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क्या आप अपने डेटा की सुरक्षा के लिए फेसबुक को डिलीट करेंगे?
क्या आप अपने डेटा की सुरक्षा के लिए फेसबुक को डिलीट करेंगे
समाचार4मीडिया ब्यूरो 6 years ago
समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
क्या आप अपने डेटा की सुरक्षा के लिए फेसबुक को डिलीट करेंगे? यह सवाल आजकल सोशल मीडिया पर बड़ी तेज़ी से वायरल हो रहा है। फेसबुक द्वारा डेटा लीक की खबर से लोग अपनी प्राइवेसी को लेकर चिंतित हैं और इस चिंता ने उन्हें पसोपेश में डाल दिया है कि फेसबुक को अलविदा कहें या नहीं?
सोशल मीडिया पर #डिलीट फेसबुक मूवमेंट भी चल रहा है, जो लोगों को अपना फेसबुक खाता डिलीट करने के लिए प्रोत्साहित करता है। जायज है फेसबुक के वर्चस्व को समाप्त करने के लिए बाकी कंपनियों के पास यह सुनहरा मौका है और इस तरह के कैंपेन प्रायोजित भी हो सकते हैं। खैर यह एक अलग मसला है, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है क्या आप फेसबुक छोड़ने जा रहे हैं? दुनियाभर से अब तक 50 करोड़ से ज्यादा लोग अपना फेसबुक अकाउंट डिलिट कर चुके हैं और यह आंकड़ा धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। इस कड़ी में आम लोगों के साथ सेलेब्रिटिज भी शामिल हो रहे हैं। जैसे एक्टर फरहान अख्तर अपना फेसबुक अकाउंट डिलिट कर चुके हैं। इसी तरह हॉलिवुड विल फिरेल ने भी फेसबुक छोड़ने का ऐलान किया है। फरहान पहले ऐसे बॉलिवुड अभिनेता हैं जिन्होंने #डिलीट फेसबुक मूवमेंट के बाद फेसबुक खाता बंद किया।
फेसबुक को लेकर अधिकांश लोग उसके संस्थापक मार्क जुकरबर्ग द्वारा फैलाये गए भ्रम में रहते हैं कि यह केवल सोशल कनेक्टिविटी प्लेटफॉर्म है, जो मुफ्त में खाता खोलने देता है। ऐसे वक्त में जब मुफ्त में केवल गालियां ही मिलती हैं, क्या फेसबुक हमसे बिना कुछ वसूले अपने सर्वर पर हमें जगह देगा? इस सवाल का जवाब खोजे जाने की जरूरत है। बाकी सोशल मीडिया साइट्स की तरह फेसबुक का अपना रेवेन्यू मॉडल है। यह एक बिजनेस इंटरेस्ट का विषय है और फेसबुक आपके-हमारे डेटा से दुनिया भर में फैले व्यवसाय की मदद कर रहा है।
कम ही लोग जानते हैं कि फेसबुक पर डेटा लीक के आरोप केवल भारत में ही नहीं लगे हैं, दुनिया के अधिकांश बड़े देशों में उसे इसका सामना करना पड़ा है। अमेरिका, इंग्लैंड, यूरोपीय यूनियन, कनाडा, सिंगापुर समेत कई देशों में फेसबुक के खिलाफ जांच चल रही है और इसी के चलते वह चीन, उत्तर कोरिया, ईरान जैसे देशों में आपने नेटवर्क का विस्तार नहीं कर पा रही है। अमेरिकी जांच में यदि फेसबुक दोषी पाई जाती है तो उस पर प्रति यूजर लगभग 25 लाख रुपए तक का जुर्माना अदा करना पड़ सकता है।
बात चाहे फेसबुक की हो या गूगल की सभी आप और हम पर नजर रखे हुए हैं। हमारी पल-पल की जानकारी उनके सर्वरों में सहेजी जाती है। आप कहां जाते हैं, किससे मिलते हैं, कितनी देर के लिए मिलते हैं सबकुछ वहां दर्ज होता है। आपकी पसंद, नापसंद, राजनीतिक-सामाजिक रुझान से लेकर हर छोटी-बड़ी जानकारी हासिल की जाती है। भारत में 20 करोड़ से ज्यादा लोग फेसबुक इस्तेमाल करते हैं, जिसमें ज्यादातर 18 से 35 साल की उम्र में है। इस लिहाज से देखें तो फेसबुक के पास इतना डेटा है कि वो भारत की आबादी के एक बड़े वर्ग की सोच को समझ सके और विदेशी कंपनियां इस सोच के अनुरूप अपना कैंपेन तैयार कर सकें।
फेसबुक ने भारत में अपने जाल को इस कदर फैला लिया है कि उससे बाहर निकलना थोड़ा मुश्किल है। फेसबुक यहां महज सोशल साइट न रहकर एक लत बन गई है और लत छोड़ना आसान नहीं होता। फिर भी अब फैसला आपको करना है कि आप अपने डेटा की सुरक्षा के लिए फेसबुक छोड़ते हैं या फिर उसे एक मौका और देते हैं।
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