना सकता है जो पारंपरिक प्रसारणकर्ताओं पर लागू होते हैं।
जब मंत्रालय ने बिल वापस लिया था, तो कहा गया था कि अक्टूबर में एक नया ड्राफ्ट जारी किया जाएगा। हालांकि, अभी तक मंत्रालय की ओर से कोई समयसीमा घोषित नहीं की गई है। जैसे-जैसे चर्चा जारी है, 'ब्रॉडकास्टिंग सर्विसेज बिल' का भविष्य अनिश्चित बना हुआ है और इंडस्ट्री जगत इस नियामक ढांचे की स्पष्टता का इंतजार कर रहा है जो भारत में कंटेंट निर्माण और वितरण को प्रभावित कर सकता है।
भारत के प्रमुख बिजनेस न्यूज चैनल ET NOW और हिंदी बिजनेस चैनल ET NOW स्वदेश ने इस दिवाली के खास मौके पर अपने दर्शकों के लिए एक विशेष कार्यक्रम की घोषणा की है।
भारत के प्रमुख बिजनेस न्यूज चैनल ET NOW और हिंदी बिजनेस चैनल ET NOW स्वदेश ने इस दिवाली के खास मौके पर अपने दर्शकों के लिए एक विशेष कार्यक्रम की घोषणा की है। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य दर्शकों को फाइनेंशियल समृद्धि की दिशा में प्रेरित करना और उनकी वित्तीय समझ को बढ़ाना है।
ET NOW पर "संवत 2081 - रिव्यू, रिवाइज, राइज" और ET NOW स्वदेश पर "संवत 2081 - ये दिवाली समृद्धि वाली" थीम के तहत एक हफ्ते तक चलने वाले इन कार्यक्रमों में फाइनेंशियल एक्सपर्ट और बिजनेस लीडर्स दर्शकों को निवेश और वित्तीय योजना के बारे में गहराई से मार्गदर्शन देंगे। इन शो में दर्शक न केवल अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा करने और उन्हें सुधारने की जानकारी हासिल करेंगे, बल्कि आने वाले संवत 2081 के अवसरों का भी पूरा लाभ उठाने की सलाह प्राप्त करेंगे।
ET NOW के दिवाली स्पेशल प्रोग्राम:
1. इंवेस्टमेंट गुरु:
इस शो में भारत के टॉप निवेशक और बाजार विशेषज्ञ जैसे हिरेन वेद, विक्टर श्वेत्स, नीलकंठ मिश्रा, मनीष चोखानी, रवि धर्मशी और रामदेव अग्रवाल शामिल होंगे। यह कार्यक्रम निवेश रणनीतियों और बाजार के दृष्टिकोण पर चर्चा करेगा, जो हर सुबह 9:20 बजे और 10 बजे प्रसारित होगा।
2. खपत पल्स:
भारत के फेस्टिवल सीजन के दौरान खपत के रुझानों पर केंद्रित यह सेगमेंट हर सुबह 10:20 बजे प्रसारित होगा, जिसमें बाजार के विशेषज्ञों की मदद से उपभोक्ता मांग और आर्थिक संकेतों पर चर्चा की जाएगी।
3. ‘FUND’टैस्टिक मैनेजर्स:
म्यूचुअल फंड मैनेजर्स की रणनीतियों और सलाह को साझा करने वाला यह शो हर दिन दोपहर 12:15 बजे प्रसारित होगा, जिसमें निवेशकों के लिए बाजार की मौजूदा स्थिति पर इनसाइट्स दी जाएंगी।
4. विजार्ड्स ऑफ वेल्थ:
यह कार्यक्रम दोपहर 12:45 बजे प्रसारित होगा, जिसमें वेल्थ मैनेजर्स के साथ चर्चा होगी जो हाई नेट वर्थ पोर्टफोलियो मैनेज करते हैं और निवेशकों को जटिल बाजारों में नेविगेट करने की सलाह देंगे।
5. द मनी शो:
नए निवेशकों के लिए मार्गदर्शन देने वाला यह शो हर दिन शाम 5 बजे प्रसारित होगा। इसमें नए निवेशकों के लिए ‘गृहलक्ष्मी से धनलक्ष्मी’ और ‘क्लीन योर पोर्टफोलियो’ जैसे सेगमेंट होंगे, जो वित्तीय यात्रा को सुगम बनाने में मदद करेंगे।
ET NOW स्वदेश के लिए दिवाली स्पेशल:
1. टॉप 10 निवेश पॉलिसी:
