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Zee मीडिया ने BARC के रेटिंग सिस्टम से खुद को किया अलग, सामने आयी ये वजह
'जी मीडिया कॉर्पोरेशन लिमिटेड' ने ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (BARC) इंडिया के टीवी ऑडियंस मेजरमेंट सिस्टम से बाहर निकलने का फैसला किया है।
समाचार4मीडिया ब्यूरो 2 years ago
देश के अग्रणी न्यूज ब्रॉडकास्टर्स में शामिल 'जी मीडिया कॉर्पोरेशन लिमिटेड' (ZMCL) ने ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (BARC) इंडिया के टीवी ऑडियंस मेजरमेंट सिस्टम से बाहर निकलने का फैसला किया है। कंपनी ने ऐसा कठोर कदम उठाने के पीछे की वजह लैंडिंग पेज की समस्या को बताया है।
'जी मीडिया कॉर्पोरेशन लिमिटेड' NDTV के बाद BARC इंडिया से अपने चैनल निकालने वाला दूसरा टीवी न्यूज नेटवर्क बन गया है। इससे पहले, NDTV ने रेटिंग प्रणाली में कथित खामियों के कारण BARC से हाथ खींच लिया था। इसने मांग की कि परिषद को अपने सैंपल साइज का विस्तार करना चाहिए, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि मापन प्रणाली (measurement process) में हेराफेरी या छेड़छाड़ नहीं किया जा सके।
इसी तरह, जी मीडिया ने कहा कि वह BARC इंडिया से लगातार लैंडिंग पेज के मुद्दे पर सुधारात्मक तरीकों को अपनाए जाने का अनुरोध कर रहा है, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ है। न्यूज ब्रॉडकास्टर ने मांग की है कि लैंडिंग पेज के डेटा को फाइनल व्युअरशिप में शामिल नहीं किया जाना चाहिए और व्युअरशिप काउंट करने के समय को 2 मिनट तक बढ़ा दिया जाना चाहिए।
कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने हमारी सहयोगी वेबसाइट ‘एक्सचेंज4मीडिया’ (exchange4media) से इस खबर की पुष्टि करते हुए कहा कि उसने BARC को एक पत्र लिखा है, जिसमें टीवी ऑडियंस मेजरमेंट सिस्टम से बाहर निकलने के अपने फैसला के बारे में बताया है। BARC इंडिया छोड़ने का फैसला शुक्रवार को न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एंड डिजिटल एसोसिएशन (एनबीडीए) की बैठक के बाद लिया गया।
वहीं, ZMCL के चीफ बिजनेस ऑफिसर जॉय चक्रवर्ती ने कहा, 'हमारे चैनल की रेटिंग लगातार कैसे गिर सकती है, जबकि हमारे न्यूज नेटवर्क का डिस्ट्रीब्यूशन देश में सबसे बेहतर है और हमारे डिजिटल उत्पाद कॉमस्कोर के अनुसार नंबर 1 हैं? यह तर्क-विहीन है। हम पीड़ित हैं क्योंकि हम लैंडिंग पेजों का उपयोग नहीं करते हैं।
ZMCL के पास 14 टीवी न्यूज चैनलों का स्वामित्व अधिकार है और उसे संचालित करता है, जिसमें 1 ग्लोबल, 4 नेशनल और 9 रीजनल लैंग्वेज चैनल शामिल हैं। साथ ही इसके पास 5 डिजिटल चैनल और 17 डिजिटल ब्रैंड भी हैं।
जॉय चक्रवर्ती ने कहा, 'हम लैंडिंग पेज के मुद्दे पर BARC के साथ लगातार संपर्क में हैं। हम उन्हें ध्यान दिला रहे हैं कि हमारी जो रीच है, वह दर्शकों की संख्या में दिखाई नहीं दे रही है।'
चक्रवर्ती ने यह स्पष्ट करते हुए कि जी मीडिया BARC विरोधी नहीं है। BARC को लैंडिंग पेज के मुद्दे पर काम करने की जरूरत है। हम जो सुझाव दे रहे हैं वह यह है कि BARC में एक एल्गोरिदम होना चाहिए, जो लैंडिंग पृष्ठ डेटा को न मापे।
BARC के इस दावे के बारे में पूछे जाने पर कि इसमें एल्गोरिदम है, जो किसी भी असामान्य दर्शक गतिविधि का पता लगा सकता है, चक्रवर्ती ने जवाब दिया कि फिर मार्केट में नए चैनल अपने दर्शकों की संख्या में इतनी वृद्धि कैसे देख रहे हैं? जबकि जमीनी स्तर पर हमने यह पाया है कि बहुत से चैनल दर्शकों के बीच इतने लोकप्रिय नहीं हैं, लेकिन फिर भी अभी तक उन मार्केट में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। इसलिए सभी को लैंडिंग पेज को धन्यवाद देना चाहिए है।
उन्होंने आगे कहा कि ZMCL CBO ने सिर्फ यह मांग की है कि BARC इंडिया को लैंडिंग पेज व्युअरशिप की गिनती बंद कर देनी चाहिए और व्युअरशिप मापने में लगने वाले समय को बढ़ाकर 2 मिनट कर देना चाहिए। हम केवल BARC से अनुरोध कर रहे हैं कि अंतिम व्युअरशिप लैंडिंग पेज डेटा को छोड़कर एक सामान्य तरीके से दी जाए क्योंकि यह जबरन जोड़ी गयी दर्शकों की संख्या है। वहीं दूसरी बात यह कि दर्शकों की गिनती के लिए बिताए गए समय को 2 मिनट तक बढ़ाया जाना चाहिए, क्योंकि यह वास्तविक दर्शकों की संख्या को कैप्चर करेगा।
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