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'डीडी फ्रीडिश' पर दर्शकों की पसंद को बेहतर बनाने के लिए TRAI ने प्रसार भारती से कही ये बात
प्रसारण और केबल सेवाओं के लिए विनियामक ढांचे को अधिसूचित करते हुए ट्राई ने प्रसार भारती से डीडी फ्रीडिश पर निजी टीवी चैनलों के सिग्नल को अपलिंक करने से पहले एन्क्रिप्ट करने को कहा है
समाचार4मीडिया ब्यूरो 3 months ago
प्रसारण और केबल सेवाओं के लिए विनियामक ढांचे को अधिसूचित करते हुए ट्राई (TRAI) ने प्रसार भारती से डीडी फ्रीडिश (DD FreeDish) पर निजी टीवी चैनलों के सिग्नल को अपलिंक करने से पहले एन्क्रिप्ट करने को कहा है, ताकि अनधिकृत प्रसारण को रोका जा सके।
इसमें कहा गया है, "देखने के अनुभव की गुणवत्ता सुनिश्चित करने, पायरेसी से निपटने के लिए टेलीविजन चैनलों के अनधिकृत पुनः प्रसारण को रोकने और ग्राहकों का रिकॉर्ड बनाए रखने के लिए प्रसार भारती डीडी फ्री डिश प्लेटफॉर्म को नॉन एड्रेसेबल सिस्टम से एड्रेसेबल सिस्टम में बदलने के लिए कदम उठाएगा और अपलिंकिंग से पहले डीडी फ्री डिश हेडएंड पर निजी सैटेलाइट टेलीविजन चैनलों के सिग्नल को एन्क्रिप्ट करके इसकी शुरुआत करेगा। इसके बाद, डीडी फ्री डिश के अन्य सभी चैनल भी एन्क्रिप्टेड फॉर्म में प्रसारित किए जा सकते हैं।"
केबल फेडरेशन द्वारा अनएन्क्रिप्टेड चैनलों का मुद्दा बार-बार उठाया गया है, जिसने इसके खिलाफ TDSAT में भी मामला दर्ज कराया है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि डीडी फ्री डिश ट्राई के उस नियम का पालन नहीं कर रहा है, जिसके तहत चैनलों को एन्क्रिप्टेड तरीके से उपलब्ध कराया जाना आवश्यक है। केबल फेडरेशन ने TDSAT से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि सभी निजी टेलीविजन चैनल डिजिटल एड्रेसेबल सिस्टम के जरिए एन्क्रिप्टेड फॉर्म में अंतिम उपभोक्ता तक प्रसारित किए जाएं।
अपने संशोधनों में ट्राई ने यह भी कहा कि, "एक बार MIB द्वारा ऐसी अधिसूचना जारी कर दी जाए, तो सार्वजनिक सेवा प्रसारकों को TRAI विनियमों की अपेक्षित छूट प्रदान की जाएगी। प्रसार भारती कंडीशनल एक्सेस सिस्टम (CAS), सब्सक्राइबर मैनेजमेंट सिस्टम (SMS) और इंटरऑपरेबल सेट टॉप बॉक्स (STB) के लिए स्वदेशी तकनीकों का उपयोग कर सकता है।
ट्राई ने कहा कि प्रसार भारती को डीडी फ्री डिश के लिए इंटरऑपरेबल STB को अपनाना चाहिए, ताकि पूरे इकोसिस्टम को ऑपरेटर-आधारित STB से इंटरऑपरेबल STB में बदलने के लिए उत्प्रेरक के रूप में कार्य किया जा सके, ताकि उपभोक्ताओं की पसंद को सशक्त बनाया जा सके। इससे हर बार सेवा प्रदाता बदलने पर STB बदलने की आवश्यकता समाप्त हो जाएगी। सूचना-प्रसारण मंत्रालय निजी DPO को इंटरऑपरेबल STB को अपनाने और लागू करने का निर्देश दे सकता है।
ट्राई ने आगे कहा कि इन संशोधनों के लिए परामर्श प्रक्रिया के दौरान, विभिन्न हितधारकों द्वारा कुछ अन्य मुद्दे भी उठाए गए थे, जिन पर ट्राई के विचार के लिए विस्तृत परामर्श प्रक्रिया से गुजरना होगा। इसमें कहा गया है, "इन मुद्दों और सुझावों पर ध्यान दिया गया है और ट्राई जल्द ही प्रासंगिक मुद्दों को संबोधित करने के लिए एक व्यापक परामर्श पत्र जारी करेगा।"
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