29 अक्टूबर को दोपहर 12:30 बजे प्रसारित होने वाले इस शो में ET NOW और ET NOW स्वदेश के एडिटर-इन-चीफ निकुंज डालमिया दर्शकों को उनके टॉप 10 निवेश मंत्रों से परिचित कराएंगे।
2. शेयरों पर दिवाली छूट:
30 अक्टूबर को दोपहर 12:30 बजे प्रसारित होने वाला यह सेगमेंट उन शेयरों पर केंद्रित होगा जो आकर्षक वैल्यूएशन पर ट्रेड कर रहे हैं, जिससे निवेशक लाभ उठा सकें।
3. रॉकेट शेयर:
31 अक्टूबर को प्रसारित होने वाला यह शो निवेशकों को शॉर्ट, मिड और लॉन्ग टर्म में बेहतरीन रिटर्न देने वाले टॉप स्टॉक पिक्स की जानकारी देगा।
समारोह की मुख्य विशेषताएं:
1 नवंबर को, ET NOW और ET NOW स्वदेश नए हिंदू कैलेंडर वर्ष का स्वागत करने के लिए शाम 5 बजे से 7 बजे तक एक स्पेशल मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र का आयोजन करेंगे। इस सत्र में फाइनेंशियल एक्सपर्ट रमेश दमानी, सुनील सिंघानिया, नीलेश शाह और विजय केडिया जैसे बाजार विशेषज्ञ लाइव मार्केट विश्लेषण और निवेश रणनीतियों पर चर्चा करेंगे।
ET NOW और ET NOW स्वदेश का यह विशेष कार्यक्रम न केवल दर्शकों को फाइनेंशियल जागरूकता प्रदान करेगा, बल्कि उन्हें उनके निवेश पोर्टफोलियो को बेहतर ढंग से मैनेज करने में मदद करेगा।
बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान का डेब्यू टीवी शो ‘फौजी’ एक बार फिर छोटे पर्दे पर शुरू होने जा रहा है। यह शो, जो पहली बार 1989 में प्रसारित हुआ था
बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान का डेब्यू टीवी शो ‘फौजी’ एक बार फिर छोटे पर्दे पर शुरू होने जा रहा है। यह शो, जो पहली बार 1989 में प्रसारित हुआ था, अब 24 अक्टूबर, गुरुवार से दूरदर्शन पर फिर से दिखाया जाएगा। इस सीरीज के सभी 13 एपिसोड सोमवार से गुरुवार तक डीडी नेशनल पर प्रसारित होंगे, जिससे फैंस को इस आइकॉनिक शो को फिर से देखने का मौका मिलेगा।
इस शो को आप 24 अक्टूबर से दोपहर 12:00 बजे और फिर रात 11:30 बजे देख सकते हैं और वह भी सिर्फ दूरदर्शन पर।
लौट आया है #Fauji...! भारत का ऐसा धमाकेदार शो जिसने देश को दिया उसका सबसे बड़ा सुपरस्टार...आइए एक बार फिर हिस्सा बनें उसी सुहाने सफर का। जरूर देखिए, 24 अक्टूबर से, दोपहर 12:00 बजे और पुनः प्रसारण रात 11:30 बजे, सिर्फ #DDNational पर। @iamsrk #FaujiOnDD #FaujiIsBack #SRK pic.twitter.com/us9U1KbbSi
— Doordarshan National दूरदर्शन नेशनल (@DDNational) October 23, 2024
दूरदर्शन की महानिदेशक कंचन प्रसाद ने इस बारे में उत्साह व्यक्त करते हुए कहा, "फौजी एक ऐसा शो है जो समय के साथ भी प्रासंगिक बना हुआ है। 'फौजी 2' के आने से पहले इस शो के पहले संस्करण को फिर से प्रसारित करना इस शो की विरासत को सम्मान देने और इसके मूल से फिर से जुड़ने का बेहतरीन तरीका है।"
राज कुमार कपूर द्वारा निर्देशित ‘फौजी’ एक कमांडो रेजिमेंट की कड़ी ट्रेनिंग की कहानी है। यह शो शाहरुख खान के टेलीविजन डेब्यू का प्रतीक है, जहां उन्होंने लेफ्टिनेंट अभिमन्यु राय का किरदार निभाया था। शो में नए कमांडो की कठिन ट्रेनिंग, उनकी दोस्ती, मस्ती, अनुशासन और दैनिक चुनौतियों को दिखाया गया है। इस शो में राकेश शर्मा (मेजर विक्रम 'विक्की' राय), अमीना शेरवानी (किरण कोचर), मंजुला अवतार (कैप्टन मधु राठौड़) सहित कई महत्वपूर्ण कलाकारों ने अपनी बेहतरीन अदाकारी से दर्शकों का दिल जीता था।
