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अभिसार शर्मा बोले- दिक्कत ये कि जनता में इस बात को लेकर कोई आक्रोश नहीं है

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बच्चों से जुड़े बयान को लेकर एबीपी न्यूज के एंकर अभिसार शर्मा...

समाचार4मीडिया ब्यूरो 7 years ago

समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बच्चों से जुड़े बयान को लेकर एबीपी न्यूज के एंकर अभिसार शर्मा ने योगी पर निशाना साधा है। इसके अतिरिक्त उन्होंने बीजेपी और हरियाणा सरकार को भी आड़े हाथों लिया और जमकर हमला बोला। उन्होंने फेसबुक पर एक विडियो ब्लॉग के जरिए योगी के बारे में कहा कि सरकार तो बच्चों को नहीं पालेगी, लेकिन ये देश का दुर्भाग्य ही है कि पिछले 70 सालों से देश की जनता आप जैसे राजनेताओं को पाल रही है और बर्दाश्त कर रही है।

उन्होंने कहा कि मैं आज ईश्वर के प्रार्थना करता हूं कि सद्बुद्धि न सही, वो आपको इस बयान की बेरहमी समझने की समझदारी प्रदान करें।

दरअसल, बुधवार को योगी ने गोरखपुर के बीआरडी अस्पताल में हो रही बच्चों की मौत के बीच एक हैरान करने वाला बयान दिया था। उन्होंने कहा था, 'मुझे लगता है कहीं ऐसा न हो कि लोग अपने बच्चे 2 साल के होते ही सरकार के भरोसे छोड़ दें, सरकार उनका पालन पोषण करे।' उनके इस बयान पर विपक्षी पार्टियों ने उन्हें घेरना शुरू कर दिया था।

फेसबुक पर अभिसार शर्मा के इस विडियो को लोग खूब पसंद भी कर रहे है, और यही वजह अब तेजी से वायरल होने लगा है। इस विडियो को महज 9 घंटे में ही 58 हजार से ज्यादा लोग देख चुके हैं, जिनमें से लगभग साढ़े पांच हजार लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है और तीन हजार के करीब शेयर हो चुके हैं।

इस लाइव विडियो में अभिसार शर्मा कहते नजर आ रहे हैं कि, गौर कीजिए क्या कहा था योगीजी ने, उनके इस कथन के हकीकत में तब्दील होने की गुंजाइश उतनी ही है, जितनी समूची भारतीय सियासत के संस्कारी और शरीफ हो जाने में है। यानी कि जो हो नहीं सकता, उसकी बात भी क्यों की जाए? मगर इससे आपकी नीयत का पता चलता है। आपकी संवेदनाओं का पता चलता है। बच्चों के प्रति आपकी भावनाओं का पता चलता है। वह 290 लोग जिनके बच्चे मारे गए हैं न, उन्हें भी पता है के उनके बच्चे वापस नहीं आएंगे। ये चमत्कार नहीं होगा। मगर इन गमगीन लम्हों में, उन्हें सहानुभूति, मरहम की जरूरत है। कोई तो हो, जो उनके कंधे पर हाथ रखे और कहे, सब ठीक हो जाएगा और आप क्या कहते हैं योगीजी? कि कहीं दो साल बाद माता पिता अपने बच्चों को सरकार के हवाले न कर दें?

मैं आज ईश्वर के प्रार्थना करता हूं कि सद्बुद्धि न सही, आपको इस बयान की बेरहमी समझने की समझदारी वो आपको प्रदान करें। ये बयान ये साबित करता है के बीजेपी जवाबदेही में कतई विश्वास नहीं रखती, अलबत्ता सियासी विकल्प न होने के चलते, एक दबंगई का भाव आ गया है। मोहल्ले का वह आका जो किसी को ताना कस देता है, किसी का भी ठेला उखाड़ देता है, किसी को भी छेड़ देता है, क्योंकि कोतवाल बड़ेभइया जो ठहरे। बड़ेभइया! याद है न? क्योंकि सारा जोर बड़े भाई के करिश्मे पर है। जनता को हिन्दू-मुसलमान के नाम पर दो फाड़ कर ही चुके हो, काम करो न करो, क्या फर्क पड़ता है।

वहीं बीजेपी को लेकर अपने विडियो ब्लॉग के शुरुआत में उन्होंने कहा कि शर्म तुमको मगर आती नहीं। चलिए शर्म तो बहुत दूर की बात है, बीजेपी के तेवर में बला की दबंगई है। कुछ भी कर लो, कुछ भी कह लो। कोई कुछ नहीं उखाड़ सकता। ये भाव हर तरफ दिखाई दे रहा है और दिक्कत ये कि जनता में इस बात को लेकर कोई आक्रोश नहीं है।

पंचकूला में हिंसा को लेकर उन्होंने कहा कि अब यह साफ हो चुका है कि बेशर्मी से सरकारी मंत्रियों की सह के चलते ही पंचकूला में ऐसे हालात पैदा हुए। सरकार ने एक रात पहले ही बलात्कारी बाबा के समर्थकों को यकीन दिलाया कि उन्हें कुछ नहीं किया जाएगा और जब वहां कुछ लोग जमा हो गए तो उन्हें हटाया भी नहीं गया। लेकिन जब हालात बिगड़ गए और हिंसा शुरू हो गई तो 36 भक्तों को गोली मार दी गई। इसलिए सवाल ये है कि हालात यहां तक पहुंचे कैसे?

अंत में उन्होंने कहा कि जिस दिन पंचकूला में हाहाकार मचा हुआ था, उस दिन सूचना-प्रसारण मंत्रालय की तरफ से टीवी न्यूज चैनल्स पर अंकुश लगाने का फरमान जारी हुआ। आप देख रहे हैं इस सरकार की प्राथमिकताएं?

यहां देखें पूरा विडियो ब्लॉग:


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