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विचार मंच न्यूज़

‘अरे भाई इनके लिए चाट लेकर आओ।‘ पिछली बार जब मैं लखनऊ गया तो उनके पुराने घर में बाऊजी ने ये कहकर अपने और मेरे लिए चाट मंगवाई थी।

समाचार4मीडिया ब्यूरो 4 years ago


बहुत पुरानी कहावत है- 'दुल्हन बड़ी प्यारी, लेकिन चौके में मत आना'। इन दिनों समाज, राजनीतिक-आर्थिक मंचों और मीडिया में इसी तरह के तर्क गंभीरता से उठ रहे हैं।

समाचार4मीडिया ब्यूरो 4 years ago


जब तक हम यह सोचेंगे और जब तक हमें अच्छी अंग्रेजी ही प्रभावित करेगी...धारणा होगी कि अंग्रेजी बोलने वाला ही पढ़ा-लिखा होता है, तब तक हमें अंग्रेज़ी और विदेशी वस्तुएं ही अच्छी लगेंगी।

पूरन डावर 4 years ago


अभी तक खबरिया चैनल अपने दर्शकों से दुश्मनी निकाल रहे थे। अब उन्हें एक नया विरोधी मिल गया है।

राजेश बादल 4 years ago


मार्ग्रेट थैचर हों या जॉन मेजर या वर्तमान प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन या अमेरिकी राष्ट्रपति, सुरक्षा के मामलों में हमेशा गोपनीयता रखते हैं।

समाचार4मीडिया ब्यूरो 4 years ago


अतिरेक किसी भी चीज का अच्छा नहीं होता। यह दौर चीख चीख कर कह रहा है कि अब बस भी करिए। वरना अवाम अब सब कुछ अपने हाथ में ले लेगी।

समाचार4मीडिया ब्यूरो 4 years ago


जिस एजेंसी का नाम लेते ही हम मीडिया के लोग गर्व से भर जाते थे, वह अब राष्ट्रद्रोही ठहराई जा रही है। पीटीआई हिंदुस्तान ही नहीं, समूचे संसार में सबसे बड़े नेटवर्क वाली संस्थाओं में से एक है।

राजेश बादल 4 years ago


अब 45 साल बाद वह दिन फिर याद आया है। उन दिनों मैं नवभारत टाइम्स का सह-संपादक था। गर्मियों की छुट्टियों में अपने शहर इंदौर में था।

डॉ. वेद प्रताप वैदिक 4 years ago


कर्म मनुष्य के अधिकार में है परंतु कर्म फल नहीं। अंतिम क्षण में मनुष्य काल के प्रभाव के समक्ष पराधीन है। अतः अपना विवेक खोना नहीं चाहिए।

समाचार4मीडिया ब्यूरो 4 years ago


माना जाता है कि तभी उस जीव की मुक्ति होती है, जब उसकी कपालक्रिया अच्छी प्रकार संपन्न होती है

समाचार4मीडिया ब्यूरो 4 years ago


बीते सप्ताह गलवान में चीन के साथ खूनी संघर्ष मीडिया के सभी रूपों में छाया रहा। इस दरम्यान शुरू के तीन-चार दिन तक चीन के बयान एक के बाद एक आते रहे और भारतीय अधिकृत बयान आने में कुछ समय लगा।

राजेश बादल 4 years ago


15 जून को ‘वास्तविक नियंत्रण रेखा’ (Line of Actual Control) पर भारत-चीन भिड़ंत से जहां एक ओर जनता में राष्ट्रीयता का जोश है, वहीं देश की राजनीति उबाल पर है।

पूरन डावर 4 years ago


टीवी मीडिया में विश्वसनीयता का संकट दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। पहले की तुलना में अब टीवी समाचारों को और अधिक संदेह से देखा जाने लगा है

समाचार4मीडिया ब्यूरो 4 years ago


आपके साथ अब लगभग छह महीने काम कर चुका हूं और एक बात जो आपसे सीखी, वो ये ही है कि हर दिन एक नया दिन होता है और हमें अपनी नई सोच और स्फूर्ति के साथ हर नई सुबह पिच पर उतरना होता है।

समाचार4मीडिया ब्यूरो 4 years ago


मानसिक उत्पीड़न का यह सिलसिला यकीनन परेशान करता है। छोटे पर्दे पर उपलब्धियों का कीर्तिमान रचने वाले विनोद दुआ को अपने ही मुल्क में सम्मान की जगह संत्रास दिया जा रहा है

राजेश बादल 4 years ago


प्रो. संजय द्विवेदी ने कहा कि जिस तरह से जीवन में सूचनाओं का प्रभाव बढ़ा है तो हम सब थोड़े भ्रमित भी है कि आखिरकार सत्य और असत्य में फर्क कैसे समझा जाये

समाचार4मीडिया ब्यूरो 4 years ago


वरिष्ठ पत्रकार उमेश उपाध्याय ने फेसबुक लाइव के माध्यम से ‘कोविड-19 की चुनौतियां और मीडिया’ विषय पर अपने विचार रखते हुए कहा कि कोविड-19 का यह समय संघर्ष का दौर है

समाचार4मीडिया ब्यूरो 4 years ago


हथियारों के बजाय हमलों के नए तरीके महाशक्तिशाली कहलाने वाले देश ही नहीं, आतंकवाद का सबसे बड़ा पोषक पाकिस्तान भी अपना रहा है।

आलोक मेहता 4 years ago