शो में शुरुआत में राकेश शर्मा को मुख्य किरदार के रूप में चुना गया था, जबकि शाहरुख खान को दूसरे मुख्य किरदार के लिए लिया गया था।
‘फौजी’ के बाद शाहरुख खान ने अज़ीज़ मिर्ज़ा के टीवी शो 'सर्कस' में काम किया। इसके अलावा वह ‘इडियट,’ ‘उम्मीद,’ ‘वागले की दुनिया,’ और अंग्रेजी फिल्म 'इन व्हिच एनी गिव्स इट दोस वन्स' में भी नजर आए। शाहरुख की फिल्मी यात्रा 1992 में दिव्या भारती और ऋषि कपूर के साथ आई ब्लॉकबस्टर फिल्म 'दीवाना' से शुरू हुई।
हाल ही में इस आइकॉनिक सीरीज के सीक्वल 'फौजी 2' की घोषणा की गई है। इस शो में 'बिग बॉस 17' फेम विक्की जैन, कर्नल संजय सिंह की भूमिका निभाएंगे, जिससे विक्की अपने अभिनय करियर की शुरुआत करेंगे। अभिनेत्री गौहर खान लेफ्टिनेंट कर्नल सिमरजीत कौर की भूमिका निभाएंगी, जो हथियार विशेषज्ञ कैडेट ट्रेनर हैं। इसके अलावा आशीष भारद्वाज, उत्कर्ष कोहली, रुद्र सोनी, अयान मंचंदा और नील सटपुरा भी प्रमुख भूमिकाओं में नजर आएंगे।
‘फौजी’ का दोबारा प्रसारण दर्शकों के लिए एक सुनहरा मौका है, जिससे वे शाहरुख खान के शुरुआती करियर को फिर से देख पाएंगे और इस शो की विरासत को महसूस कर सकेंगे।
शिवांक मिश्रा ने कुछ दिनों पहले ही ‘जी न्यूज’ में अपनी पारी को विराम दिया था। वह करीब साढ़े चार साल से इस संस्थान में कार्यरत थे और वर्तमान में सीनियर करेसपॉन्डेंट के पद पर अपनी भूमिका निभा रहे थे।
युवा और खोजी पत्रकार शिवांक मिश्रा ने देश के बड़े मीडिया नेटवर्क्स में शुमार ‘एबीपी नेटवर्क’ (ABP Network) के साथ मीडिया में अपनी नई पारी का आगाज किया है। उन्होंने ‘एबीपी न्यूज’ में प्रिंसिपल करेसपॉन्डेंट के पद पर जॉइन किया है।
बता दें कि शिवांक मिश्रा ने कुछ दिनों पहले ही ‘जी न्यूज’ (Zee News) में अपनी पारी को विराम दिया था। वह करीब साढ़े चार साल से इस संस्थान में कार्यरत थे और वर्तमान में सीनियर करेसपॉन्डेंट के पद पर अपनी भूमिका निभा रहे थे।
समाचार4मीडिया से बातचीत में शिवांक मिश्रा ने बताया कि अपने करीब साढ़े चार साल के सफर में उन्होंने इस चैनल के लिए कई इन्वेस्टिगेटिव स्टोरीज कीं। ‘जी न्यूज’ में रहते हुए कनाडा की सरकार द्वारा खालिस्तानियों को अपने देश में पनाह देने का कबूलनामा हो अथवा छत्तीसगढ़ में सैकड़ों करोड़ के स्वास्थ्य घोटाले का खुलासा, तमाम इन्वेस्टिगेटिव स्टोरीज उनके खाते में दर्ज हैं।
शिवांक के अनुसार, अभी से कुछ दिन पहले दिल्ली वक्फ बोर्ड द्वारा दिल्ली के 6 मंदिरों की जमीन पर दावे का भी खुलासा भी उनकी स्टोरी से ही हुआ था, जिस पर दिल्ली में सियासी संग्राम भी छिड़ गया था।
मूल रूप से सीतापुर (उत्तर प्रदेश) के रहने वाले शिवांक मिश्रा ने अपनी शुरुआती पढ़ाई लिखाई वहीं से करने के बाद कानपुर स्थित ‘छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय’ से बीएससी की है। इसके अलावा उन्होंने ‘जी इंस्टीट्यूट ऑफ मीडिया आर्ट्स’ से टीवी जर्नलिज्म, मास कम्युनिकेशन/मीडिया स्टडीज की पढ़ाई भी की है। समाचार4मीडिया की ओर से शिवांक मिश्रा को उनकी नई पारी के लिए ढेरों बधाई और शुभकामनाएं।
भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (TRAI) ने ग्राउंड-बेस्ड ब्रॉडकास्टर्स के लिए नियामक ढांचा तैयार करने के संबंध में एक परामर्श पत्र जारी किया है।
भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (TRAI) ने ग्राउंड-बेस्ड ब्रॉडकास्टर्स के लिए नियामक ढांचा तैयार करने के संबंध में एक परामर्श पत्र जारी किया है। इस परामर्श पत्र के जरिए नॉन-सैटेलाइट ब्रॉडकास्टिंग तकनीकों के उपयोग और उसके नियमन पर स्टेकहोल्डर्स से प्रतिक्रिया मांगी गई है।
वर्तमान में, भारत में बॉडकास्ट इंडस्ट्री सूचना-प्रसारण मंत्रालय (MIB) द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के तहत काम करता है, जो टेलीविजन चैनलों को सैटेलाइट आधारित अपलिंकिंग और डाउनलिंकिंग का उपयोग करके अपना कंटेंट डिस्ट्रीब्यूशन प्लेटफॉर्म ऑपरेटर्स (DPOs) तक पहुंचाने का निर्देश देता है।
हालांकि, नई तकनीकों के आगमन के साथ अब ब्रॉडकास्टर्स के लिए ग्राउंड-बेस्ड टेरेस्ट्रियल टेक्नोलॉजी के माध्यम से टीवी चैनलों का प्रसारण करना संभव हो गया है, जिससे ब्रॉडकास्टर्स और DPOs दोनों के लिए डिस्ट्रीब्यूशन के अधिक विकल्प खुल सकते हैं।
ये ग्राउंड-बेस्ड चैनल, सैटेलाइटआधारित चैनलों की तरह ही, कई DPO नेटवर्क के माध्यम से वितरित किए जा सकते हैं और व्यावसायिक शर्तों पर ग्राहकों तक फिर से प्रसारित किए जा सकते हैं।
इस तकनीकी बदलाव को ध्यान में रखते हुए, TRAI का उद्देश्य एक ऐसा नियामक ढांचा तैयार करना है, जो टेरेस्ट्रियल ब्रॉडकास्टिंग तकनीकों के उपयोग को सुगम बनाए और इंडस्ट्री के मानकों के अनुपालन को सुनिश्चित करे।
TRAI ने पहले भी प्लेटफॉर्म सेवाओं के नियमन पर MIB को नवंबर 2014 में कुछ सिफारिशें दी थीं, जिसमें ग्राउंड-बेस्ड ब्रॉडकास्टिंग से जुड़े कुछ तत्व शामिल थे। हालांकि, MIB ने 22 मई, 2024 को एक पत्र के माध्यम से बताया कि 2014 से अब तक इस संदर्भ में कई बदलाव हो चुके हैं।
इन परिवर्तनों की समीक्षा के बाद, MIB ने TRAI से वर्तमान प्रसारण परिदृश्य के अनुसार नए सिफारिशें देने का अनुरोध किया है। यह प्रक्रिया TRAI अधिनियम, 1997 की धारा 11(1)(a) के तहत की जा रही है।
TRAI ने इस प्रक्रिया के हिस्से के रूप में परामर्श पत्र जारी किया है और इंडस्ट्री के स्टेकहोल्डर्स से प्रतिक्रिया आमंत्रित की है। स्टेकहोल्डर्स को 15 नवंबर तक अपने लिखित सुझाव जमा करने होंगे, जबकि 29 नवंबर तक काउंटर-कमेंट्स स्वीकार किए जाएंगे।
TRAI का यह कदम भारतीय ब्रॉडकास्ट इंडस्ट्री में नए अवसरों और तकनीकी विकास के लिए एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है।
इससे पहले प्रतिमा मिश्रा करीब दो साल से 'टीवी9 भारतवर्ष' में स्पेशल कॉरेस्पोंडेंट व एंकर की जिम्मेदारी संभाल रही थीं। वह यहां ‘एबीपी न्यूज’ से ही आई थीं।
जानी-मानी न्यूज एंकर प्रतिमा मिश्रा एक बार फिर ‘एबीपी न्यूज’ (ABP News) में शामिल हो गई हैं। उन्होंने यहां पर एंकर कम सीनियर स्पेशल करेसपॉन्डेंट के पद पर जॉइन किया है। इस बारे में प्रतिमा मिश्रा ने अपने ‘एक्स’ (X) हैंडल पर भी जानकारी शेयर की है।
