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भविष्य की पत्रकारिता के लिए बहुत जरूरी है शशि शेखर जी का ये मंत्र: अजय शुक्ल
‘डिजिटल का तेजी से बढ़ता प्रभुत्व और भविष्य की पत्रकारिता’ विषय पर बोलते हुए ‘दी प्रिंसिपल’ के एडिटर-इन-चीफ अजय शुक्ल ने कहा कि मैंने अपने गुरू शशि शेखर जी से एक चीज सीखी है।
विकास सक्सेना 2 years ago
एक्सचेंज4मीडिया (exchange4media) समूह की हिंदी वेबसाइट 'समाचार4मीडिया' (samachar4media.com) द्वारा तैयार की गई समाचार4मीडिया पत्रकारिता 40 अंडर 40’ (40 Under 40)' की लिस्ट से 28 अप्रैल 2022 की शाम को पर्दा उठ गया। दिल्ली में स्थित ‘इंडिया इंटरनेशनल सेंटर’ (IIC) के मल्टीपरपज हॉल में 28 अप्रैल 2022 को आयोजित एक कार्यक्रम में इस लिस्ट में शामिल हुए प्रतिभाशाली पत्रकारों के नामों की घोषणा की गई और उन्हें सम्मानित भी किया गया।
इस दौरान ‘डिजिटल का तेजी से बढ़ता प्रभुत्व और भविष्य की पत्रकारिता’ विषय पर बोलते हुए ‘दी प्रिंसिपल’ के एडिटर-इन-चीफ अजय शुक्ल ने कहा कि मैंने अपने गुरू शशि शेखर जी से एक चीज सीखी है। जब मैं हिन्दुस्तान में स्थानीय संपादक था, तो उस दौर में मैंने गाइडलाइन लेने के लिए उन्हें कॉल कर उनसे एक घटना का जिक्र किया और बताया कि हमारे प्रतिद्वंदी अखबार घटना को इस तरह से कवर रहे हैं, लिहाजा हमें किस तरह से करना चाहिए। इस पर उन्होंने मुझसे कहा कि जो है, जैसा है, जहां है, उसे उसी तरह से एक सलीके से एथिक्स और वैल्यूज को ध्यान में रखते हुए प्रस्तुत करें, आप सबसे आगे होंगे। कुछ दिन तो लगा कि शायद वो बेहतर नहीं रहा, लेकिन अंतत: उसका रिजल्ट इतना बेहतर गया कि उस जगह को छोड़े आज मुझे कई साल हो गए हैं और जो मंत्र उस दिन शशि जी ने दिया था, वह आज भी मुझे सम्मान दिलाता है। यही चीज डिजिटल हो या फिर इलेक्ट्रॉनिक, उसमें भी फिट बैठता है।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए अजय शुक्ल ने कहा, ‘मैं जब आईटीवी ग्रुप का एडिटर-इन-चीफ था, तो उस दौर में ऐसा कई बार हुआ कि हमारी अपने मैनेजिंग डायरेक्टर कार्तिकेय शर्मा से एक राय नहीं बन पाती थी, क्योंकि मैं अपनी चीजों को लेकर होता था और वे अपनी चीजों को लेकर होते थे, लेकिन मैं उनको भी यही चीज बताता था जो शशि जी ने मुझे मंत्र दिया था। उसके बाद कई बार नतीजे हमें अच्छे मिले। इसलिए मैं मानता हूं कि वो चीज शाश्वत सत्य है और ये भूतकाल में भी थी, वर्तमान में भी है और भविष्य में भी रहेगी। यदि आप इन चीजों को लेकर चलेंगे और उसे सलीके से प्रस्तुत करेंगे, एथिक्स और वैल्यूज को रखेंगे, तो मुझे लगता है कि थोड़ी देर लगे लेकिन बाद में आपको बहुत सारी चीजें इतने अच्छे ढंग से मिलेंगी, जो आपको बहुत ज्यादा पैसा मिलने के बाद भी नहीं मिलती है।’
उन्होंने आगे कहा, ‘एक चीज और, मैंने देखी है कि बहुत से लोगों के पास बहुत ज्यादा पैसा है, लेकिन आज वो इस बात के लिए परेशान होते हैं कि उन्हें पहचान नहीं मिली, सम्मान नहीं मिला। तो कहना चाहूंगा कि आपको सम्मान तब मिलता है जब आप वैल्यूज को रखते हैं। मैं अपनी मेहनत के दम पर और अपने गुरुओं के आशीर्वाद से यहां तक पहुंचा हूं। अपनी बात को समाप्त करते हुए मैं सिर्फ इतना कहना चाहूंगा कि शशि जी ने जो ये मंत्र दिया था, यही भविष्य की पत्रकारिता के लिए भी बहुत जरूरी है, क्योंकि यही वजह है कि आज डिजिटल मीडिया इतनी तेजी से जा रहा है।
वीडियो के जरिए देखें उनका वक्तव्य:
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