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रिपोर्टिंग कर रहे 'रिपब्लिक' के पत्रकार को किया गया गिरफ्तार, मामले ने पकड़ा तूल
गिरफ्तार किया गया रिपोर्टर संतु पाल 'रिपब्लिक बांग्ला' में कार्यरत हैं और उन्हें तब गिरफ्तार किया गया, जब वे संदेशखाली से मामले की रिपोर्टिंग कर रहे थे।
समाचार4मीडिया ब्यूरो 7 months ago
पश्चिम बंगाल के 24 परगना में आने वाला संदेशखाली पिछले कुछ दिनों से सुर्खियों में है और इसके पीछे की वजह हैं टीएमसी ‘बाहुबली’ नेता शेख शाहजहां, जिन पर ईडी अधिकारियों पर हमले के साथ स्थानीय लोगों की जमीन कब्जाने और महिलाओं के यौन उत्पीड़न के आरोप हैं। शाहजहां शेख पांच जनवरी को संदेशखाली में ईडी पर हमले के बाद फरार हैं। वहीं, कलकत्ता हाई कोर्ट ने संदेशखाली हिंसा में मास्टरमाइंड कहे जा रहे टीएमसी नेता शाहजहां शेख को सरेंडर करने को कहा है। हालांकि भाजपा, राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर अपनी पार्टी के नेताओं के गुनाहों को छुपाने का आरोप लगा रही है।
वहीं, संदेशखाली मामले में दायर याचिका सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दी। इसके कुछ घंटें बाद खबर आयी कि एक टीवी चैनल के पत्रकार को रिपोर्टिंग के दौरान पश्चिम बंगाल पुलिस ने संदेशखाली से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किया गया रिपोर्टर संतु पाल 'रिपब्लिक बांग्ला' में कार्यरत हैं और उन्हें तब गिरफ्तार किया गया, जब वे संदेशखाली से मामले की लाइव रिपोर्टिंग कर रहे थे।
सामने आए एक वीडियों में रिपोर्टर कहता नजर आ रहा है कि मुझे पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया जा रहा है। वे मुझे गिरफ्तार कर रहे हैं, क्योंकि मैं संदेशखाली की महिलाओं का इंटरव्यू ले रहा था और सच दिखाने की कोशिश कर रहा था।
वहीं, पैन की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अरनब गोस्वामी ने कहा कि मेरे रिपोर्टर को सार्वजनिक परिवहन लेने की अनुमति नहीं दी गई, उसे एक ही जगह पर तीन से चार घंटे तक खड़ा रखा गया, जिसके बाद उसे घसीटा गया। यहां तककि एक हत्यारे को भी अपनी बेगुनाही साबित करने का मौका दिया जाता है। चैनल ने एक बयान में कहा कि पुलिस ने संदेशखाली मामले में "सच्चाई" उजागर करने के लिए रिपब्लिक बांग्ला रिपोर्टर को गैरकानूनी तरीके से हिरासत में लिया है।
Mamata Banerjee's cops illegally arrest Republic's reporter for exposing the truth in Sandeshkhali case
— Republic (@republic) February 19, 2024
Tune in to watch the debate with Arnab and fire your views - https://t.co/MFNlhGnZY9 #Sandeshkhali #MamataBanerjee #WestBengal #Republic #RepublicBangla pic.twitter.com/n1MZHjKYED
रिपब्लिक चीफ अरनब गोस्वामी ने सूचना प्रसारण मंत्रालय से मामले में दखल देने की अपील की, जिसके बाद उनसे बातचीत में सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि मैं देश के सूचना प्रसारण मंत्री होने के नाते राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से कहना चाहता हूं कि वह इस तरह के कदम न उठाएं। कानून व्यवस्था राज्य में पहले से ही बेड़ागर्क हो रखी है। भ्रष्टाचारियों और महिलाओं पर अत्याचार करने वालों को अगर आपके वहां संरक्षण मिलता है और मीडिया पर प्रहार होता है, तो इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या होगा।
वहीं, एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने इस मामले पर चिंता जताई और कहा कि काम के दौरान रिपोर्टर को गिरफ्तार करना और साथ लेकर जाना ‘चिंताजनक’ है।
EGI statement on the arrest of Republic Bangla journalist in West Bengal pic.twitter.com/HeamofaRmH
— Editors Guild of India (@IndEditorsGuild) February 20, 2024
उधर, कलकत्ता प्रेस क्लब ने कहा कि वे रिपोर्टर की रिहाई की मांग करते हैं। क्लब ने कहा कि रिपोर्टर पर लगे आरोप जांच का विषय हैं लेकिन काम के दौरान उनकी गिरफ्तारी के वे सख्त खिलाफ हैं।.
इस घटना के बाद से ममता सरकार की चौतरफा आलोचना हो रही है। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की जमकर आलोचना की और कहा कि वो गुंडों का बचाव कर रहीं हैं। रिपब्लिक के रिपोर्टर की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब रिपब्लिक को निशाना बनाया गया हो। रिपब्लिक के एडिटर-इन-चीफ अरनब गोस्वामी को भी इसी तरह निशाना बनाया गया था। इस मुद्दे को सभी को आगे आकर उठाना चाहिए। स्मृति ईरानी ने कहा दूसरे मीडिया संस्थान को भी चुप नहीं रहना चाहिए। अगला नंबर उनका भी हो सकता है। बंगाल की मुख्यमंत्री गुंडों का बचाव कर रहीं हैं।
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