Super excited for my second innings with ABP News pic.twitter.com/3OCP4t966y
— Pratima Mishra (@pratimamishra04) October 21, 2024
बता दें कि इससे पहले प्रतिमा मिश्रा करीब दो साल से 'टीवी9 भारतवर्ष' में स्पेशल कॉरेस्पोंडेंट व एंकर की जिम्मेदारी संभाल रही थीं। वह यहां ‘एबीपी न्यूज’ में अपनी करीब दस साल पुरानी पारी को विराम देकर आई थीं। उस समय वह एबीपी न्यूज में प्रिंसिपल कॉरेस्पोंडेंट व एंकर के पद पर कार्यरत थीं।
मुंबई में जन्मी व दिल्ली-एनसीआर में पली-बढ़ी प्रतिमा मिश्रा ने ‘एबीपी न्यूज’ जून, 2012 में बतौर रिपोर्टर जॉइन किया था। उन्होंने अब तक देश में राजनीति, दंगे, अपराध, खेल, घोटाले और चुनावों पर रिपोर्टिंग की है। 2012 के दिल्ली गैंगरेप मामले में उन्होंने बड़े पैमाने पर रिपोर्ट की, जिसने देश को हिलाकर रख दिया था।
उन्होंने कश्मीर बाढ़, आईपीएल सीजन-8 और दिल्ली चुनावों को भी कवर किया है। इसके अलावा वर्ष 2020 में हुए हाथरस दुष्कर्म मामले में उन्होंने नॉनस्टॉप 27 घंटे रिपोर्टिंग की थी।
प्रतिमा ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के महाराजा अग्रसेन कॉलेज से पत्रकारिता में स्नातक किया और इसके बाद उन्होंने ‘सीएनएन-आबीएन’ में इंटर्नशिप की।
प्रतिमा मिश्रा को 2017 में बहुप्रतिष्ठित अवॉर्ड रामनाथ गोयनका व 2021 में एक्सचेंज4मीडिया के बहुप्रतिष्ठित अवॉर्ड ‘enba’ से सम्मानित किया जा चुका है। समाचार4मीडिया की ओर से प्रतिमा मिश्रा को उनकी नई पारी के लिए ढेरों बधाई औऱ शुभकामनाएं।
भारतीय न्यूज मीडिया का जाना-पहचाना व भरोसेमंद चेहरा बन चुकीं चित्रा त्रिपाठी ने ‘एबीपी न्यूज’ (ABP News) में अपनी धमाकेदार वापसी करने के बाद चैनल पर दो नए शो शुरू किए हैं।
भारतीय न्यूज मीडिया का जाना-पहचाना व भरोसेमंद चेहरा बन चुकीं चित्रा त्रिपाठी ने ‘एबीपी न्यूज’ (ABP News) में अपनी धमाकेदार वापसी करने के बाद चैनल पर दो नए शो शुरू किए हैं। हालांकि उनका पहला शो ‘जनहित’ प्राइम टाइम स्लॉट में पहले ही लॉन्च हो चुका है, जो रात 9 बजे प्रसारित हो रहा है। लेकिन अब वह अपना दूसरा शो ‘महादंगल’ लेकर आयी हैं, जो 19 अक्टूबर यानी आज शाम 5 बजे से प्रसारित किया जाएगा।
'महादंगल'
— ABP News (@ABPNews) October 18, 2024
शनिवार शाम 5 बजे से
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बता दें कि चित्रा त्रिपाठी ने हाल ही में ‘एबीपी न्यूज’ (ABP News) में न्यूज एंड प्रोग्रामिंग का वाइस प्रेसिडेंट के तौर पर वापसी की है। ‘एबीपी न्यूज’ में चित्रा की तीसरी पारी है। इससे पहले, उन्होंने चैनल के कई प्रमुख कार्यक्रमों को होस्ट किया था, जिनमें ‘मास्टर स्ट्रोक’ और ‘2019 कौन जीतेगा’ जैसे शो शामिल थे। इसके साथ ही, चित्रा ने ‘प्रेस कॉन्फ्रेंस’ जैसे बड़े वीकली शो को भी होस्ट कर चुकी हैं। उनके बेहतरीन पत्रकारिता कौशल के कारण उन्हें सियाचिन से रिपोर्टिंग करने पर ‘बेस्ट रिपोर्टर अवॉर्ड’ से भी सम्मानित किया जा चुका है।
