विचार मंच न्यूज़


वरिष्ठ पत्रकार एवं साहित्यकार डॉ. वीरेन डंगवाल का 68 साल की आयु में सोमवार की सुबह बरेली में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। बरेली के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। कैंसर होने के बाद भी वह कई साल से लेखन में सक्रिय थे। उनको श्रृद्धांजलि अर्पित करते हुए हिंदी दैनिक अखबार ‘अमर उजाला’ में वरिष्ठ पत्रकार व साहित्यकार मंगलेश डबराल का एक कॉलम प्रकाश

समाचार4मीडिया ब्यूरो 8 years ago


समाचार4मीडिया ब्यूरो ।। ‘रुपर्ट मर्डोक जैसे कई व्यक्तियों ने मोदी की तारीफ के पुल बांध दिए हैं लेकिन असली सवाल यह है कि ये सब बातें और मुलाकातें कहीं कोई गहरा भ्रमजाल बनकर न रह जाएं?’ हिंदी अखबार नया इंडिया में छपे अपने आलेख के जरिए ये सवाल उठाया वरिष्ठ पत्रकार डॉ.वेदप्रताप वैदिक ने उनका पूरा आलेख आप यहां पढ़ सकते हैं:

समाचार4मीडिया ब्यूरो 8 years ago


‘भारत और पाकिस्तान के पत्रकार अगर एक-दूसरे से नहीं मिलते, तो फिर वे अपने-अपने देश के भौंड़े प्रवक्ता बन जाते हैं और टेलीविजन चैनलों की टीआरपी की खातिर नए-नए तरह के स्वांग रचने लगते हैं। मेरा मानना है कि सरकारें दोस्ती चाहती हैं या नहीं, यह विषय अलग है, लेकिन सरकारें स़िर्फ इतना करें कि दोनों देशों के पत्रकारों को एक-दूसरे के देश में आने-जाने की सुवि

समाचार4मीडिया ब्यूरो 8 years ago


क्या सरकारी नौकरशाह हमारे नेताओं को अनाड़ी और घुटनेटेकू सिद्ध करने पर आमादा हैं? हिंदी अखबार नया इंडिया में छपे अपने आलेख के जरिए ये सवाल उठाया वरिष्ठ पत्रकार डॉ. वेदप्रताप वैदिक ने उनका पूरा आलेख आप यहां पढ़ सकते हैं: अनाड़ी और घुटनेटेकू?

समाचार4मीडिया ब्यूरो 8 years ago


समाचार4मीडिया ब्यूरो ।। आज विश्व नदी दिवस है और पूरी दुनिया में नदियों को बचाने और जल प्रदूषण से लड़ने का संकल्प लिया जा रहा है लेकिन जैसी की पहले से उम्मीद थी, देश के मुख्य धारा के मीडिया ने जीवन के अस्तित्व से जुड़े इस महत्वपूर्ण मुद्दे की पूरी तरह से अनदेखी ही

समाचार4मीडिया ब्यूरो 8 years ago


‘सही मायने में इंटरनेट धारावाहिकों के लिए भारत में यह सही वक्त भी है। पिछले कुछ साल में टीवी देखने का ढर्रा काफी बदला है। दुनिया में सबसे ज्यादा युवा आबादी वाले देश के दर्शकों की मांग को पूरा करने के लिए ज्यादातर पारिवारिक कहानियां हैं, जिनमें युवाओं की कोई रुचि नहीं।’ हाल ही में हिंदी दैनिक अखबार हिन्दुस्तान में छपे अपने आलेख के जरिए ये कहना है ल

समाचार4मीडिया ब्यूरो 8 years ago


डॉ. मुकेश कुमार फेहरिस्त लंबी है। रवीश कुमार पहले व्यक्ति नहीं हैं ज

समाचार4मीडिया ब्यूरो 8 years ago


‘भाषा में आ रहे ये परिवर्तन यूं ही नहीं हो रहे, बल्कि वे प्रयत्नपूर्वक लाए जा रहे हैं। इसे आप चाहें तो षड्यंत्र भी कह सकते हैं, क्योंकि भाषा वर्चस्व स्थापित करने का एक बड़ा ज़रिया होती है। वह उस संस्कृति का हिस्सा होती है जो व्यवस्था अपने हितों की पूर्ति के लिए तैयार करती है।’ अपने फेसबुक वॉल के जरिए ये कहा वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार ने। उनका पूरा

