होम / विचार मंच / हमेशा दूसरों को चमकाने वाले सितारे अरुण नौटियाल अनंत में हो गए विलीन: मनु पंवार

हमेशा दूसरों को चमकाने वाले सितारे अरुण नौटियाल अनंत में हो गए विलीन: मनु पंवार

अरुण नौटियाल जी नहीं रहे। आज की सुबह इसी मनहूस खबर से हुई। दिल बैठ गया। दिमाग सुन्न हो गया। तब से मन बहुत विचलित है।

समाचार4मीडिया ब्यूरो 3 months ago

मनु पंवार, वरिष्ठ पत्रकार ।।

अरुण नौटियाल जी नहीं रहे। आज की सुबह इसी मनहूस खबर से हुई। दिल बैठ गया। दिमाग सुन्न हो गया। तब से मन बहुत विचलित है।

अरुण जी शुरुआती दिनों में TVI और सहारा होते हुए आज तक पहुंचे थे। बाद में बरसों तक स्टार न्यूज/एबीपी न्यूज में हमारे बॉस रहे। आउटपुट एडिटर हुआ करते थे। करीब सालभर तक जी न्यूज में भी रहे, लेकिन पिछले दिनों वहां से त्यागपत्र दे चुके थे। वह उनकी आखिरी नौकरी थी।

पता चला कि आज तड़के हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई। बिटिया को पढ़ाई के लिए विदेश भेजना उनका सपना था। आज तड़के ही बिटिया विदेश के लिए रवाना हुई। अरुण जी बिटिया को छोड़ने एयरपोर्ट जा नहीं पाए। पत्नी गई थीं। फिर अरुण जी इतनी गहरी नींद में चले गये कि उठे ही नहीं। अचेत होने पर उन्हें अस्पताल भी ले जाया गया, लेकिन अरुण जी को बचाया नहीं जा सका।

अरुण जी टीवी न्यूज के मास्टर आदमी थे। बड़े मौकों/ बड़े इवेंट के सबसे विश्वसनीय और सबसे स्किल्ड बंदे। यह हुनर उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से खुद हासिल किया था। टीवी के बड़े-बड़े महारथी उनके भरोसे बड़े से बड़ा काम सौंपकर आश्वस्त हो जाते थे कि ये काम न सिर्फ होकर रहेगा, बल्कि बहुत कायदे से होगा। जब वो खबर टीवी स्क्रीन पर चमकती तो अरुणजी की छाप उसमें साफ-साफ दिखती।

मूल रूप से उत्तराखण्ड के उत्तरकाशी जिले के अरुण नौटियाल जी मुझे कई बार टीवी न्यूज की दुनिया में एक दौर के दक्षिण अफ्रीकी ऑलराउंडर लांस क्लूजनर जैसे लगे, जिन्हें कि वर्ल्ड कप में हैंसी क्रोनिए सबसे मुश्किल घड़ी में उतारा करते थे और वो न सिर्फ मैदान मारकर लौटते बल्कि अपनी टीम की ऐसी धाकड़ फतह सुनिश्चित करते कि हर कोई दंग रह जाता।

लेकिन अरुणजी की सबसे बड़ी खूबी ये थी कि वो हमेशा डाउन टू अर्थ और  लो-प्रोफाइल रहे। दूसरों को चमकाते रहे। वह स्टार न्यूज की नींव के पत्थर थे। लेकिन अरुण जी को याद करने की कई वजहें हैं। वह बहुत सरल, सहज थे। अल्पभाषी थे और मृदुभाषी भी थे। मैंने न्यूज रूम में कभी उनको किसी पर ग़ुस्सा करते नहीं देखा। सारा लोड खुद पर ले लेते। अगर कभी किसी को डांटते भी तो ऐसा डांटते कि सामने वाले को बुरा भी लगे।

अरुण जी खूब पढ़ाकू भी थे। देश-दुनिया के किसी भी मसले पर उनकी पकड़ बेमिसाल थी। न्यूज रूम में उनके केबिन में जाने का मतलब ताजा-तरीन किताबों से बावस्ता होना भी था। टीवी न्यूज की दुनिया में ऐसा होना अब दुर्लभ होता जा रहा है। लेकिन अरुण जी से एक शिकायत रही कि वो अपनी चीजों को कभी शेयर नहीं करते थे। पूछने या टटोलने पर अक्सर एक चौड़ी मुस्कान के साथ  टाल जाते थे। पता नहीं उनके जेहन में क्या चल रहा था। इसे कोई नहीं भांप पाया। अब तो हम क्या ही जान पाएंगे।