चित्रा त्रिपाठी ने अपने करियर के दौरान कई फ्लैगशिप शो किए हैं, जिनमें ‘कौन बनेगा मुख्यमंत्री?’, ‘मोदी के चार साल’, और ‘बिहार का नेता कैसा हो?’ जैसे चर्चित शो शामिल हैं, जिनसे उन्हें देशभर में बड़ी पहचान मिली। ‘एबीपी न्यूज’ में अपनी पहली पारी के दौरान उन्होंने दर्शकों का दिल जीत लिया था और अब उनकी तीसरी पारी भी चैनल के लिए एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। हालांकि दूसरी पारी उनकी बहुत ही संक्षिप्त रही थी।
चित्रा त्रिपाठी का पत्रकारिता सफर बहुत ही प्रतिष्ठित और प्रभावशाली रहा है। उन्होंने अपनी बेहतरीन पॉलिटिकल एंकरिंग और चुनाव के दौरान फील्ड रिपोर्टिंग के लिए एक अलग पहचान बनाई है।
चित्रा की वापसी ‘एबीपी न्यूज’ के लिए एक बड़ा बदलाव लेकर आई है और उनके नए शो ‘जनहित’ को भी दर्शकों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है। अब देखना यह होगा कि वह अपनी नई भूमिका में क्या नया रंग लाती हैं और कैसे चैनल के दर्शकों को और अधिक आकर्षित करती हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को 24 घंटे सिंधी भाषा में दूरदर्शन चैनल शुरू करने की मांग वाली याचिका को खारिज कर दिया।
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को 24 घंटे सिंधी भाषा में दूरदर्शन चैनल शुरू करने की मांग वाली याचिका को खारिज कर दिया। एनजीओ 'सिंधी संगत' द्वारा दायर इस याचिका में सिंधी भाषा के संरक्षण के लिए एक समर्पित चैनल शुरू करने की मांग की गई थी। कोर्ट ने अपने फैसले में केंद्र सरकार को भी ऐसा कोई निर्देश देने से इनकार कर दिया।
कोर्ट ने कहा कि भाषा को संरक्षित करने के अन्य भी कई उपाय हो सकते हैं और इस तरह की मांग को लेकर सरकार पर कोई आदेश नहीं थोपा जा सकता।
मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ, जिसमें जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा भी शामिल थे, ने दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश को चुनौती देने वाली याचिका को अस्वीकार कर दिया। इससे पहले दिल्ली हाई कोर्ट ने भी याचिका को खारिज कर दिया था।
नीतिगत मामला है, कोर्ट का हस्तक्षेप संभव नहीं
सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान स्पष्ट किया कि यह मामला नीतिगत है और न्यायालय का इसमें हस्तक्षेप करना उचित नहीं है। मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ ने दूरदर्शन की ओर से दिए गए बयान का भी हवाला दिया, जिसमें कहा गया था कि सिंधी भाषा के कार्यक्रम पहले से ही तीन चैनलों– 'डीडी गिरनार', 'डीडी सह्याद्री' और 'डीडी राजस्थान' पर प्रसारित हो रहे हैं। ये चैनल्स उन क्षेत्रों में विशेष रूप से सिंधी समुदाय की सेवा कर रहे हैं जहां उनकी आबादी अधिक है।
सिंधी भाषा के संरक्षण पर अदालत की राय
कोर्ट ने कहा कि भाषा को संरक्षित करने के कई अन्य तरीके हो सकते हैं, जैसे कि शिक्षा, साहित्यिक कार्य और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से। कोरट ने यह भी कहा कि संविधान के अनुच्छेद 29 के तहत यह दावा नहीं किया जा सकता कि किसी विशेष भाषा के लिए सरकार को एक अलग चैनल शुरू करना चाहिए।