समाचार4मीडिया ब्यूरो 8 years ago


‘अगर मीडिया का दबाव जजों को भी प्रभावित करता है तो फिर क्यों यह दावा किया जाता है कि जजों का फैसला ट्रेंड माइंड से होता है?’ हिंदी अखबार दैनिक जागरण में छपे अपने आलेख के जरिए यह सवाल उठाया वरिष्ठ पत्रकार एन.के.सिंह ने। उनका पूरा आलेख आप यहां पढ़ सकते हैं: मीडिया ट्रायल की सच्चाई

समाचार4मीडिया ब्यूरो 8 years ago


राधे मां के मुद्दे पर आईबीएन7 पर हो रहे लाइव डिबेट शो में तमाचेबाजी हुई। ये सब हुआ रविवार को IBN7 के एक डिबेट प्रोग्राम में हुआ, जिसमें एंकर थे डॉ. प्रवीण तिवारी। हालांकि इस घटना के बाद चला निंदा करने का दौर। इतनी ज्यादा निंदा की गई कि एक घंटे के अंदर ट्विटर टॉप ट्रेंड बन गया। इतना ही नहीं, जितनी बार निंदा की गई, उतनी बार इस विडियो को फिर से रिपीट

समाचार4मीडिया ब्यूरो 9 years ago


‘सारे युद्ध गलत अनुमानों से शुरू होते हैं। 1965 का युद्ध पाक की गलतफहमी का नतीजा था। फैसला उसका था, जो तुलनात्मक सैन्य शक्ति के आकलन पर आधारित था। राजनीतिक-आर्थिक रूप से भी भारत संकट में था। इस युद्ध में सिर्फ पाक के रणनीतिक लक्ष्य थे और वह इन्हें हासिल करने में नाकाम रहा।’ हिंदी अखबार दैनिक भास्कर में छपे अपने आलेख के जरिए ये कहा जाने-माने संपादक

समाचार4मीडिया ब्यूरो 9 years ago



‘सुषमा और नरेंद्र मोदी के मुंह से नौकरशाहों ने ऐसी बात कहलवा दी, जो कोई महामूर्ख ही कह सकता है। दोनों ने कह दिया कि साहित्यकारों का हिंदी से क्या लेना-देना?’ हिंदी अखबार ‘नया इंडिया’ में छपे अपने आलेख के जरिए ये कहा वरिष्ठ पत्रकार डॉ. वेदप्रताप वैदिक ने। उनका पूरा आलेख आप यहां पढ़ सकते हैं: विश्व-हिंदी : मूर्खतापूर्ण बातें

समाचार4मीडिया ब्यूरो 9 years ago


दिनेश कांडपाल भोपाल में भारी चकाकौंध के बीच संपन्न हुए विश्व हिंदी सम्मेलन में भाषा की त्रुटियां शर्मसार करने के लिए काफी थीं। तीन दिन तक सम्मेलन चला और किसी ने भी गलती को सुधारने की कोशिश नहीं की। ये आयोजन विदेश मंत्रालय ने मध्य प्रदेश सरकार के साथ मिलकर किया। भारत सरकार की कर्मठ मंत्री सुषमा स्वराज और एक्शन मंत्री वी.के.सिंह च

समाचार4मीडिया ब्यूरो 9 years ago



मनोज कुमार मध्यप्रदेश भारत का ह्दयप्रदेश है और हिन्दी के एक बड़ी पट्टी वाले प्रदेश के रूप में हमारी पहचान है। हिन्दी हमारे प्रदेश की पहचान है और लगातार निर्विकार भाव से हिन्दी में कार्य व्यवहार की गूंज का ही परिणाम है कि चालीस साल बाद हिन्दी के विश्वस्तरीय आयोजन को लेकर जब भारत का चयन किया गया तो इस आयोजन के लिए मध्यप्रदेश को दस

समाचार4मीडिया ब्यूरो 9 years ago


‘अख़बारों और टीवी चैनलों पर आरक्षण के ख़िलाफ़ चल रहे आंदोलन के कवरेज़ को ग़ौर से देखें तो ये साफ़ हो जाता है। आरक्षण के समर्थकों का ये कहना ग़लत नहीं है कि आरक्षण विरोधी आंदोलन मीडिया की देन है, उसे मीडिया ने शुरू किया, बढ़ावा दिया और फिर चलाया।’ अपने आलेख़ के ज़रिए ये कहा वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार ने। उनका पूरा आलेख आप यहां पढ़ सकते हैं:

समाचार4मीडिया ब्यूरो 9 years ago