आप बहुत जल्दी चले गए अरुण सर

श्रद्धांजलि।


टैग्स पत्रकार अरुण नौटियाल
सम्बंधित खबरें

'S4M पत्रकारिता 40अंडर40' के विजेता ने डॉ. अनुराग बत्रा के नाम लिखा लेटर, यूं जताया आभार

इस कार्यक्रम में विजेता रहे ‘भारत समाचार’ के युवा पत्रकार आशीष सोनी ने अब इस आयोजन को लेकर एक्सचेंज4मीडिया समूह के चेयरमैन व एडिटर-इन-चीफ डॉ. अनुराग बत्रा के नाम एक लेटर लिखा है।

1 day ago

हरियाणा की जीत पीएम नरेंद्र मोदी में नई ऊर्जा का संचार करेगी: रजत शर्मा

मोदी की ये बात सही है कि कांग्रेस जब-जब चुनाव हारती है तो EVM पर सवाल उठाती है, चुनाव आयोग पर इल्जाम लगाती है, ये ठीक नहीं है।

1 day ago

क्या रेट कट का टाइम आ गया है? पढ़िए इस सप्ताह का 'हिसाब-किताब'

रिज़र्व बैंक की मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी की बैठक सोमवार से हो रही है। लेकिन बैठक से पहले आयीं ज़्यादातर रिसर्च रिपोर्ट कह रही है कि रेट कट अभी नहीं होगा।

5 days ago

पांच भाषाओं को क्लासिकल भाषा का दर्जा देना सरकार का सुचिंतित निर्णय: अनंत विजय

किसी भी भाषा को जब शास्त्रीय भाषा के तौर पर मानने का निर्णय लिया जाता है तो कई कदम भी उठाए जाते हैं। शिक्षा मंत्रालय इन भाषाओं के उन्नयन के लिए कई प्रकार के कार्य आरंभ करती हैं।

5 days ago

आरएसएस सौ बरस में कितना बदला और कितना बदलेगा भारत: आलोक मेहता

मेरे जैसे कुछ ही पत्रकार होंगे, जिन्हें 1972 में संघ प्रमुख गुरु गोलवरकर जी से मिलने, प्रोफेसर राजेंद्र सिंह जी और के सी सुदर्शनजी से लम्बे इंटरव्यू करने को मिले।

5 days ago


बड़ी खबरें

‘दैनिक भास्कर’ की डिजिटल टीम में इस पद पर है वैकेंसी, जल्द करें अप्लाई

यदि एंटरटेनमेंट की खबरों में आपकी रुचि है और आप मीडिया में नई नौकरी की तलाश कर रहे हैं तो यह खबर आपके लिए काफी काम की हो सकती है।

8 hours ago

इस बड़े पद पर फिर ‘एबीपी न्यूज’ की कश्ती में सवार हुईं चित्रा त्रिपाठी

वह यहां रात नौ बजे का प्राइम टाइम शो होस्ट करेंगी। चित्रा त्रिपाठी ने हाल ही में 'आजतक' में अपनी पारी को विराम दे दिया था। वह यहां एडिटर (स्पेशल प्रोजेक्ट्स) के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रही थीं।

19 hours ago

’पंजाब केसरी’ को दिल्ली में चाहिए एंकर/कंटेंट क्रिएटर, यहां देखें विज्ञापन

‘पंजाब केसरी’ (Punjab Kesari) दिल्ली समूह को अपनी टीम में पॉलिटिकल बीट पर काम करने के लिए एंकर/कंटेंट क्रिएटर की तलाश है। ये पद दिल्ली स्थित ऑफिस के लिए है।

23 hours ago

हमें धोखा देने वाले दलों का अंजाम बहुत अच्छा नहीं रहा: डॉ. सुधांशु त्रिवेदी

जिसकी सीटें ज़्यादा उसका सीएम बनेगा, इतने में हमारे यहाँ मान गये होते तो आज ये हाल नहीं होता, जिस चीज के लिए गये थे उसी के लाले पड़ रहे हैं।

23 hours ago

भारत के कोहिनूर की तरह श्री रतन टाटा अमर रहेंगे: आलोक मेहता

उद्योगपति रतन टाटा का गुरुवार शाम को पूरे राजकीय सम्‍मान और पारसी रीति-रिवाज के साथ अंतिम संस्‍कार कर दिया। इस मौके पर उद्योग जगत के साथ ही समाज के हर तबके लोग मौजूद थे।

1 day ago