सरकार के फैसले पर सवाल नहीं उठाया जा सकता
दूरदर्शन द्वारा दिए गए बयान के अनुसार, लगभग 26 लाख सिंधी बोलने वालों के लिए एक अलग चैनल की वार्षिक लागत 20 करोड़ रुपये से अधिक हो सकती है, जो एक आर्थिक चुनौती हो सकती है। अदालत ने सरकार के इस दृष्टिकोण का समर्थन करते हुए कहा कि यह नीतिगत निर्णय है और इसमें हस्तक्षेप करने का कोई आधार नहीं है।
इस फैसले के बाद, यह स्पष्ट है कि सिंधी भाषा के संरक्षण के लिए केवल एक चैनल की मांग को लेकर अदालत का सहारा लेना उचित नहीं माना जाएगा, बल्कि इसके लिए अन्य विकल्पों पर भी विचार किया जा सकता है।
वह यहां रात नौ बजे का प्राइम टाइम शो होस्ट करेंगी। चित्रा त्रिपाठी ने हाल ही में 'आजतक' में अपनी पारी को विराम दे दिया था। वह यहां एडिटर (स्पेशल प्रोजेक्ट्स) के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रही थीं।
जानी-मानी टीवी पत्रकार और सीनियर न्यूज एंकर चित्रा त्रिपाठी ने 'आजतक' से इस्तीफा देने के बाद एक बार फिर हिंदी न्यूज चैनल ‘एबीपी न्यूज’ (ABP News) जॉइन कर लिया है। उन्होंने यहां पर वाइस प्रेजिडेंट (न्यूज एंड प्रोग्रामिंग) जॉइन किया है। वह यहां रात नौ बजे का प्राइम टाइम शो होस्ट करेंगी।
‘एबीपी न्यूज’ में चित्रा त्रिपाठी की वापसी चैनल के लिए काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि चैनल अपनी प्राइम टाइम प्रोग्रामिंग को मजबूत करने का लक्ष्य बना रहा है। विभिन्न प्रमुख न्यूज आउटलेट्स में काम करने के कारण चित्रा त्रिपाठी की गहरी विशेषज्ञता और ऑन-स्क्रीन उपस्थिति उन्हें प्रतिस्पर्धात्मक न्यूज परिदृश्य में नेटवर्क की लीडरशिप टीम के लिए उपयुक्त बनाती है।
अब यह देखना काफी दिलचस्प होगा कि चित्रा के जुड़ने और नए एडिटर रजनीश आहूजा द्वारा किए जा रहे संपादकीय पुनर्गठन के बाद 'एबीपी न्यूज' की व्युअरशिप और रेटिंग में कितना सुधार होता है।
आपको बता दें कि चित्रा त्रिपाठी की ‘आजतक’ में यह दूसरी पारी थी। पहली पारी करीब पौने चार साल तक निभाने के बाद चित्रा ने 2022 में 'आजतक' से इस्तीफा देकर ‘एबीपी न्यूज’ जॉइन कर लिया था। लेकिन कुछ ही समय बाद उन्होंने दोबारा से ‘आजतक’ में बतौर सीनियर एडिटर (स्पेशल प्रोजेक्ट्स) जॉइन कर लिया था, तब से वह इसी पद पर कार्यरत थीं। अपनी पहली पारी में वह ‘आजतक’ में एडिटर व सीनियर एंकर अपनी जिम्मेदारी संभाल रही थीं।
चित्रा त्रिपाठी का पत्रकारिता सफर बहुत ही प्रतिष्ठित और प्रभावशाली रहा है। उन्होंने अपनी बेहतरीन पॉलिटिकल एंकरिंग और चुनाव के दौरान फील्ड रिपोर्टिंग के लिए एक अलग पहचान बनाई है। चित्रा ‘आजतक’ पर शाम पांच बजे का डिबेट शो ‘दंगल’ कर रही थीं। इसके अलावा चित्रा शाम सात बजे न्यूज बुलेटिन ‘शंखनाद’ में नजर आती थीं। चित्रा त्रिपाठी को कश्मीर में आई बाढ़ पर रिपोर्टिंग के लिए प्रतिष्ठित ‘रामनाथ गोयनका’ अवॉर्ड भी मिल चुका है। इसके अलावा वह समाचार4मीडिया पत्रकारिता 40अंडर40 के पहले एडिशन के विजेताओं की लिस्ट में भी शामिल रह चुकी हैं।
