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enba2016: अब कितनी बदल गई न्यूज मीडिया, बताया ‘स्टार इंडिया’ के संजय गुप्ता ने
समाचार4मीडिया ब्यूरो ।। टेलिविजन न्यूज के क्षेत्र में बेहतर काम करने वालों को बहुप्रतिष्ठित ‘एक्सचेंज4मीडिया न्यूज ब्रॉडकास्टिंग अवॉर्ड्स (enba) 2016’ 25 फरवरी को नोएडा के ‘रेडिसन ब्लू’ होटल में आयोजित एक रंगारंग कार्यक्रम में
समाचार4मीडिया ब्यूरो 7 years ago
समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
टेलिविजन न्यूज के क्षेत्र में बेहतर काम करने वालों को बहुप्रतिष्ठित ‘एक्सचेंज4मीडिया न्यूज ब्रॉडकास्टिंग अवॉर्ड्स (enba) 2016’ 25 फरवरी को नोएडा के ‘रेडिसन ब्लू’ होटल में आयोजित एक रंगारंग कार्यक्रम में प्रदान किए गए।
कार्यक्रम में ‘स्टार इंडिया’ (Star India) के मैनेजिंग डायरेक्टर संजय गुप्ता ने न्यूज मीडिया में चल रही चीजों को ‘an outsider’s view’ और ‘a neighbour’s view’ के नजरिये से देखने को कहा। ‘ग्लोबल इकनॉमिक्स’, ‘पॉलिटिकल’ और ‘सोशल’ के बारे में बात करते हुए गुप्ता ने कहा कि यहां पर अभी भी इनफोर्मेशन के लिए बहुत सारी भूख (unprecedented hunger) बनी हुई है।
संजय गुप्ता का कहना था, ‘जहां तक मैं देखता हूं कि न्यूज के लिए आज से बेहतर दिन कोई नहीं रहा है। हालांकि रेटिंग को लेकर आए दिन मतभेद होते रहते हैं लेकिन यदि टीआरपी को लेकर होने वाली बहस को पीछे छोड़ दिया जाए तो दुनिया काफी तेज गति से बदल रही है और युवाओं के बीच इनफोर्मेशन को लेकर काफी भूख बढ़ी है। ऐसे माहौल में पहले के मुकाबले न्यूज मीडिया आज के समय में ज्यादा प्रासंगिक (relevant ) हो गई है।’
न्यूज टेलिविजन की खपत में हुई चार गुना वृद्धि (Fourfold increase in news television consumption)
आंकड़ों का हवाला देते हुए संजय गुप्ता ने उन धारणाओं को झुठलाने का प्रयास किया कि न्यूज की टीआरपी घटी है अथवा ज्यों का त्यों बनी हुई है। लोगों के बीच धारणा बनी हुई है कि न्यूज की व्युअरशिप में कमी आई है, खासकर युवा वर्ग के इससे दूर रहने के कारण यह स्थिति हुई है लेकिन संजय गुप्ता का मानना था कि ‘ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल’ (BARC) के आंकड़ों का गहराई से अध्ययन करें तो सच्चाई इसके विपरीत नजर आती है। पिछले छह वर्षों में न्यूज टेलिविजन की खपत में चार गुना वृद्धि हुई है।
उन्होंने कहा, ‘भारतीयों ने पिछले साल टेलिविजन पर न्यूज देखने में हर हफ्ते 2800 बिलियिन मिनट्स (तकरीबन डेढ़ घंटा) व्यतीत किए जबकि छह साल पहले यह आंकड़ा 780 बिलियन मिनट्स का था। ऐसे में पिछले छह साल की तुलना में इसमें करीब चार गुना वृद्धि हुई है। युवाओं के बारे में उन्होंने कहा कि वे एक हफ्ते में टीवी पर न्यूज देखने में पांच से छह घंटे व्यतीत कर रहे हैं।’
संजय गुप्ता का कहना था, ‘सबसे बड़ी चुनौती यह है कि आज के समय में ग्रोथ को मापने के लिए हम जो पैमाना इस्तेमाल करते हैं वह देश में न्यूज व्युअरशिप खासतौर पर टेलिविजन पर क्या हो रहा है, उसे नहीं पकड़ पाता है। राष्ट्रीय औसत के हिसाब से युवाओं द्वारा टीवी पर न्यूज की खपत (consumption) करीब ढाई गुना थी।’
न्यूज के लिए सबसे खास जगह है वॉट्सएप (WhatsApp is most important news destination)
संजय गुप्ता का कहना था पहले युवा खबरों के लिए सुबह अखबार और रात को नौ बजे न्यूज बुलेटिन पर निर्भर थे, लेकिन अब वह समय बदल चुका है। अब वह सोशल मीडिया से ज्यादा जुड़े रहते हैं और शेयर, ट्वीट्स और स्नैप्स को ज्यादा तवज्जो देते हैं।
‘इंडस्ट्री में बेहतर संसाधन और अच्छे पत्रकारों की मौजूदगी के बावजूद आजकल लोग न्यूज के लिए किसी एक न्यूज चैनल पर निर्भर नहीं हैं। वह इन दिनों वॉट्सएप से भी जरूरी खबरें जुटा लेते हैं और यह उनके लिए न्यूज जुटाने का पसंदीदा स्थान बना हुआ है। ऐंटरटेनमेंट और स्पोर्ट्स ब्रॉडकास्टिंग जॉनर (genre) में समान स्थिति बनी हुर्इ है। आजकल युवा मोबाइल पर ही सभी चीजें आसानी से प्राप्त कर ले रहे हैं और खेल के लाइव प्रसारण के साथ ही उससे जुड़ी खबरों की अपडेट भी मोबाइल पर ही लेना पसंद करते हैं।’
युवाओं को जोड़े रखना (Engage the youth)
इनफोर्मेशन हासिल करने के इस पैटर्न का स्वागत करते हुए गुप्ता ने युवाओं को इससे जोड़ने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि सिर्फ वेबसाइट बनाने, मोबाइल एप बनाने अथवा कंटेंट को यूट्यूब पर डालने से कुछ नहीं होगा और इस बात की गारंटी नहीं है कि इससे युवा उससे जुड़ेंगे ही। उन्होंने ब्रॉडकास्टर्स से भी गुजारिश की कि वे कंज्यूमर की जरूरतों और पुराने अनुभवों को दोबारा से समझें। वह सिर्फ कंटेंट पर ही ध्यान न दें बल्कि इस बात पर भी ध्यान दें कि कंटेंट को किस तरह से इस्तेमाल किया जा रहा है। डिजिटल से ब्रॉडकास्टर्स को एक नया फॉर्मेट मिला है। उन्होंने कहा कि डिजिटल और टेलिविजन के बीच ‘symbiotic relationship’ तैयार करने से स्पोर्ट्स ब्रॉडकास्टर्स को व्युअरशिप बढ़ाने में काफी मदद मिली है।
‘enba 2016’ अवॉर्ड्स के लिए गठित जूरी के चेयरमैन संजय गुप्ता ने कहा कि न्यूज मीडिया अभी भी समाज का आईना बना हुआ है। हालांकि उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद लोगों से सवाल भी पूछा कि क्या वह टेलिविजन की पारंपरिक मानसिकता को बदलने और युवाओं को जोड़कर एक नई शुरुआत करने के लिए तैयार हैं?
बता दें कि enba अवॉर्ड का आठवां एडिशन था और ‘जी राजस्थान न्यूज’ द्वारा पॉवर्ड (powered by) था। इस बार के एडिशन में 31 विभिन्न कैटेगरी को शामिल किया गया।
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