‘आजतक’ से पहले भी चित्रा त्रिपाठी ‘एबीपी न्यूज’ से जुड़ी हुई थीं। वह ‘एबीपी न्यूज’ में ‘2019 कौन जीतेगा’ शो करती थीं, साथ ही उनके पास 'प्रेस कॉन्फ्रेंस' जैसा बड़ा वीकली प्रोग्राम भी था। ‘एबीपी’ में उन्हें सियाचिन में की गई रिपोर्टिंग के लिए बेस्ट रिपोर्टर का अवॉर्ड भी मिल चुका है, जबकि #कौनबनेगामुख्यमंत्री, #मोदीकेचारसाल और #बिहारकानेता कैसा हो, जैसे फ्लैगशिप शो जो लोगों के बीच जाकर किए गए, के जरिये उन्हें बड़ी पहचान मिली और एबीपी प्रबंधन ने उन्हें सम्मानित किया।
चित्रा त्रिपाठी इंडस्ट्री में अपनी पॉलिटिकल एंकरिंग/रिपोर्टिंग के लिए जानी जाती हैं। चुनाव के दौरान उनका फील्ड में उतरना उनकी यूएसपी (USP) मानी जाती है। कई-कई घंटों तक नॉनस्टॉप काम करके चित्रा ने अपनी अलग पहचान बनाई है। ।
यूपी के एक गांव में आधी रात को की गई उनकी एक बड़ी स्टोरी, जिसमें बीजेपी विधायक के घर बिजली और पूरे गांव में अंधेरे पर रिपोर्टिंग थी, जिसके बाद यूपी सरकार के बिजली मंत्री ने तीन दिन के अंदर गांव में खंभे लगवाए और आजादी के बाद वहां पहली बार लोगों के घरों में बिजली आई। सपा सरकार के बिजली मंत्री के गांव में भी उन्होंने बिजली पर रात के अंधेरे में रिपोर्टिंग की तो पता चला मंत्रीजी ने अपने धर्म के लोगों के घरों में बिजली पहुंचाई और दूसरे घरों में अंधेरा-कार्यक्रम का नाम था हिंदुओं के घर में अंधेरा। जहां बाद में बिजली पहुंची। फेसबुक के माध्यम से अयोध्या की एक बूढ़ी अम्मा के साथ भोजपुरी में की गई राम मंदिर पर उनकी बातचीत को तीन करोड़ से ज्यादा लोगों ने देखा था।
‘एबीपी न्यूज’ के पहले चित्रा ‘इंडिया न्यूज’ चैनल में एसोसिएट एडिटर/प्राइम टाइम न्यूज एंकर थीं। चित्रा ने खास उपलब्धि हासिल करने वाली भारतीय युवा महिलाओं पर आधारित शो ‘बेटियां’ का भी सफलतापूर्वक संचालन किया था। उनका ये शो चैनल के फ्लैगशिप शो में गिना जाता था, जिसके 65 एपिसोड्स प्रसारित हुये थे और उनके द्वारा फेसबुक के माध्यम से भानुमति नाम की यूपी के एक गांव की महिला को राष्ट्रपति पुरस्कार के लिये नॉमिनेट किया गया था, जिसे तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने दिल्ली में सम्मानित किया था।
इसके अलावा चित्रा को उनकी स्टोरी ‘हिन्दुस्तान का मिशन जय हिन्द’ के लिए भारतीय सेना की ओर से प्रशंसा पत्र भी मिल चुका है। ‘इंडिया न्यूज’ से पहले ‘सहारा समय’ (Sahara Samay) में न्यूज एंकर/प्रड्यूसर के पद पर कार्यरत थीं। उत्तर प्रदेश में गोरखपुर से रहने वाली चित्रा त्रिपाठी को मीडिया में काम करने का करीब डेढ़ दशक का अनुभव है। उन्होंने अपना करियर गोरखपुर दूरदर्शन से शुरू किया था। इसके बाद वह विभिन्न चैनल जैसे ‘ETV’ उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड और ‘न्यूज 24’ में भी काम कर चुकी हैं। चित्रा ने गोरखपुर विश्वविद्यालय से ‘डिफेंस स्टडीज’ में स्नातकोत्तर किया है और इसमें उन्हें गोल्ड मेडल भी मिला था। एनसीसी सी सर्टिफिकेट प्राप्त चित्रा को वर्ष 2001 में रिपब्लिक डे गॉर्ड ऑफ ऑनर में कमांड करने के लिये गोल्ड मेडल मिल चुका है और उन्हें इसी उपलब्धि के कारण तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से भी उनके आवास जाकर मिलने का मौका मिला था।